देश का बिहार राज्य किसी एक चीज के लिए नहीं बल्कि कई चीजों के लिए पूरे भारत में फेमस है। बिहार का नाम जिस तरह से लिट्टी-चोखा से जुड़ा हुआ है ठीक उसी तरह भगवान गौतम बुद्ध से भी जुड़ा हुआ है। इस राज्य का इतिहास आज भी लोगों को जानने पर मजबूर कर देता है। बिहार में मौजूद कई ऐतिहासिक स्थल आज भी विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। इन्हीं में से एक है बिहार की राजधानी यानी पटना में मौजूद 'गोलघर'। इस विश्व प्रसिद्ध स्थल के बारे में कहा जाता है कि इसका जिक्र किए बिना बिहार का इतिहास अधूरा ही रहता है। ऐसे में इस लेख में हम आपको पटना में स्थित इस विश्व प्रसिद्ध गोलघर के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
गोलघर का कब निर्माण हुआ था?
इस विश्व प्रसिद्ध गोल घर का निर्माण तब के गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स ने गोलघर के निर्माण की योजना बनाई थी। इस ऐतिहासिक गोलघर का निर्माण लगभग 20 जनवरी 1784 को शुरू हुआ था और इसका कार्य लगभग 20 जुलाई 1786 के आसपास संपन्न हुआ था। कहा जाता है कि यह ऐतिहासिक गोलघर लगभग 235 साल प्राचीन हो चुका है और आज भी संरक्षित है।
गोलघर बनाने का उद्देश्य क्या था?
गोलघर को क्यों बनवाया गया था इसके पीछे बेहद ही दिलचस्प कहानी है। कहा जाता है कि लगभग 1770 के आसपास बिहार राज्य भयंकर सूखे के दौर से गुजर रहा था। इस भयंकर सूखे में लगभग करोड़ों लोग भुखमरी के शिकार हुए थे। करोड़ों लोग शहर को छोड़कर चले भी गए थे। इस भयानक दौर के बाद उस समय के गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग ने गोलघर के निर्माण की योजना बनाई ताकि अनाज को स्टोर कर जा सकें।(दिल्ली में 1 नहीं बल्कि 2 कुतुब मीनार है?)
गोलघर की क्या विशेषता?
कहा जाता है कि गोलघर की मजबूती आज भी कायम है। गोलघर की ऊंचाई लगभग 29 मीटर और इसका आकार लगभग 125 मीटर है। कहा जाता है कि गोलघर की दीवार का आधार लगभग 3.6 मीटर चौड़ी है। लगभग 145 सीढियों के सहारे आप इसके उपरी सिरे पर जा सकते हैं जहां से शहर का एक बड़ा हिस्सा देखा जा देख सकते हैं। कहा जाता है कि उस समय इस गोलघर में लगभग 1,37,000 टन अनाज स्टोर करने की क्षमता थी।
इसे भी पढ़ें:ये हैं भारत की सबसे महंगी जगहें, ज़रा सोच समझकर यहां जाने का बनाएं प्लान
गोलघर कहां स्थित है और कैसे पहुंचें?
यहां आप बहुत आसानी से पहुंच सकते हैं। देश के लगभग सही राज्य से पटना शहर जुड़ा हुआ है। ऐसे में आप ट्रेन से पटना रेलवे स्टेशन पहुंचकर यहां से टैक्सी और कैब लेकर जा सकते हैं। रेलवे स्टेशन से गोलघर बहुत पास में है। हवाई यात्रा के द्वार भी यहां आप पहुंच सकते हैं। ऐपोर्ट से लोकल टैक्सी या कैब लेकर पहुंच सकते हैं। आपको बता दें कि यह फेमस स्थान गांधी मैदान में मौजूद है।(बिहार में घूमने की जगह)
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे लाइक, शेयर और कमेंट्स ज़रूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Recommended Video
Image Credit:(@sutterstocks,bihar.gov)
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों