Antim Sanskar Se Jude Niyam: जिस व्यक्ति का जन्म इस धरती पर हुआ है, उसकी मृत्यु भी निश्चित है। यह वह सत्य है, जिसे चाहकर भी झुठलाया नहीं जा सकता है। जीवन और मृत्यु के चक्र पर जन्म लेने वाले हर व्यक्ति और हर जीव को गुजरना पड़ता है। हिंदू धर्म के सोलह संस्कार में से अंतिम संस्कार शामिल है। इस बात के बारे में विस्तार में गरूण पुराण में बताया गया है। ऐसे में किसी व्यक्ति के देहांत के बाद पूर्ण विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया जाता है। मान्यता है कि शरीर अग्नि में जलने के उपरांत पंच तत्वों में पुन विलीन हो जाती है। मृत व्यक्ति के अंतिम यात्रा के दौरान न केवल शव को लेकर बल्कि उसके साथ चल रहे लोगों के लिए भी काफी नियम बनाएं गए हैं। उन नियमों में से एक नियम यह है कि अंतिम संस्कार करके लौटते समय पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए।
इस बात करें में आपने भी कभी न कभी तो जरूर सुना होगा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है। चलिए पंडित उदित नारायण त्रिपाठी से जानते हैं क्या है इसके पीछे कारण
अंतिम संस्कार से वापस लौटते समय क्यों होती है पीछे मुड़ने की मनाही
मृत व्यक्ति के अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए परिवार, करीबी, दोस्त और अन्य लोग जाते हैं। शव का दाह संस्कार करने के कुछ समय बाद सभी अपने घर वापस आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जब व्यक्ति का दाह संस्कार होता है, तो उस दौरान उस व्यक्ति की आत्मा उस स्थान पर मौजूद होती है, जो सभी को देखती है। ऐसे में जब अंतिम संस्कार करने के बाद घर की तरफ जाते हैं। उस दौरान अगर कोई पीछे मुड़कर देख ले, तो मृत व्यक्ति की आत्मा उसके साथ वापस जाने की इच्छा रखती है। यही वजह है कि दाह संस्कार होने के बाद मुड़कर नहीं देखना चाहिए। आत्मा बिना किसी मोह बंधन के आसानी से अपने आगे की यात्रा पर निकल पाती है।
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अंतिम संस्कार से वापस लौटते समय अगर पीछे मुड़कर देख लें, तो क्या करें
पुराणों में ऐसा कहा गया है कि अगर आपने अंतिम संस्कार के बाद घर वापसी के दौरान पीछे मुड़कर देख लिया है, तो नकारात्मक शक्ति आ सकती हैं। अगर आपने गलती से पीछे मुड़कर देख लिया है, तो घर आने के बाद बाहर जल रहे उपले की आग में दूर से पैर हाथ सेंक लें। इसके बाद लोहा, पत्थर या जल को छुएं। इसके बाद एक पत्थर लेकर उसे पीछे की तरफ फेंक दें। यह करने से ऐसा माना जाता है कि नकारात्मक शक्ति पीछे छूट गई है। इसके बाद जल का छिड़काव कर नीम की पत्ती या मिर्च को चबाकर थूक दें।
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