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भारत में यहां स्थित है माता सीता की रसोई, चूल्हा-चिमटा समेत हर सामान रखा गया है संभालकर

देशभर में लोगों को बस इंतजार है, तो राम की नगरी में रामलला के नए मंदिर बनने का, लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको माता सीता से जुड़ी एक खास जगह के बारे में बताएंगे। 
Editorial
Updated:- 2023-11-09, 14:00 IST

सभी जानते हैं कि भगवान श्री राम ने अपने पिता का मान रखने के लिए अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 साल का वनवास किया था। साथ ही श्री राम को उनके  त्याग और बलिदान के लिए भी लोग पूजते हैं। दुनिया श्रीराम को माता सीता को रावण के चंगुल से बचाने के लिए भी याद करते हैं। 

आज के इस आर्टिकल में हम आपको माता सीता से जुड़ी एक खास जगह के बारे में बताने वाले हैं। अगर इस दीवाली पर आप माता के दर्शन के लिए कहीं जाने का प्लान बना रहे हैं, तो एक बार आपको यहां जरूर जाना चाहिए। 

माता सीता यहां बनाती थी खाना

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उत्तर प्रदेश के मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित चित्रकूट धाम वह जगह है, जहां माता सीता ने अपना सबसे अधिक समय बिताया है। इस धाम में माता सीता की रसोई है, जहां माता सीता खाना बनाती थी और महर्षि ऋषियों को भोजन करवाती थी। 

चित्रकूट धाम की मान्यता हजारों वर्ष पुरानी है। लाखों की संख्या में  श्रद्धालु यहां भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। यहां एक कामद गिरि नाम से पर्वत है, जिसे लेकर माना जाता है कि जो भी कोई इसके चक्कर लगाता है, उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती है।

इस जगह पर आपको भरत मिलाप मंदिर भी देखने को मिलेगा। यही वह जगह जब भगवान राम ने अपने भाई भरत को वापस लौट जाने के लिए निवेदन किया था। 

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यहां भी स्थित है माता सीता की रसोई

अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण की बात पर आपने भी पढ़ा होगा कि सुप्रीम कोर्ट ने सीता की रसोई का जिक्र किया था। यहां एक मंदिर है जिसपर सीता रसोई लिखा हुआ है। लोगों का मानना है कि यहां माता सीता खाना बनाया करती थी। लेकिन बता दें कि यह कोई रसोई नहीं बल्कि एक मंदिर है। 

यह मंदिर राम जन्म भूमि के उत्तरी - पश्चिमी हिस्से में बना हुआ है। मंदिर में आपको भगवान राम, माता सीता सहित लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न और उनकी पत्नियों की तस्वीरें भी देखने को मिलेगी। (राम मंदिर के लिए 400 किलो का ताला)

लेकिन इस मंदिर में आपको रसोई के बर्तन भी देखने को मिलेंगे। इसी वजह से लोग इस मंदिर को माता की रसोई मानते हैं। इसमें चकला और बेलन के अलावा रसोई में प्रयोग में आने वाले कई तरह के बर्तन रखे गए हैं।

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यहां रहने वाले लोगों का मानना है कि माता सीता ने इस रसोई में पंच ऋषियों को भोजन करवाया था। 

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Image Credit-  Insta

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