बीते समय में भारतीय महिलाएं ओलंपिक खेलों उभरकर सामने आ रही हैं। कुश्ती से लेकर बैडमिंटन तक, कई महिलाओं ने खुद को साबित किया है। जब भी भारत के महान खिलाड़ियों का नाम लिया जाता है, उनमें बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का नाम जरूर शामिल होता है। साइना भारतीय खेल जगत की वो सुपरस्टार हैं, जिन्होंने दुनिया भर में अपने टैलेंट का लोहा मनवाया है।
अब तक साइना के नाम के कुल 24 अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे साइना की इंस्पायरिंग कहानी के बारे में-
साइना का बचपन
साइना नेहवाल का जन्म 17 मार्च 1990 को हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था। उनके पिता चौधरी चरण सिंह हरियाणा के कृषि विश्वविद्यालय में कार्यरत थे और उनकी मां स्टेट लेवल की बैडमिंटन खिलाड़ी थीं। यही वजह थी बचपन से मां के गुण उनमें समाए हुए थे। जब साइना के पिता का ट्रांसफर होने के चलते साइना अपने परिवार के साथ हैदराबाद चली गईं।
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8 साल की उम्र से खेलना शुरू किया बैडमिंटन
साइना ने 8 साल की उम्र से ही बैडमिंटन खेलना शुरू किया था। बचपन से साइना अपने खेल को काफी महत्व देते आई हैं, यही वजह है कि अपने स्कूल के दिनों में भी उन्होंने खेल पर पूरा ध्यान रखा।
साइना की स्कूली शिक्षा
साइना की पढ़ाई हरियाणा और हैदराबाद के कई स्कूलों में हुई। इसके बाद साइना ने सेंट एन कॉलेज फॉर वूमन से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। साइना बताती हैं कि उन्हें हैदराबाद की आम भाषा नहीं आती थी। इसलिए लोगों से घुलने-मिलने के लिए उन्होंने बैडमिंटन थामा था।
साइना का बैडमिंटन करियर
साइना नेहवाल ने स्टेट, नेशनल, इंटरनेशनल सभी जगहों पर जीतकर अपनी अलग पहचान बनाई। पूरे करियर में उन्होंने 24 अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम किए। साल 2008 में साइना ने विश्व जूनियर बैडमिंटन का खिताब जीता। साल 2009 में साइना ने इंडोनेशियाई ओपन का खिताब अपने नाम किया। साल 2010 में साइना ने कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडल जीतकर अपना दबदबा बनाया।
साइना ने ओलंपिक में रचा इतिहास
साल 2012 के लंदन ओलंपिक में साइना ने अपनी जगह बनाई। जहां उन्होंने देश ब्रोंज में जीतकर इतिहास रच दिया। इसी के साथ साइना बैडमिंटन में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं। साथ 2018 में साइना ने एशियन गेम्स में देश को 36 साल बाद ब्रोंज मेडल दिलाया।
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टॉप खिलाड़ियों में दर्ज हुआ साइना का नाम
साल 2010 के दौरान अपने शानदार प्रदर्शन के चलते साइना दुनिया की 3सरे नंबर की खिलाड़ी बनीं। इसके बाद ही साल 2015 में साइना विश्व बैडमिंटन की नंबर 1 खिलाड़ी बनकर उभरीं।
इन पुरस्कारों से किया गया सम्मानित
साइना को अब तक कई अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। जिनमें अर्जुन अवार्ड, ध्यानचंद खेल रत्न और पद्म भूषण जैसे पुरस्कार शामिल हैं।
तो ये थी साइना नेहवाल की सक्सेज स्टोरी, जिसके बारे में आप सभी को जरूर जानना चाहिए। आपको हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।
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