डायबिटीज का दिमाग पर क्या असर होता है? डॉक्टर से जानें

अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं और आपका ब्लड शुगर लेवल अक्सर बढ़ा हुआ रहता है, तो इसका असर आपकी फर्टिलिटी, दिल, किडनी और दिमाग समेत शरीर के कई हिस्सों पर हो सकता है। डायबिटीज किस तरह दिमाग और ब्रेन फंक्शन पर असर डालती है, चलिए डॉक्टर से समझते हैं।
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डायबिटीज लाइफस्टाइल से जुड़ी एक बीमारी है, जिसका असर हमारे पूरे शरीर पर होता है। डायबिटीज के मामले आजकल तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और हर उम्र के लोग इसका शिकार हो रहे हैं। अगर आपको डायबिटीज है, तो आपको इसे कंट्रोल करने के लिए, सही डाइट, लाइफस्टाइल और दवाइयों की मदद लेनी चाहिए। इसे मैनेज करने के लिए, सही डाइट और लाइफस्टाइल बहुत जरूरी है। अगर आपका ब्लड शुगर लेवल अक्सर बढ़ा हुआ रहता है, तो इसका असर आपकी फर्टिलिटी, दिल, किडनी और दिमाग समेत शरीर के कई हिस्सों पर हो सकता है। डायबिटीज का दिमाग पर क्या असर होता है, इस बारे में डॉक्टर से जानते हैं। यह जानकारी, डॉ. कुणाल बहारानी दे रहे हैं। वह मरेंगो एशिया हॉस्पिटल, फरीदाबाद में न्यूरोलॉजी विभाग के निदेशक हैं।

हाई ब्लड शुगर का दिमाग पर क्या असर होता है?

diabetes and brain health

  • एक्सपर्ट का कहना है कि अक्सर लोगों को लगता है कि डायबिटीज का असर केवल दिल पर होता है और इसकी वजह से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और किडनी की दिक्कतें बढ़ जाती हैं। लेकिन, इसका असर हमारे दिमाग पर भी होता है।
  • अगर लंबे समय तक ब्लड शुगर लेवल बढ़ा हुआ रहे, तो यह दिमाग पर बुरा असर डाल सकता है। इससे याददाश्त कमजोर हो सकती है, सोचने-समझने की क्षमता पर असर होता है और अल्जाइमर या स्ट्रोक जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
  • दरअसल, जब हमारे खून में ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है, तो शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ने लगती है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है। इसके कारण, हमारी ब्लड वेसल्स कमजोर हो जाती हैं और दिमाग को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। अगर लंबे समय तक ऐसा ही रहे, तो वैस्कुलर डिमेंशिया भी हो सकता है। यह एक स्थिति है, जिसमें दिमाग तक खून की कमी के कारण याददाश्त और समझने की क्षमता कमजोर हो जाती है।
  • डायबिटीज बढ़े रहने से ब्लड वेसल्स संकरी होने लगती हैं और इसके कारण ब्लड सर्कुलेशन पर असर होता है और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। कई बार बिना लक्षणों के भी हल्के स्ट्रोक हो सकते हैं और इससे दिमाग की काम करने की ताकत कमजोर होने लगती है।

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blood suagr level and insulin resistance

  • जब शरीर सही तरह से इंसुलिन हार्मोन का इस्तेमाल नहीं कर पाता है, तो डायबिटीज होती है। लेकिन, इंसुलिन सिर्फ ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में नहीं, बल्कि दिमाग में नर्व सेल्स के फंक्शन पर भी असर डालती है। इसलिए, जब डायबिटीज की वजह से माइंड सेल्स, इंसुलिन का सही से यूज नहीं कर पाती हैं, तो याद्दाश्त पर असर होता है। इसे टाइप 3 डायबिटीज भी कहा जाता है।

यह है एक्सपर्ट की राय

diabetes and brain health connection

  • संतुलित आहार, फिजिकल एक्टिविटी, रेगुलर एक्सरसाइज और दवाइयों के जरिए, आप दिमाग को हेल्दी रख सकते हैं। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स फायदेमंद रहेंगे। साथ ही, सही नींद और स्ट्रेस से दूर रहना भी जरूरी है।

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अगर आपको डायबिटीज है, तो बहुत जरूरी है कि आप सही डाइट, लाइफस्टाइल और दवाइयों की मदद से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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