वट पूर्णिमा का व्रत इस साल 10 जून 2025 को रखा जाएगा। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। यह व्रत अखंड सौभाग्य प्रदान करता है, जिससे दांपत्य जीवन में प्रेम और स्थिरता बनी रहती है। वट पूर्णिमा के दिन बरगद के पेड़ की पूजा का भी विधान है। वट वृक्ष की पूजा करने से ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
साथ ही, घर में सुख-शांति आती है और संतान प्राप्ति में आने वाली बाधाएं भी दूर होती हैं। ज्योतिष शास्त्र में भी वट पूर्णिमा के दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि इस दिन किये गए कुछ उपाय दांपत्य जीवन में खुशियां ला सकते हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि वट पूर्णिमा के दिन कौन से वो 3 काम हैं जिन्हें करने से जीवनसाथी से चल रहा क्लेश दूर होता है और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
वट पूर्णिमा के दिन पति-पत्नी साथ में लगाएं परिक्रमा
वट पूर्णिमा के दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं, लेकिन अगर पति-पत्नी दोनों मिलकर वट वृक्ष की पूजा करें तो इसका लाभ कई गुना बढ़ जाता है। इस दिन सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। वट वृक्ष के पास जाकर सबसे पहले भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करें, क्योंकि ये दोनों दांपत्य जीवन के आदर्श माने जाते हैं।
इसके बाद, पति-पत्नी दोनों मिलकर वट वृक्ष की कम से कम 7 या 11 बार परिक्रमा करें। परिक्रमा करते समय वट वृक्ष पर कच्चा सूत या कलावा लपेटते रहें और हर परिक्रमा के साथ सुखी वैवाहिक जीवन, आपसी प्रेम और पति की लंबी आयु की कामना करें। ऐसा करने से रिश्ते में सामंजस्य बढ़ता है, आपसी समझ गहरी होती है और कोई भी मतभेद दूर होता है।
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वट पूर्णिमा के दिन करें घी का दान और जलाएं दीपक
वट पूर्णिमा के दिन वट वृक्ष के नीचे दीपक जलाना और घी का दान करना भी वैवाहिक जीवन के लिए बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन पूजा करने के बाद, वट वृक्ष के नीचे शुद्ध घी का एक दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें और मन ही मन अपने पति-पत्नी के रिश्ते में मिठास और खुशहाली की प्रार्थना करें।
संभव हो तो घी का दान भी करें। घी को पवित्र और शुभ माना जाता है और इसका दान करने से नकारात्मक ऊर्जाएं दूर होती हैं और सकारात्मकता का संचार होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पति पर आने वाले संकट टल जाते हैं और वैवाहिक जीवन में आने वाली छोटी-मोटी परेशानियां भी दूर होती हैं जिससे घर में शांति और बरकत बनी रहती है।
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वट पूर्णिमा के दिन बरगद और कच्चे सूत से करें ये काम
सुखी वैवाहिक जीवन के लिए वट पूर्णिमा पर बरगद की टहनी और कच्चे सूत का प्रयोग भी एक प्रभावी उपाय है। वट पूर्णिमा के दिन वट वृक्ष की पूजा के बाद, उसकी एक छोटी सी टहनी बिना नुकसान पहुंचाए घर ले आएं। इस टहनी को अपने बेडरूम में किसी पवित्र स्थान पर रखें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और पति-पत्नी के बीच होने वाले क्लेश और तनाव दूर होते हैं।
वट वृक्ष पर पूजा के दौरान जो कच्चा सूत या कलावा आपने लपेटा था उसमें से थोड़ा सा सूत अपने बेडरूम के पलंग पर बांध दें। यह उपाय पति-पत्नी के बीच प्यार बढ़ाने और उनके संबंधों को मजबूत करने में मदद करता है। यह माना जाता है कि ऐसा करने से पति का प्यार हमेशा बना रहता है और दांपत्य जीवन में किसी भी तरह की कड़वाहट दूर होती है।
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