जब उम्र ढलने लगती है, तो स्किन पर उसका असर नजर आने लगता है। बढ़ती उम्र में स्किन का कोलेजन घटने लगता है, जिससे चेहरे पर रिंकल्स और झुर्रियां दिखाई देती है। ऐसे में महिलाएं तरह-तरह के ट्रीटमेंट लेना शुरू करती हैं। इन्हीं ब्यूटी ट्रीटमेंटस में से एक है डर्मल फिलर्स। यह स्किन में एक फिलर के रूप में काम करते हैं, जिससे ढीली व सुकड़ी हुई स्किन में एक कसाव व भराव नजर आने लगता है। ऐसे में स्किन अधिक ग्लोइंग व यंग नजर आती है।
डर्मल फिलर्स लेने का चलन पिछले कुछ समय से काफी बढ़ गया है। यहां तक कि सेलेब्स भी इस ब्यूटी ट्रीटमेंट को लेना पसंद करते हैं। डर्मल फिलर में हायल्यूरॉनिक एसिड का इस्तेमाल होता है, जिसे इंजेक्ट कर झुर्रियों का इलाज किया जाता है। आमतौर पर, लोग इसे एक बेहतरीन ब्यूटी ट्रीटमेंट के रूप में देखते हैं, क्योंकि इससे जल्द ही स्किन पर रिजल्ट नजर आते हैं।
हालांकि, इसके कुछ नुकसान भी होते हैं और इसलिए इस ब्यूटी ट्रीटमेंट को करवाने से पहले आपको इनके नुकसानों के बारे में भी जानना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको डर्मल फिलर्स से होने वाले कुछ नुकसानों के बारे में बता रहे हैं-
डर्मल फिलर्स क्या है?
डर्मल फिलर्स एक तरह का ब्यूटी ट्रीटमेंट है, जिसका इस्तेमाल स्किन को अधिक यंगर व ब्यूटीफुल दिखाने के लिए किया जाता है। यह एक तरह के फिलर्स होते हैं, जिन्हें इंजेक्शन के जरिए स्किन की निचली सतहों तक पहुंचाया जाता है। डर्मल फिलर्स को सॉफ्ट टिश्यू फिलर्स भी कहा जाता है और इसकी मदद से स्किन को एक वॉल्यूम और टाइटनेस मिलती है। एक बार यह ब्यूटी ट्रीटमेंट लेने के बाद इसका असर छह महीने से लेकर दो साल तक रह सकता है।
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डर्मल फिलर्स के साइड इफेक्ट्स
डर्मल फिलर्स के साइड इफेक्ट लगभग न के बराबर होते हैं। हालांकि, अगर सही फिलर्स का चयन नहीं किया जाता है या फिर अगर इसका प्लेसमेंट सही नहीं है, तो यह समस्याएं पैदा कर सकता है। कभी-कभी जब लोग प्रशिक्षित व्यक्ति से यह ट्रीटमेंट नहीं लेते हैं तो ऐसे में भी समस्या खड़ी हो सकती है। आमतौर पर, कुछ इफेक्ट्स इंजेक्शन एरिया के आसपास नजर आते हैं, लेकिन 7 से 14 दिनों के भीतर ठीक हो जाते हैं। जैसे-
- रेडनेस
- सूजन
- दर्द
- चोट
- खुजली
- रैशेज(स्किन रैशेज के उपाए)
अन्य दुष्प्रभाव
इन संभावित दुष्परिणामो के अलावा भी कुछ अन्य नुकसान भी स्किन पर नजर आ सकते हैं। जैसे-
- इंफेक्शन
- इंजेक्शन साइट के माध्यम से भराव का रिसाव
- ग्रैनुलोमा, भराव के लिए एक प्रकार की भड़काऊ प्रतिक्रिया
- एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भराव पहुंचना
- रक्त वाहिकाओं को चोट
- अंधापन, यह आमतौर पर तब होता है जब भराव को धमनी में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे आंखों में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है।(जानें कैसे रोकें ग्लूकोमा)
- इसलिए किसी प्रशिक्षित व्यक्ति से ही डर्मल फिलर्स करवाने की सलाह दी जाती है।
बरतें यह सावधानियां
यूं तो डर्मल फिलर्स को सुरक्षित ही माना जाता है, लेकिन फिर भी आपको कुछ सावधानियां अवश्य बरतनी चाहिए। मसलन-
- भराव को इंजेक्ट करने के लिए एक लाइसेंस प्राप्त, अच्छी तरह से प्रशिक्षित और अनुभवी चिकित्सा पेशेवर के पास ही जाएं।
- प्रक्रिया किसी मेडिकल सेटिंग में कराएं, न कि किसी के घर में या किसी मॉल कियोस्क पर।
- कभी भी फिलर्स ऑनलाइन न खरीदें। उन्हें केवल एक चिकित्सा प्रदाता से प्राप्त करें।
- फिलर्स बंद और ठीक से लेबल वाली सीरिंज में होना चाहिए। इस्तेमाल करवाने से पहले एक बार सीरिंज का निरीक्षण अवश्य करें।
- सुनिश्चित करें कि उपयोग किया जा रहा फिलर एफडीए-अप्रूव्ड है।
- अपने डॉक्टर को आपके द्वारा ली जाने वाली सभी दवाओं और सप्लीमेंट्स के बारे में अवश्य बताएं। कुछ फिलर्स में मौजूद अवयवों के साथ परस्पर क्रिया कर सकते हैं या आपके रक्त के थक्के जमने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।(नेचुरल तरीके से बढ़ाइए प्लेटलेट्स)
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Image Credit- freepik
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