आजकल लिवर कैंसर के मामले काफी ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। अक्सर जब कैंसर का स्टेज बढ़ जाता है, तब जाकर लोगों को इसकी भनक लगती है। लेकिन ऐसा नहीं है, शरीर इसका संकेत बार बार देता है, हम लोग इन लक्षणों को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। इन लक्षणों में दो लक्षण बहुत ही आम है जैसे थकान हर वक्त रहना और भूख न लगना। हम में से कई लोग इसे उम्र बढ़ने के लक्षण और तनाव समझकर इग्नोर करते हैं। लेकिन आपको समझना होगा कि ये दो लक्षण लिवर कैंसर की ओर इशारा कर सकते हैं। चलिए इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। डॉ. इशिता चौधरी, कंसल्टैंट - सर्जिकल ऑन्कोलॉजी एवं मिनिमली इन्वेज़िव सर्जरी, मणिपाल हॉस्पिटल, गुरुग्राम इस बारे में जानकारी दे रही हैं।
एक्सपर्ट के मुताबिक लीवर में कई तरह के कैंसर होते हैं इनमें सबसे आम लीवर का कैंसर हेपैटोसेलुलर कार्सेनिया है। यह खास तरह की लवर सेल में शुरू होता है।नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसीन द्वारा किए गए स्टडी के मुताबिक हेपैटोसेलुलर सबसे आम लिवर कैंसर है, क्योंकि दुनिया में लिवर कैंसर के 90 फीसदी मामलों में यही कैंसर सामने आता है। भारत में पुरुषों में यह कैंसर ज्यादा पाया जाता है, जो महिलाओं के मुकाबले 4:1 के अनुपात में ज्यादा है।
लिवर कैंसर के लक्षण
- बिना वजह वजन का घटना
- भूख न लगना
- थकान और कमजोरी
- पेट के ऊपरी हिस्सों में सूजन और दर्द
- उल्टी और मतली महसूस होना
- आंतों की क्रिया में परिवर्तन
लिवर कैंसर के कारण
- लंबे समय से हेपेटाइटिस बी या सी वायरस का संक्रमण
- बहुत ज्यादा शराब का सेवन
- लिवर सिरोसिस- यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें क्षतिग्रस्त टिशू धीरे-धीरे लिवर में इकट्ठा होने लगते हैं,जो कैंसर का कारण बन सकता है।
- डायबिटीज होने पर खून में ज्यादा शुगर होता है, जो लिवर कैंसर का जोखिम बढ़ाता है।
- लिवर में फैट जम जाने पर कैंसर की संभावना
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क्या है इसका इलाज
बता दे की लिवर कैंसर का इलाज यह देखकर किया जाता है कि कैंसर कितना ज्यादा बढ़ चुका है और कैंसर कहां पर है। अगर शुरुआती चरण में है, तो सर्जरी द्वारा लीवर का कुछ हिस्सा या पूरा लिवर काटकर बाहर निकाल दिया जाता है और उसकी जगह दूसरा लीवर लगाया जाता है।
दूसरा तरीका है एब्लेटिव तकनीक। इस तकनीक में रेडियो फ्रीक्वेंसी या माइक्रोवेव एब्लेशन की मदद से कैंसर सेल्स को मार दिया जाता है।
इसके अलावा, इथेनॉल इंजेक्शन द्वारा सीधे ट्यूमर में अल्कोहल भेजा जाता है
इसके अलावा रेडियोथेरेपी भी किया जाता है, इसमें कैंसर सेल्स को मारने के लिए स्टीरियोटैक्टिक बॉडी रेडिएशन रोडियो एम्बो लाइजेशन दिया जाता है।
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Image Credit:Freepik
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