PCOS होने पर आपको घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। बेशक यह एक हेल्थ कंडीशन है, जिस पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। लेकिन, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि इसकी वजह से आप कंसीव नहीं कर पाएंगी या इसे कभी रिवर्स ही नहीं किया जा सकता है। PCOS यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की दिक्कत आजकल महिलाओं में काफी आम हो गई है। इसे मैनेज करने के लिए दवाइयों के साथ सही डाइट और लाइफस्टाइल बहुत जरूरी है। अक्सर महिलाओं को इस बात की जानकारी नहीं होती है लेकिन रसोई में रखी कई चीजें PCOS में दवाई की तरह काम करती हैं और महिलाओं की सच्ची दोस्त बन सकती हैं। आपको इन्हें डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। इन चीजों और इन्हें खाने के सही तरीके के बारे में आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानते हैं। यह जानकारी डॉक्टर दीक्षा भावसार दे रही हैं। डॉक्टर दीक्षा, आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स ब्रांड द कदंब ट्री की फाउंडर और BAMS (Bachelor of Ayurveda Medicine) हैं।
दालचीनी
पीसीओएस (PCOS) में दालचीनी का सेवन फायदेमंद होता है। यह शरीर में हार्मोनल बैलेंस बनाने, इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने और पीरियड्स को नियमित करने में मदद करती है। इससे पेट की चर्बी भी कम होती है। आप सोते समय पानी में दालचीनी का छोटा टुकड़ा उबालकर पी सकती हैं।
मेथी
पीसीओएस में मेथी दाना भी काफी फायदेमंद होता है। इससे इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होता है। मेथी के बीज एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को संतुलित करने में मदद करते हैं। इन हार्मोन्स को बैलेंस करने पीसीओएस के लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इससे ब्लड शुगर लेवल भी कंट्रोल होता है।
हल्दी
पीसीओएस को मैनेज करने के लिए, आप खाली पेट हल्दी का पानी भी पी सकती हैं। इसमें कुछ दाने काली मिर्च के भी डालें ताकि हल्दी में मौजूद कर्क्युमिन शरीर में अच्छे से अब्जॉर्ब हो सके।एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हल्दी, पीसीओएस के लक्षणों को कम करने, हार्मोन्स को मैनेज करने और इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करती है।
पपीता
अगर आपको पीसीओएस है, तो पपीते को डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं।पपीते में कई विटामिन्स, मिनरल्स, एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में मौजूद इंफ्लेमेशन को कम करते हैं। पपीते में पाचन एंजाइम होते हैं, जो डाइजेशन में सुधार करते हैं, मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं और वजन कम करने में मदद करते हैं। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में भी सुधार होता है।
रागी
पीसीओएस में रागी की रोटी फायदा पहुंचा सकती है। इससे शरीर में खून की कमी भी दूर होती है।रागी में फाइबर, कैल्शियम, प्रोटीन और आयरन जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं। इससे पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है, ब्लड शुगर लेवल में सुधार होता है और डाइजेशन में सुधार होता है। यह ग्लूटन फ्री होता है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।
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आंवला
आंवला महिलाओं के लिए एक सुपरफूड है। इसमें मौजूद विटामिन-सी इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और इससे बीमारियों से बचाव होता है।आंवला में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट पीसीओएस की इंफ्लेमेशन को कम करते हैं। इससे ओव्युलेशन में सुधार होता है और शरीर डिटॉक्स होता है।
भुने हुए चने
भुने हुए चने पीसीओएस में बेहद फायदेमंद हैं। यह प्रोटीन से भरपूर होते हैं और शरीर को ताकत देते हैं। इनसे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और फूड क्रेविंग्स भी कम होती हैं। एनीमिया को दूर करने में भी ये मदद करते हैं।
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PCOS के लक्षणों को मैनेज करने के लिए, डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव बहुत जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit: Shutterstock, Freepik
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