ठण्ड के मौसम में वो सौंधी-सी धूप और साथ में परिवार के साथ गरमा-गरम खाने का लुत्फ़, अगर धरती में जन्नत कहीं है तो वो सिर्फ यही है। लेकिन स्वाद के साथ अगर सेहत का भी खास ख्याल रखा जाये, तो फिर क्या बात है। जरूरी नहीं कि जंक फूड खाकर ही आप अपना वीकेंड बिताएं, इस बार आप घर का हेल्दी और स्वादिष्ट खाना खा सकते हैं। यहां हम आपको उन पकवानों के बारे में बताएंगे, जो सर्दियों के मौसम में लोकप्रिय होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हैं।
यहां हम आपको बताएंगेक्राउन प्लाजा, नई दिल्ली ओखला के शेफ देवराज शर्मा की बताई गई परफेक्ट सर्दियों की थाली के बारे में, जिसका आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ आनंद ले सकते हैं।
सूप से करें शुरुआत

अगर आप मांसाहारी खाने के शौक़ीन हैं, तो पाया सूप से बेहतर विकल्प कोई नहीं हो सकता है। खास मसालों से बनाया गया यह सूप सर्दियों में गर्माहट का एहसास दिलाता है। स्वाद में तो वैसे इस सूप का कोई मुकाबला है ही नहीं, साथ ही साथ शरीर को डिटोक्स करने में भी यह सूप मददगार होता है। आर्थराइटिस की समस्या से जूझ रहे मरीज़ो के लिए भी यह सूप सबसे बेहतरीन है। इतना ही नहीं, आंतो से लेकर दांतो तक के लिए ये सूप सेहत का खज़ाना है।
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मकई दी रोटी और सरसो का साग

ताजी सरसों की पत्तियों को पालक, बथुआ और हरे धनिये के साथ धीमी आंच में पकाएं। लाल मिर्च और मसलों का तड़का लगाने के बाद इस साग को मक्के की रोटी, ताजे सफ़ेद मक्खन और गुड़ के साथ परिवार को परोसें। पंजाबी खाना पसंद करने वालों के लिए सरसों के साग से बेहतर विकल्प कोई हो ही नहीं सकता है। सरसो में एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये हमारी कोशिकाओं को न सिर्फ नष्ट होने से बचाते हैं, बल्कि कैंसर जैसी बीमारी होने के खतरे को भी दूर करते हैं। आयरन और विटामिन A के अच्छे स्त्रोत होने के साथ-साथ, सरसों कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कंट्रोल करता है।
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काली गाजर की कांजी

कांजी एक प्रोबायोटिक ड्रिंक है जो पंजाब के शहरों में बहुत लोकप्रिय है। काली गाजर को मसालों के साथ पानी में भिगोकर फरमेंट होने के लिए रख दिया जाता है। सरसों के बीज इस प्रक्रिया को परिणाम तक लेन में सहायक होते है एवं स्वास्थ्य का तड़का भी लगते हैं। काली गाजर में एंटी-ऑक्सीडेंट्स कूट-कूटकर भरे होते हैं, जो हमारी रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ाते है एवं त्वचा को भी जवान रखते हैं। हमारी मस्तिष्क कोशिकाओं को एक्टिव रखने के साथ-साथ गट हेल्थ के लिए भी कांजी लाभदायक होती है। दिल के मरीज़ो के लिए तो कांजी किसी रामबाण इलाज से काम नहीं है। काली गाजर में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
गुड़ पारा

अब है मीठे की बारी, तो आइये करते है पूरी तैयारी। गुड़ पारा वैसे तो लोहड़ी में सबसे ज्यादा खाया जाता है, पर सेहत का ध्यान रखने वालों के लिए ये किसी वरदान से काम नहीं है। गुड़ से बने होने के कारण इसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स, जिंक एवं सेलेनियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक छमता बढ़ती है। साथ ही साथ ये लिवर के डिटॉक्स से लेकर खांसी, जुकाम और फ़्लू को भी दूर भागता है।
तो फिर इस रविवार, हो जाये एक शानदार एवं सेहतमंद लंच? इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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Image Credit: shutterstock, freepik
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