वर्कआउट करना सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है, लेकिन पीरियड्स के दौरान यह थोड़ा ट्रिकी हो सकता है। कुछ लड़कियों को पीरियड्स में इतना दर्द होता है कि वे वर्कआउट करना अवॉयड ही करती हैं। वहीं, कुछ लड़कियां वर्कआउट तो करना चाहती हैं, लेकिन उन्हें यह समझ ही नहीं आता है कि उन्हें किस एक्सरसाइज को करना चाहिए और किससे बचना चाहिए। जी हां, पीरियड्स के दौरान एक्सरसाइज करने में कोई समस्या नहीं होती है। बस आपको इसे सही तरह से करना चाहिए। आपको शायद पता ना हो, लेकिन ऐसी कुछ एक्सरसाइज होती हैं, जिन्हें अगर इन दिनों में किया जाए तो इससे आपके पेट में दर्द बढ़ सकता है या फिर आपको मतली या चक्कर आने की शिकायत हो सकती है।
पीरियड्स के दौरान शरीर पहले से ही हार्मोनल बदलावों और थकान जैसी चीज़ों से जूझ रहा होता है। ऐसे में अगर गलत तरह की एक्सरसाइज की जाए तो इससे शरीर में तनाव बढ़ जाता है और आपको काफी अधिक परेशानी हो सकती है। तो चलिए आज इस लेख में पावरलिफ्टिंग में नेशनल रिकॉर्ड होल्डर और एनीटाइम फिटनेस के फिटनेस ट्रेनर विनय माहौर आपको कुछ ऐसी ही एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आपको पीरियड्स के दौरान करने से बचना चाहिए-
बहुत ज़्यादा कोर वर्कआउट से बचें
पीरियड्स के दौरान अगर आप कोर एक्सरसाइज जैसे क्रंचेस, सिट-अप्स, लेग रेज़ आदि काफी ज्यादा करती हैं तो यह आपके लिए परेशानी भरा हो सकता है। कोर एक्सरसाइज़ पेट की मसल्स को टारगेट करती हैं। चूंकि पीरियड्स में पेट की मसल्स पहले से एक्टिव रहती हैं, तो ऐसे में कोर एक्सरसाइज करने से दर्द बढ़ सकता है या आपको ऐंठन व सांस लेने में भी दिक्कत महसूस हो सकती है। जर्नल ऑफ फिजिकल थेरेपी साइंस (2014) के मुताबिक, पीरियड्स में कोर मसल्स ज़्यादा स्ट्रेस में आ जाती हैं, जिससे यूट्रस में दर्द बढ़ सकता है।
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हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग से बचें
कम समय में बेहतर रिजल्ट पाने के लिए हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग करना काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन पीरियड्स में इससे बचना चाहिए। दरअसल, हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग करते समय काफी स्पीड में एक्सरसाइज की जाती है। इससे बॉडी में कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने लगता है। चूंकि, पीरियड्स के समय आपका शरीर पहले से ही स्ट्रेस में होता है तो ऐसे में हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग करना आपकी परेशानी को बढ़ा सकता है। इससे आपको पेट में ज्यादा मरोड़, ज़्यादा थकान महसूस होना या फिर चक्कर आने का रिस्क हो सकता है। जर्नल ऑफ वीमेन हेल्थ (2009) की एक स्टडी के अनुसार, पीरियड्स के दौरान जो महिलाएं बहुत तेज़ कार्डियो करती हैं, उन्हें ऐंठन और थकान ज़्यादा होती है।
हैवी वेट लिफ्टिंग से बचें
पीरियड्स के दौरान आप स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर सकती हैं, लेकिन बहुत अधिक वेट लिफ्टिंग करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। दरअसल, पीरियड्स में पेल्विक एरिया पहले से टाइट रहता है। ऐसे में जब आप हैवी वेट लिफ्टिंग करती हैं तो इससे पेट पर दबाव बढ़ता है, जिससे कमर दर्द और ऐंठन और भी बढ़ सकती है।
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