आपके हाथों की तरह, गर्दन और चेस्ट एक ऐसा एरिया है जिसे अक्सर उपेक्षित किया जाता है, लेकिन इस हिस्से में उम्र बढ़ने के लक्षण सबसे पहले दिखाई देते हैं।
चेस्ट की त्वचा विशेष रूप से पतली होती है और अक्सर सूर्य के संपर्क में आती है। इससे त्वचा के डैमेज होने और समय से पहले एजिंग आने का खतरा होता है।जब आप उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोक नहीं सकती हैं, तो निश्चित रूप से चेस्ट और गर्दन पर उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने के तरीके हैं। जितनी जल्दी आप शुरुआत करेंगे, उतना अच्छा है।
अपने नेक और चेस्ट के हिस्से में एजिंग की समस्या को कम करने के लिए क्या करें और क्या ना करें? इन टिप्स के बारे में हमें प्रसिद्ध डर्मेटोलॉजिस्ट और संस्थापक और अध्यक्ष, डॉ. निवेदिता दादू के डर्मेटोलॉजी क्लिनिक की डॉक्टर निवेदिता दादू जी बता रही हैं। सबसे पहले जान लेते हैं कि हमें क्या करना चाहिए।
डॉक्टर निवेदिता दादू जी का कहना है, 'हम हमेशा अपने चेहरे के लिए तो अनेक तरह के स्किनकेयर और ब्यूटी रुटीन को फॉलो करते हैं, लेकिन अक्सर हम अपने सबसे महत्त्वपूर्ण हिस्से नेक और चेस्ट के एरिया को भूल जाते हैं। जिसके कारण इस हिस्से में रेडनेस, झाइयां और रिंकल्स होने लगते हैं और यह हिस्सा एजिंग का शिकार होने लगता है।'
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दो प्रकार के प्रोटीन होते हैं जो आपकी त्वचा को संरचना प्रदान करते हैं - इलास्टिन और कोलेजन। जब इन प्रोटीन्स का उत्पादन धीमा हो जाता है, तो झुर्रियां पड़ जाती हैं। चेस्ट और गर्दन की झुर्रियों के कारण को समझने से हमें उनका समाधान खोजने में मदद मिलेगी।
जब आपकी त्वचा नियमित रूप से सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती है, तो यूवी किरणें कोलेजन को सामान्य से अधिक दर से टूटने का कारण बन सकती हैं। कोलेजन आपकी त्वचा की लोच बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है। नतीजतन, सूरज के संपर्क में आना चेस्ट और गर्दन की झुर्रियों का एक प्रमुख कारण है।
पुश-अप ब्रा आपके ब्रेस्ट को आकर्षक लुक दे सकती है, लेकिन इसकी कीमत चुकानी पड़ती है। पुश-अप ब्रा और शेपवियर कपड़े ब्रेस्ट को एक साथ धकेलते हैं, जिससे त्वचा में सिलवटें बनती हैं। इन कपड़ों के लंबे समय तक इस्तेमाल से चेस्ट में झुर्रियां पड़ सकती हैं।
बढ़ती उम्र में हार्मोन में परिवर्तन कोलेजन के लेवल में कमी का कारण बनता है। यह आपकी त्वचा की लोच को प्रभावित करता है और आपकी चेस्ट और गर्दन की त्वचा को पतला होने का कारण बनता है। परिणाम? आपके चेस्ट सहित आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों पर झुर्रियों का विकास।
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपका शरीर पर्याप्त कोलेजन और इलास्टिन का उत्पादन करने की क्षमता खो देता है। आपकी त्वचा की बीच की परत, डर्मिस पतली हो जाती है, जिससे नमी बनाए रखना मुश्किल हो जाता है। यही कारण है कि आप उम्र के रूप में चेस्ट और गर्दन में झुर्रियां देखेंगी।
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क्या आप जानते हैं कि आपके सोने की पोजीशन से आपकी गर्दन और चेस्ट के आस-पास पर झुर्रियां पड़ सकती हैं? करवट लेकर सोने से त्वचा बार-बार मुड़ी हुई होती है।
यदि आप एक साइड स्लीपर हैं, तो चेस्ट की झुर्रियों को रोकने के लिए आपको अपनी सोने की पोजीशन को बदलने की आवश्यकता हो सकती है।
एक्सपर्ट के टिप्स को अपनाकर आप भी इस समस्या को कुछ हद तक कंट्रोल कर सकती हैं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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