जब भी बात एंटीलिया की होती है, तो हमेशा ही हमें आलीशान हाई-टेक महल दिखता है जो दुनिया के सबसे महंगे घरों में से एक है। मुकेश अंबानी का घर जिस जगह मौजूद है वो बिलियन एयर रो कहलाती है जहां देश के सबसे अमीर लोग रहते हैं। 27 मंजिलों का घर एंटीलिया 173 मीटर ऊंचा है और यहां 168 कार पार्क होने की जगह है। 9 हाई स्पीड लिफ्ट, 50 सीट का थिएटर, टेरेस गार्डन, स्विमिंग पूल, स्पा, हेल्थ सेंटर, मंदिर के साथ-साथ एक स्नो रूम भी है।
अब यकीनन इस बिल्डिंग को आर्किटेक्चर का मार्वल कहा जाए, तो गलत नहीं होगा। एंटीलिया देश ही नहीं दुनिया भर में फेमस है। 2014 से यह दुनिया का सबसे महंगा प्राइवेट रेजिडेंट बना हुआ है और इसकी कीमत अब लगभग 15000 करोड़ तक हो गई है।
अब एंटीलिया की बात हो रही है, तो क्यों ना उससे जुड़ी कुछ और बातें भी कर लें। क्या आपको पता है कि एंटीलिया की जमीन को लेकर कितने विवाद होते आए हैं? यह जमीन असल में एक चैरिटी की थी जिसके बाद यहां मुकेश अंबानी का आशियाना बना।
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एंटीलिया की जमीन का कौन था असली मालिक?
बात 2002 की है, महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड (MWB) की जमीन को बेचा गया था। इसके खिलाफ अब्दुल मतीन नामक एक टीचर और जर्नलिस्ट ने 2005 में पेटिशन भी फाइल की थी। इस बारे में MWB की तरफ से बयान भी आया था कि इस मामले में तत्कालीन सीईओ और चेयरमैन शामिल हैं। यह बताता था कि मुकेश अंबानी का घर वक्फ बोर्ड की जमीन पर ही बना है।
महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड नामक चैरिटेबल ट्रस्ट के कई जगहों पर अनाथालय हैं और इस जमीन पर भी वही बनना था। हालांकि, जब इस मामले में बोर्ड द्वारा रिपोर्ट पेश की गई तब इसे 'बदमाशी (Mischief)' कहा गया और बताया गया कि इसे गलत तरीके से बेचा गया है।
दरअसल, वक्फ एक्ट के मुताबिक अगर इस तरह की कोई भी जमीन बेची जाती है, तो उसके लिए बोर्ड के दो-तिहाई मेंबर्स का बहुमत जरूरी होता है, लेकिन जब इस जमीन की डील हो रही थी तब ऐसा कुछ नहीं हुआ था। कम से कम इंडिया टुडे की रिपोर्ट तो ऐसा ही मानती है। उस रिपोर्ट में संदेश ताड़वी का जिक्र है जो वक्फ बोर्ड के सीईओ थे और इस जमीन की बिक्री को लेकर उन्होंने ही बदमाशी शब्द का इस्तेमाल किया था।
आखिर बोर्ड के पास कहां से आई थी एंटीलिया की जमीन?
यह मामला 1996 का है। करीम भाई इब्राहिम नामक एक शख्स ने यह जमीन महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड को अनाथालय बनाने के लिए दी थी। इस जमीन पर शिक्षा और समाजसेवा से जुड़े कार्य ही होने थे।
हालांकि, 2002 में भी जब जमीन की डील हो रही थी तब एक कमेटी बैठी थी जिसने ट्रांसफर को सही माना था और बाद में नवंबर 2002 में ये जमीन अंबानी के नाम कर दी गई थी। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अंबानी को जमीन बेचने के दौरान वक्फ बोर्ड के कई कानून तोड़े गए थे।
गाहे-बगाहे हमेशा ही इस बारे में बात उठती रहती है कि मुकेश अंबानी का घर बहुत ही विवादित जगह पर बना है। आपको शायद पता ना हो, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक समारोह में यह तक कह किया था कि अगर मुंबई में उनकी सरकार होती, तो वक्फ बोर्ड की जमीन पर घर बनने नहीं देते और बाद में भी तुड़वा देते।
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केजरीवाल के इस बयान का वीडियो भी आप यहां देख सकते हैं।
अम्बानी का घर भी वक़्फ़ बोर्ड की प्रॉपर्टी हैं , हमारी सरकार होती अम्बानी का घर तुड़वा देती । pic.twitter.com/BO3sWVnZ4C
— Tejinder Pall Singh Bagga (@TajinderBagga) September 27, 2022
क्या अभी भी विवादित है एंटीलिया की जमीन?
जी हां, यह जमीन अभी भी विवादित की श्रेणी में ही आती है। हालांकि, यह लीगली मुकेश अंबानी के नाम पर ट्रांसफर है इसलिए यहां वक्फ बोर्ड की गलती मानी जा सकती है, लेकिन मुकेश अंबानी की नहीं। इस मामले में हाई कोर्ट ने वक्फ बोर्ड से सवाल-जवाब भी किए थे और यह बात सामने आई थी कि जमीन बेचते समय 9 में से 5 मेंबर ही मौजूद थे और यहां दो-तिहाई मेंबर्स की नामौजूदगी में जमीन का सौदा हुआ है।
इस मामले में कई एफिडेविट भी पेश किए गए हैं और इंडिया टुडे की रिपोर्ट बताती है कि जमीन बेचने के दौरान सिर्फ चैरिटी कमीशनर की अनुमति ली गई थी, बल्कि कुछ रिपोर्ट्स का मानना है कि वक्फ बोर्ड भी इसमें शामिल था। मुद्दा चाहे जो भी हो ये तो सच है कि मुकेश अंबानी का घर जिस जमीन पर बना है वो विवादित है।
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