कहा जाता है कि फिल्में समाज का आईना होती है। यानी फिल्में हमें वह सब कुछ दिखाती है, जो चीजें हमारे समाज में चल रही होती हैं। बॉलीवुड में आज भी बड़े पैमाने पर मसाला फिल्में बनती हैं। लेकिन वहीं कुछ ऐसे डायरेक्टर और प्रोड्यूसर हैं, जो सामाजिक मुद्दों को दर्शकों के सामने लाते हैं। यह वह फिल्में होती हैं, जिस पर हमारा समाज बात करने से संकोच करता है। जैसे एलजीबीटीक्यू समुदाय।
इस समुदाय पर लोग अलग-अलग टिप्पणी करते हैं। हमारा समाज उन्हें न जाने कितने नामों से पुकारता है। लोग उनके सेक्सुअलिटी पर सवाल उठाते हैं। हालांकि, इस विषय पर बॉलीवुड में कई सालों से फिल्में बनाई जा रही हैं, जिन्हें देख कुछ हद तक लोगों ने एलजीबीटीक्यू समुदाय के प्रति अपना नजरिया बदला है। चलिए जानते हैं बॉलीवुड की वह फिल्में जिनमें LGBTQ+ समुदाय की कहानी दिखाई गई है।
अलीगढ़
साल 2015 में आई हंसल मेहता की फिल्म " अलीगढ़" सत्य घटना पर आधारित है। इस फिल्म में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर की कहानी दिखाई गई है। जिनका नाम राम चंद्र सिरस होता है, जो समलैंगिक होते हैं। उनका एक रिक्शेवाले के साथ प्राइवेट वीडियो वायरल हो जाता है। जिसके कारण उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता है। साथ ही समाज द्वारा उन्हें काफी जिल्लत भी झेलनी पड़ती है। इस फिल्म में राजकुमार राव और मनोज बाजपेयी ने अहम भूमिका निभाई है। यह फिल्म समाज की रूढ़ीवादी सोच को दर्शाती है। जहां इंसान को इंसान नहीं माना जाता है।
फायर
LGBTQ+ समुदाय पर साल 1996 ''फायर" फिल्म रिलीज हुई थी। इस फिल्म को दीपा मेहता ने डायरेक्ट किया था। ऐसा कहा जा सकता है कि समलैंगिकता को बड़े पर्दे पर इस फिल्म द्वारा पहली बार बखूबी दर्शाया गया था। इसमें शबाना आजमी और नंदिता दास लीड रोल में नजर आ चुकी हैं। जहां उन्होनें देवरानी और जेठानी का किरदार निभाया है।
इस फिल्म दो महिलाओं के संबंध के कहानी है। उस दौर में इस तरह की फिल्म बड़े पर्दे पर आना बेहद बड़ी बात थी। हालांकि, इस फिल्म को लेकर उस समय काफी विवाद भी हुए थे।
इसे भी पढ़ें: जानें किन फिल्मी सितारों ने निभाए हैं लेस्बियन और ट्रांसजेंडर के किरदार
मार्गरिटा विद द ए स्ट्रॉ
यह फिल्म साल 2015 में रिलीज हुई थी। शोनाली बोस ने इस फिल्म के जरिए सेरेब्रल बीमारी के बारे में लोगों को अवगत कराया है। साथ ही ऐसी दो लड़कियों की कहानी बताई है, जो एक-दूसरे से प्यार करती हैं। वहीं उनके इस रिश्ते के प्रति परिवार की सोच को भी दर्शाया है। इस फिल्म में कल्कि कोचलिन और सयानी गुप्ता लीड रेल में हैं।
इसे भी पढ़ें: बॉलीवुड की वो फिल्में जिनमें फीमेल सेक्सुअल डिजायर को दिखाने और बताने में नहीं किया गया गुरेज़
शुभ मंगल ज्यादा सावधान
आयुष्मान खुराना और जितेंद्र कुमार की फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान भी समलैंगिकता पर बनी फिल्म है। यह फिल्म हसांते-हसांते इस संवेदनशील मुद्दे को समाज के सामने बखूबी रखती है। इस फिल्म में गे कपल की लव स्टोरी दर्शायी गई है। जिसमें दिखाया गया है कि वह किस तरीके से अपने परिवार वालों को इस रिश्ते के बारे में बताता है। हाालांकि, उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें कमेंट कर जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Instagram
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।