क्या वाकई ब्रज में मौजूद हैं सभी तीर्थ? जानें क्या है कथा

ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण की लीला स्थली ब्रज क्षेत्र में सारे हिन्दू तीर्थ मौजूद हैं। इसलिए ऐसा भी माना जाता है कि जिसने एक बार ब्रज दर्शन कर लिए या ब्रज चौरासी कोस कि यात्रा कर ली उसने एक बार में ही सारे तीर्थों का पुण्य पा लिया।
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ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण की लीला स्थली ब्रज क्षेत्र में सारे हिन्दू तीर्थ मौजूद हैं। इसलिए ऐसा भी माना जाता है कि जिसने एक बार ब्रज दर्शन कर लिए या ब्रज चौरासी कोस कि यात्रा कर ली उसने एक बार में ही सारे तीर्थों का पुण्य पा लिया। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि क्या वाकई ब्रज में मौजूद हैं सभी तीर्थ और अगर ऐसा है तो कैसे सभी तीर्थ ब्रज आये और क्या है इसके पीछे की कहानी।

क्या है ब्रज में सभी तीर्थों के होने के पीछे की कथा?

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पौराणिक कथा के अनुसार, जब श्री कृष्ण ब्रज में अपनी लीलाओं को समाप्त कर द्वारका नगरी की ओर बढ़ रहे थे तब माता यशोदा और नंद बाबा ने श्री कृष्ण से कहा था कि उन्हें अपने लाला के साथ सभी तीर्थों के दर्शन करने हैं। तब श्री कृष्ण ने उन्हें वचन दिया था कि वह यशोदा मैय्या और नंद बाबा को तीर्थों के दर्शन कराएंगे।

श्री कृष्ण ने अपनी अवतार लीला सप्त करने से पहले अपने वचन को निभाया भी। जब द्वारका के समुद्र में जाने और श्री कृष्ण के पुनः गोलोक धाम लौटने का समय आया तब उससे पहले श्री कृष्ण ब्रज पहुंचे। जब श्री कृष्ण ब्रज गए तो उन्होंने देखा कि यशोदा मैय्या और नंद बाबा इतने बुजुर्ग हो गए हैं कि अब चलना भी उनके लिए संभव नहीं।

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तब श्री कृष्ण ने पहले तो मैय्या और बाबा से प्रार्थना की, कि वह तीर्थों की यात्रा पर जाने का विचार त्याग दें लेकिन जब वे नहीं माने तो श्री कृष्ण ने सभी तीर्थों को आदेश दिया कि वह ब्रज में आकर बसें और हुआ भी ऐसा ही। आज जितने भी हिन्दुओं के तीर्थ हैं सभी के अंश ब्रज में किसी न किसी रूप में मौजूद हैं, चाहें चार धाम हो या 12 ज्योतिर्लिंग।

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ऐसा माना जाता है कि केवल एक ब्रज 84 कोस की यात्रा करने से सभी तीर्थों का फल एक साथ प्राप्त हो जाता है और व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही, ऐसा भी माना जाता है कि जो भी व्यक्ति यमुना में स्नान कर ले, उसे कृष्ण कृपा और साक्षात राधा रानी का सानिध्य जीवन में अवश्य प्राप्त होता है और उसका अनुभव भी होता है।

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image credit: herzindagi

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