Poi Saag ke Fayde Upyog or Nuksan: सेहत का खजाना है पोई का साग, जानें इसके फायदे, नुकसान और खाने का सही तरीका

Poi Saag Benefits: पोई का साग विटामिन-ए, विटामिन-सी, कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन से भरपूर होता है। इसे खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। लेकिन, आपको इसे खाने का सही तरीका भी पता होना चाहिए।

 
malabar spinach kya hai

यूं तो साग ज्यादातर हम सर्दियों में खाते हैं। सर्दियों में बाजार में आपको मेथी, सरसो और भी कई तरह के साग मिल जाएंगे। लेकिन, गर्मियों में मिलने वाला एक साग भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। यह मालाबार स्पीनेच या पोई का साग है। गर्मियों में उगने वाला यह साग, सेहत के गुणों से भरपूर है और इसे डाइट में शामिल करने से कई फायदे मिलते हैं। इस साग में कई मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं और इसे कई तरीकों से खाया जा सकता है। पोई के साग में क्या औषधीय गुण मौजूद हैं, इसके क्या फायदे और नुकसान हैं, इसे किन तरीकों से डाइट में शामिल किया जा सकता है और किन लोगों को इससे दूर रहना चाहिए, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डाइटिशियन नंदिनी दे रही हैं। वह सर्टिफाइड डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट हैं।

पोई का साग क्या है? (Poi ka Saag Kya Hai)

Can I eat Malabar spinach raw

पोई का साग दिखने में पालक जैसा ही होता है। लेकिन, इसका स्वाद पालक से काफी अलग होता है। यह दो किस्म का होता है- लाल और हरी। यह मार्केट में पूरे साल मिलता है और खासकर, गर्मियों में आपको यह आसानी से मिल जाएगा। इसे पोयसाग, पोई या बचलू भी कहा जाता है। यह एक बेल है। इसका उपयोग शाक और सब्जी के रूप में होता है। इसके फल और बीज भी सेहत के गुणों से भरपूर होते हैं।

पोई के साग के गुण (Is Malabar spinach as healthy as regular spinach?)

  • पोई के साग में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसमें कैल्शियम, आयरन, विटामिन-सी, विटामिन-बी12, कैल्शियम, मैगनीज, फॉस्फोरस, पोटेशियम और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
  • इसमें डाययूरेटिक और लेक्सेटिव गुण पाए जाते हैं।
  • पोई के साग यानी मालबार पालक में साधारण पालक की तुलना में 3 गुना ज्यादा विटामिन-सी और डेढ़ गुना ज्यादा विटामिन-ए होता है। इसमें डाइटरी फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है।

पोई साग के फायदे (Poi Saag ke Fayde)

poi saag health benefits

डाइजेशन के लिए फायदेमंद

पोई साग में फाइबर की अधिक मात्रा होती है। इससे पाचन शक्ति बढ़ जाती है और मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है। पोई खाने से कब्ज दूर होती है और डाइजेशन भी दुरुस्त होता है।

वजन कम करने में सहायक

पोई में विटामिन-सी, फाइबर और आयरन भरपूर मात्रा में होता है। इसके कारण ये शरीर के मेटाबॉलिज्म लेवल में सुधार करता है, जिससे कारण फैट बर्न करने में मदद मिलती है और वजन आसानी से कम होता है।

हड्डियां मजबूत होती हैं

पोई का साग कैल्शियम रिच होता है। इसे डाइट में शामिल करने से कैल्शियम की कमी पूरी हो सकती है। मैग्नीशियम और कैल्शियम की भरपूर मात्रा के कारण, यह हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। खासकर, गठिया से परेशान लोगों को इसे जरूर खाना चाहिए।

नींद आने में करता है मदद

पोई का साग स्ट्रेस और डिप्रेशन दूर करके, नींद न आने की दिक्कत को दूर करता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम अच्छी नींद लाने में मदद करता है। इसमें पाए जाने वाले एमीनो एसिड्स, ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं।

स्किन को जवां और ग्लोइंग बनाता है

पोई के साग में विटामिन-सी और कई जरूरी एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये एंटी-ऑक्सीडेंट्स इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं और साथ ही स्किन हेल्थ के लिए भी जरूरी होते हैं। इसे खाने से एजिंग के साइन्स जल्दी नजर नहीं आते हैं। साथ ही, त्वचा जवां और ग्लोइंग बनी रहती है।

खून की कमी दूर होती है

पोई के साग को पुई भी कहा जाता है। इसे खाने से खून की कमी भी दूर होती है। अगर आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है, तो यह साग आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।

हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद

पोई का साग फोलेट से भरपूर होता है। दिल के लिए फोलेट काफी फायदेमंद होता है। ऐसे में इस साग को डाइट में शामिल कर, आप हार्ट को हेल्दी रख सकती हैं। यह शरीर में जमा बैड कोलेस्ट्रोल को भी कम करता है।

पोई साग के उपयोग और खाने का सही तरीका (Poi Saag ke Upyog)

  • पोई के साग को डाइट में कई तरीकों से शामिल किया जा सकता है।
  • आप इसे साग के तौर पर खा सकती हैं।
  • इसे दाल में मिलाकर भी खाया जाता है।
  • आप इसके पराठे भी बना सकती हैं।
  • आलू के साथ मिलाकर भी इसकी सब्जी बनाई जाती है।
  • आप इसका जूस भी बना सकती हैं।

पोई साग के नुकसान (Poi Saag ke Nuksan)

Is Malabar spinach good for the liver

  • यूं तो यह साग सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। लेकिन, कुछ लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
  • यह साग बीपी को कम करता है क्योंकि इसमें पोटैशियम अधिक होता है। इसलिए, जिन लोगों का बीपी लो रहता है, उन्हें इसे कम खाना चाहिए।
  • अगर आपका पेट खराब है, डायरिया है, तो इसे न खाएं क्योंकि इससे पेट साफ होता है।
  • इसे ज्यादा खाने से किडनी में स्टोन की दिक्कत हो सकती है।
  • इसे बनाने से पहले अच्छे से साफ करें और फिर सही से पकाकर ही खाएं।

पुई के साग को डाइट में शामिल कर आप सेहत बना सकती हैं। लेकिन, एक्सपर्ट की बताई बातों पर जरूर ध्यान दें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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