ऑफिस में रोजमर्रा के कामकाज में साथी कर्मकारियों के साथ आप किस तरह से पेश आ रही हैं और आपकी बॉडी लैंग्वेज कैसी है, यह काफी मायने रखता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके शब्दों से सिर्फ 20 फीसदी आप कम्यूनिकेट करते हैं, शेष आपकी बॉडी लैंग्वेज कम्यूनिकेट करती है। अगर आप किसी बात को लेकर आशंकित हैं, तनाव में हैं या फिर आप ऑफिस के किसी कर्मचारी को पसंद नहीं करती हैं, तो यह आपकी बॉडी लैंग्वेज से जाहिर हो जाएगा। ऐसे में आपको अपनी बॉडी लैंग्वेज पर काम करना बेहद जरूरी है। वर्किंग वुमन अगर प्रभावशाली तरीके से कम्यूनिकेट करें तो उनकी तरक्की के आसार और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। आइए जानें कुछ आसान टिप्स, जिनके जरिए आप अपनी बॉडी लैंग्वेज को कैसे प्रभावशाली बना सकती हैं-
- बातचीत के दौरान सीधे होकर बैठें और कंफर्टेबल रहें। इससे आप बेहतर ढंग से सांस ले पाएंगी और आपका तनाव भी कम हो जाएगा।
- साथियों से बातचीत उनकी आंखों में देखकर करें। जब आप आंखों में आंखें डालकर बात करते हैं तो लोग आपसे कनेक्ट फील करते हैं और उनके साथ आपके रिश्ते बेहतर होते हैं।

- बातचीत के दौरान सामने वाले के साथ सही तालमेल के लिए थोड़ा बहुत मुस्कुराना भी अच्छा है। इससे साथियों को आपसे बातचीत करते हुए अच्छा लगता है और वे आगे भी आपसे बात करने के इच्छुक रहते हैं।
- सटीक शब्दों के इस्तेमाल से आपका प्रभाव काफी बढ़ जाता है। साथ ही आप जो भी कहें, आत्मविश्वास के साथ कहें। अपने आत्मविश्वास के बल पर ही आप लोगों के बीच अपनी एक मजबूत छवि बनाती हैं।
- बात करने के दौरान दूसरे साथियों की बातों को ध्यान से सुनना भी अहम है। जब वे कुछ कहें तो उसके समर्थन में सिर हिला सकती हैं या फिर उन्हें सपोर्ट करते हुए कोई बात कह सकती हैं।
- बातचीत में साथियों की रुचि बढ़ाने के लिए आप उनसे कोई दिलचस्प सवाल कर सकती हैं, उन्हें कोई अहम जानकारी दे सकती हैं। इससे वे आपके साथ बातचीत में हमेशा दिलचस्प लेंगे।
- कई बार बातचीत में आपसे कोई मुश्किल सवाल पूछ लिया जाता है या फिर ऐसी चीज, जिसका जवाब देना आपके लिए मुश्किल हो, ऐसे में आपके लिए सहज रहना बहुत जरूरी है। आप उस सवाल का जवाब देने के लिए थोड़ा समय मांग सकती हैं या उसे टाल सकती हैं।

- ऑफिस में ऐसे साथियों की कमी नहीं होती जो आपकी एकाग्रता भंग करते हैं। ऐसे साथियों से बातचीत में आपको सतर्कता बनाए रखने की जरूरत है। अगर कोई बहुत आक्रामक होकर आपसे बात करता है तो अपनी ओर से संयम बनाए रखें और बातचीत में नकारात्मकता ना आने दें। आपके बोले हुए शब्द बहुत मायने रखते हैं, इसीलिए गुस्सा करना या तनावग्रस्त होना आपके लिए बुरा है। जब आप पॉजिटिव रहती हैं तभी आप सही तरीके से सोच-समझकर अपने साथियों से बात कर सकती हैं और उनके सवालों के सोचे-समझे जवाब दे सकती हैं।
- ऑफिस में कामकाज के दौरान जब साथियों से आपकी बातचीत होती है तो आपकी बॉडी लैंग्वेज उन्हें काफी हद तक आपकी शख्सीयत के बारे में बयां कर देती है। अगर आप खुद पर विश्वास करती हैं और अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित रखती हैं तो वर्कप्लेस पर होने वाली किसी भी तरह की समस्या पर आप काबू पाने में कामयाब होगीं। यह ध्यान रखें कि अगर आपकी अप्रोच सही हो और आप अपने सहकर्मियों से अपनी बात सही तरीके से रख पाती हैं तो आपकी ज्यादातर मुश्किलों का हल मिल जाता है। इससे लंबे दौर में आप बेहतर परफॉर्म करने में कामयाब होती हैं।