एंग्जाइटी यानि की चिंता एक ऐसी मानसिक बीमारी बनकर उभर रही है जिसकी चपेट में आज आधे से ज्यादा लोग हैं। एंग्जाइटी की चपेट में आए व्यक्ति को चिंता और डर एक साथ लगता है। इस रोग में कभी कभी व्यक्ति का खुद से इतना नियंत्रण खो जाता है कि वह कुछ समय के लिए बेहोश भी हो जाता है। ऐसे में आप समझ ही रहे होंगे कि एंग्जाइटी कितनी खराब मानसिक बीमारी है। डॉक्टर्स कहते हैं कि अगर 6 महीने के अंदर एंग्जाइटी को काबू नहीं किया गया तो यह एक गंभीर स्थिति बन सकती है। इस रोग के साथ डिप्रेशन होना आम बता है। आज हम आपको एंग्जाइटी के कुछ ऐसे कारण बताएंगे जिनके बारे में आपको शायद पता ही नहीं होगा। कभी कभी हम अनजाने में भी रोगों की चपेट में आ जाते हैं। तो आइए जानते हैं क्या हैं एंग्जाइटी के झिपे हुए कारण।
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जरूरत से ज्यादा कॉफी पीना
जो लोग जरूरत से ज्यादा कॉफी पीते हैं वो समझ लें कि वह सीधे तौर पर एंग्जाइटी को न्यौता दे रहे हैं। डॉक्टर्स कहते हैं कि जब आप एक दिन में 2 से ज्यादा कप कॉफी पीते हैं तो इससे आपकी हृदय गति के स्तर में बढ़ोत्तरी होती है जो एंग्जाइटी का कारण बनता है। यह हृदय की दर को इस हद तक बढ़ा देता है कि आपको बेचैनी और घबराहट बढ़ने लगती है।
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नींद की समस्या
आपने सोने का शड्यूल भी एंग्जाइटी का कारण बनता है। जिन लोगों का सोने का एक समय तय नहीं होता है या जो लोग 7 से 8 घंटे से कम की नींद लेते हैं वह बहुत जल्दी एंग्जाइटी की चपेट में आते हैं। कई शोधों में भी यह साफ हो चुका है कि सही नींद न लेना हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है। यह तब भी हो सकता है जब नींद की कमी लंबे समय तक तनाव के रूप में काम करती है या काम के अधिक भार के कारण जब आप नींद के दौरान अच्छी तरह से ध्यान केंद्रित करने में असमर्थ हो जाते हैं। इसलिए आज से ही अपनी नींद पर ध्यान दें।
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नेगेटिव चीजें सोचना
नकारात्मक भावनाओं को अपने ऊपर हावी होने देना और हर वक्त दिमाग में नेगेटिव चीजें सोचने से भी व्यक्ति एंग्जाइटी का शिकार होता है। आपकी जिंदगी में भले ही कितनी भी उथल पुथल क्यों न चल रही हो लेकिन आपको हमेशा पॉजिटिव सोचना चाहिए। इससे न सिर्फ आप एंग्जाइटी से बचेंगे बल्कि आपकी याददाश्त भी तेज होगी।
मील समय पर न लेना या छोड़ना
आजकल हर किसी को आगे बढ़ने की और पैसा कमाने की इतनी होड़ है कि लोग अपनी हेल्थ को भी इग्नोर कर रहे हैं, जिसका खामियाजा उन्हें कई बीमारियों के रूप में भुगतना पड़ रहा है। साइंस कहती है कि जब आप किसी भी टाइम का खाना छोड़ते हैं तो आपके शरीर का संतुलन खराब हो जाता है। जिसका सीधा असर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। एंग्जाइटी भी इन्हीं रोगों में से एक है। इसलिए किसी भी कीमत पर अपनी मील न छोड़ें।