आईएम दिव्या देशमुख ने टाई-ब्रेकर में हरिका द्रोणावल्ली को हराकर फिडे विश्व महिला शतरंज कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई। दिव्या देशमुख और हरिका द्रोणावल्ली ने अखिल भारतीय क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दोनों क्लासिकल बाजी ड्रॉ खेली थीं। बता दें कि अगले साल होने वाले सेमीफाइनल में भारत और चीन के बीच मुकाबला होगा, जिसमें कोनेरू हम्पी का सामना लेई टिंगजी से और दिव्या देशमुख का मुकाबला टैन झोंगयी से होगा। 18 साल की दिव्या देशमुख की इस जीत पर देश के प्रधानमंत्री ने उन्हें बधाई दी है। चलिए जानते हैं कौन हैं दिव्या देशमुख-
कौन है दिव्या देशमुख?
दिव्या देशमुख का जन्म 9 दिसंबर 2005 को हुआ था। वह एक भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं, जिन्होंने महिला ग्रैंडमास्टर (WGM) और अंतर्राष्ट्रीय मास्टर (IM) का खिताब जीता है। उन्हें भारत की सबसे होनहार युवा प्रतिभाओं में से एक माना जाता है, जिन्होंने शतरंज ओलंपियाड में तीन स्वर्ण पदक और एशियाई चैम्पियनशिप, विश्व युवा चैम्पियनशिप और विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में कई स्वर्ण पदक जीते हैं।
महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली दिव्या का जन्म एक मराठी परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता जितेंद्र और नम्रता देशमुख, डॉक्टर हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भवन्स भगवानदास पुरोहित विद्या मंदिर में प्राप्त की और छोटी उम्र से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया और भारतीय शतरंज में तेजी से आगे बढ़ती गईं।
इसे भी पढ़ें-मेहनत और लगन का नहीं छोड़ा साथ, अपने दम पर ऐसे हासिल की सेमी-गवर्नमेंट कंपनी में नौकरी
दिव्या देशमुख ने ब्लिट्ज सेमीफाइनल में किसको हराया?
🇮🇳 Divya Deshmukh is through to the semifinals of the 2025 FIDE Women’s World Cup!#FIDEWorldCup @DivyaDeshmukh05 pic.twitter.com/oUDcnQcGrP
— International Chess Federation (@FIDE_chess) July 21, 2025
लंदन में आयोजित 2025 विश्व रैपिड और ब्लिट्ज टीम चैंपियनशिप में, दिव्या ने हेक्सामाइंड शतरंज क्लब के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और रैपिड टीम स्पर्धा में रजत और ब्लिट्ज टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। बता दें कि कानेरू हम्पी ने क्वार्टर फाइनल में चीन की सोंग युक्सिन को 1.5-0.5 के स्कोर से हराया। वहींदिव्या नेहरिका द्रोणावल्ली को 3-1 से हराया।
सेमीफाइनल में दिव्या के सामने चीन की ग्रांड मास्टर टेन झांगयेई से होंगी। वहीं दूसरे सेमीफाइनल में हम्पी का सामनाचीन की ही लेई तिंगजेई से होगा।
दिव्या देशमुख का करियर
2021 में, दिव्या भारत की 21वीं महिला ग्रैंडमास्टर बनीं और 2022 महिला भारतीय शतरंज चैंपियनशिप जीतीं। उन्होंने 2022 शतरंज ओलंपियाड में व्यक्तिगत कांस्य पदक जीता और 2020 FIDE ऑनलाइन ओलंपियाड में भारत की स्वर्ण पदक जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिसंबर 2024 तक, वह भारतीय महिला शतरंज खिलाड़ियों में दूसरे स्थान पर हैं।
साल 2023 में, दिव्या ने अल्माटी में एशियाई महिला शतरंज चैंपियनशिप जीती और टाटा स्टील इंडिया शतरंज टूर्नामेंट के महिला रैपिड वर्ग में हरिका द्रोणावल्ली और कोनेरू हम्पी जैसी टॉप खिलाड़ियों को हराकर विजयी हुईं। मई 2024 में, उन्होंने शारजाह चैलेंजर्स में जीत हासिल की और फिर जून में FIDE वर्ल्ड अंडर-20 गर्ल्स चैंपियनशिप में ऐतिहासिक जीत हासिल की और यह खिताब हासिल करने वाली केवल चौथी भारतीय बनीं। अंतिम दौर में निर्णायक जीत के बाद उन्होंने 10/11 के प्रभावशाली स्कोर के साथ समापन किया।
इसे भी पढ़ें-उत्तर प्रदेश की 12वीं पास गृहिणी फर्राटेदार इंग्लिश बोलकर हो रही वायरल, वीडियो देख आप भी रह जाएंगे दंग
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ।
Image Credit- jagran
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों