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कौन हैं सई जाधव, जो 93 साल पुराने IMA रिकॉर्ड को तोड़कर बनीं पहली महिला अधिकारी?

हाल ही गूगल पर एक नाम काफी ट्रेंड कर रहा है, सई जाधव, इन्होंने IMA रिकॉर्ड को तोड़कर  पहली महिला अधिकारी का पद हासिल किया है। ऐसे में इनके बारे में जरूरी बातें...
Editorial
Updated:- 2025-12-16, 15:17 IST

महाराष्ट्र के कोल्हापुर की बेटी सई जाधव ने देश का नाम रोशन कर दिया है। ये जल्द ही अपने सैन्य परिवार की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाने वाली हैं। जी हां, सई जाधव सैन्य परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिन्होंने आईएमए यानि भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में न केवल प्रशिक्षण पूरा किया बल्कि सेना में नियुक्त भी हुई हैं। इसी के साथ वह पहली महिला कैडेट बन गई हैं और 93 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

बता दें कि देहरादून की अकादमी से अभी तक हजारों ऑफिसर्स कैडेट्स प्रशिक्षण ले चुके हैं, लेकिन सई जाधव ने इन सबको पिछाड़ कर पहली महिला ऑफिसर का पद हासिल किया है।

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ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि आखिर कौन है सई जाधव और यहां तक पहुंचने का इनका सफर कैसा रहा है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि IMA रिकॉर्ड को तोड़कर बनीं पहली महिला अधिकारी सई जाधव कौन है। पढ़ते हैं आगे...

सई जाधव की उपलब्धि ने न केवल सैन्य महिलाओं का नाम ऊंचा किया है बल्कि अपनी सैन्य परिवार की विरासत को भी एक नया रास्ता दिखाया है। जी हां, उनके परदादा का नाम ब्रिटिश आर्मी स जुड़ा था जबकि उनके दादाजी भारतीय सेवा में अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए थे।

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वहीं, उनके पिता संदीप जाधव वर्तमान में भारतीय सेवा में अधिकारी हैं। ऐसे में अब जाधव परिवार की चौथी पीढ़ी से सई जाधव ने ये बड़ी उपलब्धि हासिल करके अपने परिवार की परंपरा को टूटने से बचाया है। बता दें कि सई जाधन टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट के पद पर अपनी सेवाओं से सभी का मार्गदर्शन करेंगी। खुशी की बात यह है कि टेरिटोरियल आर्मी में पहले भी महिला अधिकारी हैं, लेकिन सई ने आईएमए से प्रशिक्षण लेकर पहले अधिकारी का पद हासिल किया है।

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महाराष्ट्र के कोल्हपुर के जन्मीं सई जाधव की उम्र अभी सिर्फ 23 साल है। उन्होंने 12वीं की पढ़ाई बेलगांव से पूरी की थी। सई जाधव का परिवार मूलरूप से जयसिंहपुर गांव का रहने वाला है। सई अब जून, 2026 में चेटवुड बिल्डिंग के सामने पुरुष कैडेट्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर परेड करती नजर आएंगी। सई की कामयाबी पर पिता संदीप जाधव कहते हैं बेटी को उसी अकादमी से पास आउट होते देखना, जहां से सेना के सर्वश्रेष्ठ अधिकारी निकलते हैं, यह मेरे लिए गर्व का सबसे बड़ा क्षण है।

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Images: Freepik/pinterest

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