व्रत में शामिल की जाती हैं ये छत्तीसगढ़ी डिशेज, आप भी जानें रेसिपी

एकादशी हो या प्रदोष हिंदू धर्म में लोग व्रत रखते हैं, साथ ही सोमवार, गुरुवार और शुक्रवार जैसे कई दिनों में भी उपवास करते हैं। ऐसे में व्रत के लिए आप इन छत्तीसगढ़ी डिशेज को बना सकते हैं।

 
vrat food

हिंदू धर्म में व्रत और त्योहार का सिलसिला बारह महीने चलते रहता है, ऐसे में फिलहाल तो व्रत और त्योहार का पावन समय चल रहा है। कार्तिक मास के अलावा मार्गशीर्ष में भी कई तरह के और व्रत और त्योहार होंगे, जिसमें लोग व्रत रखते हैं। बता दें कि लोग खास अवसर या तिथि के अलावा दिन या वार में भी व्रत रखते हैं। ऐसे में बहुत से लोग ऐसे होते है, जो व्रत वाले दिन मीठा या एक तरह के घर में बने पकवान या मिठाई खा-खाकर ऊब जाते हैं। ऐसे में अब आपको ऊबाउ खाना रोजाना नहीं खाना पड़ेगा। आप चाहें तो व्रत में इन छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का मजा ले सकते हैं।

सिंघाड़ा कतरा कैसे बनाएं

chhattisgarhi vrat dishes

  • सिंघाड़ा कतरा सिंघाड़ा आटा से तैयार एक स्वादिष्ट व्यंजन है।
  • इसे बनाने के लिए आटा को बारीक पीसकर छलनी से चाल लें और एक पैन में एक बड़ा चम्मच घी गर्म करें।
  • घी गर्म करने के बाद उसमें आटा को सुनहरा होने तक भून लें।
  • भूनने के बाद प्लेट में आटा को उतारकर ठंडा कर लें।
  • आटा जब ठंडा हो जाता है, तो उसे कड़ाही में डालकर दूध और चीनी डालकर घोल बनाया जाता है।
  • अब गैस ऑन कर इसे तब तक पकाया जाता है जब तक यह कड़ाही को छोड़ न दे।
  • दूध डालने के बाद सिंघाड़ा कतरा को लगातार स्पैटुला या कलछी से चलाएं ताकि सिंघाड़ाकड़ाही में चिपक कर जले नहीं
  • कड़ाही से जब कतरा छोड़ने लगे, तो एक थाली में घी लगाकर कतरा को शिफ्ट कर लें और ठंडा होने के बाद अच्छे से काट लें।

तीखुर कैसे बनाएं

chhattisgarhi dishes

  • तीखुर एक कंद मूल है, जिसे सुखाकर इससे पाउडर बनाया जाता है और पाउडर और दूध से तीखुर कतरा बनाया जाता है।
  • तीखुर कतरा बनाने के लिए बाजार से लाए तीखुर को पानी में धोकर पानी में ही छोड़ दें, थोड़ी देर में वह बर्तन के नीचे में जम जाएगा।
  • फिर ऊपर के पानी को फेंक दें और तीखुर में ऐसे ही 3-4 पानी डालकर धो लें।
  • अब दूध उबालने के लिए रखें, दूध में उबाल आ जाए तो धोए हुए तीखुर को डालें और चीनी डालकर मिक्स करें।
  • इसे लगातार स्पैटुला से चलाते रहें और जब तीखुर कड़ाही से अलग होने लगे तो उसे एक थाली में घी लगाकर निकाल लें।
  • तीखुर जब ठंडा हो जाए तो उसे मनपसंद आकार में काट लें और व्रत रखने वाले को खाने के लिए सर्व करें।
  • तीखुर की तासीर बहुत ठंडी होती है, इसलिए ज्यादा मात्रा में ठंड के दिनों में खाने से बचें।

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Image Credit: Freepik

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