भारत में बहुत से प्रसिद्ध मंदिर हैं, सभी के अलग-अलग महत्व और कथा है। इसके अलावा पर्व और त्यौहार के दिनों में इन मंदिरों में अधिक भीड़ होती है। भारत में लक्ष्मी, शिव, दुर्गा, गणेश, काली, विष्णु और कार्तिकेय समते कई सारे देवी-देवताओं के प्रसिद्ध मंदिर हैं। इन मंदिरों में दर्शन के लिए रोजाना देश विदेश से लोग आते हैं। बता दें कि भारत में ऐसे पांच मंदिर हैं, जहाँ आपको भगवान के दर्शन के लिए तय किए गए ड्रेस कोड का पालन करना होगा।
उज्जैन का यह महाकाल मंदिर बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है, यह मंदिर महादेव को समर्पित है। इस मंदिर का भस्म आरती पुरी दुनिया में प्रसिद्ध है और यहां भी भस्म आरतीसे लेकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को धोती पहनना जरूरी है। बिना ड्रेस कोड के इन मंदिरों में प्रवेश वर्जित है।
घृष्णेश्वर मंदिर भी बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है और यह भगवान शिव को समर्पित है। दौलताबाद से यह मंदिर 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इसे अंतिम ज्योतिर्लिंग कहा जाता है। इस मंदिर का निर्माण अहिल्याबाई होल्कर ने करवाया था। इस मंदिर में रोजाना हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं और यहां भी पुरुषों को बिना धोती के दर्शन की अनुमति नहीं है।
इसे भी पढ़ें: Mahashivratri Shivling Tripund Vidhi 2024: शिवलिंग पर त्रिपुंड लगाने की सही विधि क्या है?
तिरुपति बालाजी मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिला में स्थित है। यहां जगत के पालनहार विष्णु जी वेंकटेश्वर स्वरूप में विराजित हैं। तिरुमाल में होने के कारण तिरुपति बालाजी के मंदिर को तिरुमाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में भी महिलाएं बिना साड़ी पहने और पुरुष बिना धोती के तिरुपति बालाजी की दर्शन नहीं कर सकते हैं।
भगवान शिव को समर्पित महाबलेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्थित है। इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि यहां स्थित शिवलिंग स्वयंभू हैं, यानी यहां के शिवलिंग स्वयं उत्पन्न हुए हैं। गर्भगृह में स्थित शिवलिंगको महालिंगम कहा जाता है। इस मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है, लेकिन यहां के तय किए गए ड्रेस कोड के अनुसार ही आप देव दर्शन कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: मंदिर में प्रवेश के समय सीढ़ियों को झुककर स्पर्श क्यों किया जाता है, जानें कारण
पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, जहां भगवान विष्णु की प्रतिमा शेषनाग पर शयन मुद्रा में स्थापित है। इस मंदिर में रोजाना हजारों और लाखों श्रद्धालु देश-दुनिया से दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर का निर्माण मार्तण्ड राजा ने करवाया था और इस मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए ड्रेस कोड तय किया गया है। महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को धोती पहनना अनिवार्य है।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit: Freepik, Instagram alwaysramcharan, amazon
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।