अगर आप दक्षिण भारत के किसी जगह पर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो नई-नई जगहों और प्राकृतिक आकर्षण के बीच घूमने के लिए तैयार हो जाएं। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और केरल दक्षिण भारत में घूमने के लिए बेस्ट जगह माने जाते हैं। इन सभी राज्यों के अलग-अलग रीति-रिवाज, खान-पान और भाषा सैलानियों को सबसे अधिक आकर्षक लगती है। पर्यटक यहां खुले दिल से घूमते हैं और यहां के स्थानीय लोग भी सैलानियों का खुले दिल से स्वागत करते हैं।
पर कई लोगों के लिए दक्षिण भारत का टूर थोड़ा पेचीदा हो जाता है। इन राज्यों की परंपरा और रीति-रिवाज़ भारत के अन्य राज्यों से साउथ इंडिया को बिलकुल अलग और खास बनाता है। यहां की यात्रा करने पर सैलानी कई नई चीजों से रूबरू भी होते रहते हैं। अगर आप भी दक्षिण भारत की यात्रा के लिए निकलना चाहते हैं तो इन बातों का ज़रूर ध्यान रखें।
खान-पान का ध्यान रखना
दक्षिण भारत की यात्रा पर जाने से पहले आपको यहां के खान-पान पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। दक्षिण भारत के व्यंजन बहुत ही टेस्टी और स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन कुछ लोगों को नापसंद भी होते हैं। अगर आपको भी यहां के खान-पान पसंद नहीं है तो यात्रा से पहले ही ये तय कर लें कि हमें किस होटल और रेस्त्रां में खाना है और क्या-क्या खाना है। अगर आपको साउथ इंडियन फूड्स पसंद है तो आपकी यात्रा में संभवत कई परेशानी नहीं होगी।
टिप-
नॉर्थ इंडियन रेस्त्रां के बारे में पहले से ही जान लें। क्योंकि कई लोकल रेस्त्रां गेहूं के आटे की नहीं बल्कि मैदे की रोटी देते हैं।
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स्थानीय लोगों की तरह ड्रेस
दक्षिण भारत की यात्रा करने से पहले आपको वहां की वेशभूषा पर ध्यान देने की ज़रूरत है। अमूमन दक्षिण भारत का पहनावा भारत के अन्य राज्यों से अलग रहते हैं। यहां जिस तरह के कपड़े पहने जाते हैं उस तरह के कपड़े आपके पास होना मुश्किल है। अगर आप यहां की यात्रा के लिए निकल रहे हैं तो आपको यहां के जलवायु के आधार पर कपड़े रखने चाहिए। दक्षिण भारत में अमूमन गर्मी पड़ती है, तो आप जितना ढीले और सूती के कपड़े रखेंगे उतना ही सही होगा।
टिप-
दक्षिण भारत का मौसम काफी ह्यूमिड रहता है और इसलिए कॉटन के कपड़ों को पैक करें। वहां से आप लोकल कॉटन के कपड़े भी खरीद सकते हैं।
ट्रैफिक पर नज़र
देश के अन्य राज्यों के तरह दक्षिण भारत में भी खूब ट्रैफिक रहता है। अगर आप फर्स्ट टाइम दक्षिण की किसी जगह पर घूमने जा रहे हैं, तो इसके लिए पहले से ही तैयार हो जाएं। अगर आप भीड़-भाड़, ऑटो-रिक्शा, बाइक, कारों के ट्रैफिक से बचना चाहते हैं तो वीकएंड में घूमने से बचे, क्योंकि यहां वीकएंड में सड़कों पर अधिकतर भीड़ लगी रहती। अगर आपको किसी जगह पर अच्छे से घूमना है तो दिन में ही घूम लीजिए क्योंकि शाम होते-होते सड़कों पर ट्रैफिक जाम लगना स्टार्ट हो जाता है।
टिप-
सुबह जल्दी और शाम में इन राज्यों में घूमना अच्छा होगा, लेकिन ऑफिस ट्रैफिक से बचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें।
लोकल लोगों का स्वभाव
दक्षिण भारत के लोगों का स्वभाव सैलानियों के प्रति काफी अच्छे होते हैं। यहां के लोग सैलानियों का खुले दिल से स्वागत करते हैं। यात्रा के दौरान आपको किसी जगह के बारे में मालूम करना हो तो आप बिना किसी संदेह के पूछ सकते हैं। भारत के अन्य राज्यों के तरह यहां के लोग भी सैलानियों के प्रति बड़े ही आदर और सम्मान से स्वागत करते हैं और बड़े ही मिलनसार होते हैं।
टिप-
वैसे तो लोग मिलनसार होते हैं, लेकिन अगर कोई ज्यादा बात नहीं कर रहा है तो उससे दूर रहें। साथ ही टूरिस्ट ट्रैप्स से बचने की कोशिश करें।
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मौसम के बारे में जानकारी
दक्षिण भारत की यात्रा से पहले यहां के मौसम की जानकारी ज़रूर मालूम कर लें। दक्षिण भारत के किसी राज्य और शहर में मौसम सही रहता है तो किसी राज्य और शहर में सर्दी तो कहीं गर्मी रहती है। उदहारण के लिए बैंगलोर शहर का मौसम पूरे साल काफी अच्छा रहता है, लेकिन इसके अलावा दक्षिण के ज्यादातर शहरों में गर्म मौसम रहता है। अगर आपको गर्मी से बचना है तो मौसम की सही जानकारी करने के बाद ही निकलना चाहिए।
टिप-
वहां मौसम दिन प्रति दिन बदल जाता है इसलिए डे फोर्कास्ट देखकर ही बाहर निकलें।
अपनी ट्रिप सावधानी से प्लान करें। अगर आपके कोई सुझाव हैं तो वो हमें हरजिंदगी के फेसबुक पेज पर बताएं। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।