आज के समय में लोग अधिकतर सब्जियों को अपने घर में ही उगाना पसंद करते हैं। इन्हीं में से एक है मशरूम। लोग आजकल आर्गेनिक मशरूम उगाने को प्राथमिकता देने लगे हैं। आम पौधों से अलग, मशरूम को मिट्टी या सूरज की रोशनी की ज़रूरत नहीं होती। वे अमूमन अंधेरे व नम वातावरण में पनपते हैं। वे ना केवल बहुत जल्दी ग्रो करते हैं, बल्कि उन्हें अपेक्षाकृत कम केयर की जरूरत होती है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि इसे पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जाए। घर पर मशरूम उगाते समय आपको कुछ छोटी-छोटी बातों का खास ख्याल रखना चाहिए।
कई बार गलत सब्सट्रेट का उपयोग करने से लेकर नमी को कंट्रोल ना करने तक ऐसी कुछ छोटी-छोटी गलतियां हैं, जिनकी वजह से आपकी मशरूम की फसल पूरी तरह से खराब हो सकती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको मशरूम उगाते समय की जाने वाली कुछ ऐसी ही छोटी-छोटी गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको वास्तव में बचना चाहिए-
गलत सब्सट्रेट का उपयोग करना
जब आप मशरूम को घर में उगा रही हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें सही ग्रोइंग मीडियम की जरूरत होती है, अन्यथा उनके लिए पनपना काफी मुश्किल हो जाता है। अक्सर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। आप मशरूम के टाइप के आधार पर सब्सट्रेट को चुनें। मसलन, ऑयस्टर मशरूम को पुआल, कॉफी ग्राउंड और चूरा पसंद है। इसी तरह, शियाटेक मशरूम के लिए हार्डवुड लॉग या चूरा का इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं, बटन मशरूम कम्पोस्ट खाद में अच्छी तरह से उगते हैं।
एयरफ्लो सही ना होना
अगर मशरूम उगाते समय एयरफ्लो पर ध्यान नहीं दिया जाता है तो इससे मशरूम की क्वालिटी पर असर पड़ता है। मशरूम को ताज़ी हवा की ज़रूरत होती है, लेकिन नम हवा से फफूंद वाले मशरूम की पैदावार हो सकती है। इसलिए, एयरफ्लो पर खासा ध्यान दें। मसलन, अगर आप बैग में मशरूम उगा रहे हैं, तो ताज़ी हवा के आदान-प्रदान के लिए छोटे-छोटे छेद करें। इसी तरह, अगर ग्रो टेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो सही वेंटिलेशन का ख्याल करें या इसे दिन में कुछ बार खोलें।
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नमी बहुत कम या ज्यादा होना
मशरूम उगाते समय आपको नमी पर भी खास ध्यान रखना चाहिए। अगर बहुत ज्यादा सूखापन होता है तो इससे मशरूम सही ढंग से नहीं उगते हैं और उनमें क्रैक आ सकता है। वहीं, अगर उनमें बहुत ज़्यादा नमी होती है तो मशरूम में फफूंद या बैक्टीरिया का संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसलिए, आपको नमी का खासा ख्याल रखना चाहिए। पर्याप्त नमी बनाए रखने के लिए आप अपने ग्रो एरिया को नियमित रूप से मिस्ट करें या ह्यूमिडिटी टेंट का इस्तेमाल करें। एक सस्ता हाइग्रोमीटर आपको स्तरों को ट्रैक करने में मदद कर सकता है।
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लाइटिंग को लेकर गड़बड़ करना
मशरूम को उगाते समय लाइटिंग भी बहुत मायने रखती है। मशरूम कभी भी बहुत अधिक रोशनी या बहुत ज्यादा अंधेरे में नहीं पनपते हैं। ध्यान दें कि अगर रोशनी बहुत अधिक होती है तो इससे कुछ मशरूम ठीक से पिन नहीं हो सकते। वहीं, अगर अंधेरा बहुत ज्यादा होता है तो इससे वे मोटे होने के बजाय लंबे और पतले हो सकते हैं। आपको यह पता होना चाहिए कि अधिकतर मशरूम इनडायरेक्ट लाइट पसंद करते हैं, इसलिए कमरे की रोशनी भी उसी के अनुसार होनी चाहिए।
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