Famous Temples In Goa: देश के सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन राज्य का जिक्र होता है, तो कई लोग सबसे पहले गोवा का नाम जरूर लेते हैं। गोवा भले ही एक छोटा राज्य है, लेकिन खूबसूरत और मनमोहक बीचेज के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
यह सच है कि गोवा खूबसूरत समुद्र तटों और अपनी नाइटलाइफ के लिए देश भर में प्रसिद्ध है, लेकिन इस छोटे से राज्य में स्थित चर्चों के अलावा ऐसे कई प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर भी मौजूद हैं, जहां घूमना कई लोगों का सपना भी होता है।
गोवा में स्थित मंगेशी शिव मंदिर एक ऐसा भी मंदिर है, जिसे राज्य के सबसे प्राचीन शिव मंदिर में से एक माना जाता है। इस मंदिर को एक्सप्लोर करना कई लोगों का सपना भी होता है।
इस आर्टिकल में हम आपको मंगेशी शिव मंदिर का इतिहास, इससे जुड़े रोचक तथ्य और आसपास में स्थित कुछ शानदार जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें एक्सप्लोर कर सकते हैं।
गोवा में मंगेशी शिव मंदिर कहां है? (Where Is Mangueshi Temple In Goa)
मंगेशी शिव मंदिर का इतिहास जानने से पहले आपको बता दें कि यह प्राचीन मंदिर गोवा के पोंडा जिले में प्रियोल गांव में मौजूद है। यह प्रसिद्ध मंदिर गोवा की राजधानी पणजी से करीब 21 किलोमीटर दूर है।
आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि मंगेशी शिव मंदिर राजधानी के अलावा, मडगांव से करीब 26 किमी दूर है। आपको यह भी बता दें कि मंदिर के आसपास की क्षेत्र को मंगेशी के नाम से भी जाना जाता है।
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मंगेशी मंदिर का इतिहास (Mangueshi Temple History)
मंगेशी मंदिर का इतिहास काफी पुराना माना जाता है। कहा जाता है कि इस मंदिर का इतिहास करीब 450 साल से भी अधिक पुराना है। कई लोगों का मानना है कि इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में हुआ था।
वही कुछ अन्य लोगों का मानना है कि इस भव्य मंदिर का निर्माण एक स्थानीय मराठा शासक के दान से हुआ था। इस प्राचीन मंदिर से पौराणिक कहानियां भी जुड़ी हुई हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर यहां हजारों की संख्या में शिव भक्त पूजा-पाठ करने के लिए पहुंचते हैं।
मंगेशी मंदिर की पौराणिक कहानी (Mangueshi Temple Myth)
मंगेशी मंदिर की पौराणिक कहानी श्रद्धालुओं को खूब आकर्षित करती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार एक बार यहां भगवान शिव देवी पार्वती के सामने अचानक से बाघ के रूप में प्रकट हो गए।
जब भगवान शिव बाघ के रूप में प्रकट हुए थे तब माता पार्वती के मुंह से रक्षाम् गिरीश शब्द निकला। इसके बाद से भगवान शिव यहां मंगिरीश के नाम से पूजे जाने लगे। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस शहर की रचना भगवान परशुराम ने की थी।
मंगेशी मंदिर की वास्तुकला (Mangueshi Temple Architecture)
मंगेशी मंदिर की वास्तुकला लोगों को खूब आकर्षित करती है। माना जाता है कि इस मंदिर की वास्तुकला में सिर्फ हिन्दू ही नहीं, बल्कि ईसाई और मुस्लिम का भी मिश्रण दिखाई देता है
मंगेशी मंदिर की सबसे अनोखी चीज यहां स्थित सात मंजिला अष्टकोणीय दीप स्तंभ है। अष्टकोणीय दीप स्तंभ को पूरे गोवा शहर का सबसे उंचा स्तंभ माना जाता है। कहा जाता है कि मंदिर परिवार में एक सभागृह है, ज्काहन एक साथ 500 से अधिक लोग खड़े हो सकते हैं। इस प्राचीन मंदिर में कई गुंबद और झरोखे भी मौजूद हैं, जो सैलानियों को खूब आकर्षित करते हैं।
मंगेशी मंदिर के आसपास में घूमने की जगहें (Best Places Near Mangueshi Temple)
मंगेशी मंदिर के आसपास में ऐसी कई शानदार और खूबसूरत जगहें मौजूद हैं, जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। मंदिर से करीब 36 किमी दूर स्थित बागा बीच, करीब 29 किमी दूर स्थित कोल्वा बीच और 39 किमी दूर स्थित अंजुना बीच को एक्सप्लोर कर सकते हैं। इन बीचेज से आप सूर्योदय और सूर्यास्त के लुभावने दृश्यों को देख सकते हैं। यहां वाटर स्पोर्ट्स का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
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