Madhya Pradesh Unexplored Places: मध्य प्रदेश देश का एक खूबसूरत और प्रमुख राज्य है। यह देश के सबसे बड़े राज्यों में से भी एक माना जाता है। देश के मध्य में होने के चलते इस राज्य को हिंदुस्तान का दिल भी बोला जाता है।
मध्य प्रदेश देश का एक ऐसा राज्य है, जो कई बेहतरीन ऐतिहासिक के साथ-साथ प्रकृति जगहों के लिए जाना जाता है। इस राज्य में स्थित कुछ जगहों पर भारी संख्या में विदेशी पर्यटक भी घूमने के लिए पहुंचते रहते हैं।
राजधानी भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, खजुराहो, पंचमढ़ी आदि चर्चित जगहों के बारे में लगभग हर कोई जानता होगा, लेकिन चर्चित जगहों से दूर रातापानी एक ऐसी खूबसूरत जगह है, जिसके बारे में शायद आप भी नहीं जानते होंगे।
इस आर्टिकल में हम आपको रातापानी की खूबसूरती और यहां मौजूद कुछ शानदार और खूबसूरत जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं। सर्दी खत्म होने से पहले घूम आएं।
रातापानी की खूबसूरती और खासियत जानने से पहले आपको यह बता दें कि यह खूबसूरत जगह मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में है। रातापानी का इलाका विंध्य पहाड़ियों के बीच फैला हुआ है, जो सैलानियों को खूब आकर्षित करता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रातापानी राजधानी भोपाल से महज 53 किमी दूर है। इसके अलावा, भोजपुर से सिर्फ 33 किमी और बरखेड़ा से करीब 15 किमी की दूरी पर स्थित है। इसलिए यहां भोपाल और आसपास की जगहों से लोग घूमने के लिए पहुंचते रहते हैं।
यह विडियो भी देखें
इसे भी पढ़ें: Valentine's Day: वैलेंटाइन वीक में दिल्ली वाले मेरठ के पास में स्थित इन शानदार जगहों को बनाएं रोमांटिक पॉइंट
मध्य प्रदेश की विंध्य पहाड़ियों के बीच फैला हुआ रातापानी, सबसे अधिक टाइगर रिजर्व के लिए जाना जाता है। जी हां, रातापानी एक बाघ अभयारण्य है, जहां सिर्फ भोपाल से भी नहीं, बल्कि देश के हर कोने से पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं।
रातापानी को मध्य प्रदेश का 8 वां टाइगर रिजर्व माना जाता है। रातापानी खूबसूरत जंगलों और शुद्ध वातावरण के लिए जाना जाता है। खासकर, रातापानी सागौन के खूबसूरत जगलों के लिए खूब प्रसिद्ध है। जनवरी से लेकर फरवरी के बीच में रातापानी के जंगलों में खूब ठंड पड़ती है। जनवरी से लेकर फरवरी के बीच यहां कई लोग घूमने के लिए पहुंचते हैं।
रातापानी टाइगर रिजर्व सिर्फ मध्य प्रदेश का ही नहीं, बल्कि देश का भी एक प्रमुख बाघ अभयारण्य माना जाता है। इसलिए इसे भारत का 57वां बाघ अभयारण्य भी कहा जाता है। यहां कई जीव-जंतु और पेड़-पौधे पाए जाते हैं।
रातापानी टाइगर रिजर्व करीब 890 वर्ग किमी में फैला हुआ है। कहा जाता है कि यह टाइगर रिजर्व लगभग 40 बाघों का घर है। यहां बाघों के अलावा, तेंदुआ, लकड़बग्घा, लोमड़ी, चीतल, सांभर, नीलगाय, चिंकारा और चौसिंगा जैसे दर्जन से अधिक किस्म के जानवरों को करीब से देखा जा सकता है।
रातापानी सैलानियों के बीच खूब लोकप्रिय है। खासकर, जो पर्यटक प्रकृति से प्रेम करते हैं, उनके लिए रातापानी को स्वर्ग माना जाता है। ऊंचे-ऊंचे पहाड़, घने जंगल और झील-झरने रातापानी की खूबसूरती में चार चांद लगाने कम करते हैं।
रातापानी, अपनी खूबसूरती के साथ जंगल सफारी के लिए भी जाना जाता है। वीकेंड में भोपाल आदि कई अन्य शहरों से यहां लोग जंगल सफारी का लुत्फ उठाने के लिए पहुंचते हैं। वीकेंड रातापानी के आसपास कई लोग पिकनिक मनाने के लिए भी पहुंचते हैं। टाइगर रिजर्व के आसपास ट्रैकिंग, हाईकिंग और कैम्पिंग का भी लुत्फ उठाया जा सकता है।
रातापानी में एक से एक बेहतरीन और ऐतिहासिक जगहें मौजूद हैं, जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। जी हां, यहां आप रातापानी बांध और झोलियापुर बांध जैसी प्राकृतिक जगहों से लेकर गिन्नौरगढ़ किला, भीम बैठका और सरू-मारू गुफाएं जैसी ऐतिहासिक जगहों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
रातापानी को प्रवासी पक्षियों का घर भी माना जाता है। यहां स्थित झील में नाव की सवारी भी कर सकते हैं। इसके अलावा, केरी महादेव और सलकनपुर मंदिर को भी एक्सप्लोर करना न भूलें।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image@petrichor659,tiwari.mitul/insta
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।