किसी भी पेड़ पर कलावा, लाल धागा या रक्षा सूत्र बांधना कई तरह से आध्यात्मिक महत्व रखता है। कई बार आपने पेड़-पौधों पर कलावा बंधा हुआ देखा होगा या फिर खुद भी बांधा होगा। किसी भी पेड़ पर कलावा, लाल पवित्र धागा बांधना सिर्फ़ एक रस्म नहीं है बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व से जुड़ी एक प्रथा भी है। ऐसे ही हिंदू धर्म और संस्कृति में बरगद के पेड़ का विशेष महत्व बताया गया है। इसे वट वृक्ष भी कहा जाता है और इसे भगवान विष्णु का प्रतीक भी माना जाता है। यही नहीं मान्यता यह भी है कि बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से कई शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
पवित्र पेड़-पौधों पर कलावा बांधने की यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। मुख्य रूप से वट सावित्री पूजा के दौरान बरगद के वृक्ष पर कलावा जरूर बांधा जाता है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं और उस पर कलावा या मौली बांधती हैं। यह परंपरा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि इसके पीछे कई आध्यात्मिक लाभ भी बताए गए हैं। यही नहीं बरगद के वृक्ष पर कलावा बांधना अन्य कई कारणों से भी लाभदायक माना जाता है। आइए ज्योतिर्विद पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी से जानें बरगद के वृक्ष पर कलावा बांधने से क्या होता है।
बरगद के पेड़ पर लाल धागा या कलावा क्यों बांधा जाता है?
ऐसा माना जाता है कि बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित किया जा सकता है। यही नहीं मान्यता है कि जब कोई व्यक्ति इस पवित्र पेड़ पर कलावा बांधता है तो उसकी मनोकामनाओं को पूर्ति हो सकती है। आइए जानें बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने के लाभों के बारे में-
बरगद पर कलावा बांधने से गुरु ग्रह की शुभता में वृद्धि होती है
ऐसी मान्यता है कि बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से गुरु ग्रह की शुभता में वृद्धि होती है, जिससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है।
गुरु ग्रह को ज्ञान, धन और समृद्धि का कारक माना जाता है और इसकी कृपा से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है। बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। इससे न केवल सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है, बल्कि जीवन में समृद्धि और धन का आगमन भी हो सकता है।
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बरगद पर कलावा बांधने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बढ़ती है
ऐसा कहा जाता है कि बरगद पर जब स्त्रियां कलावा बांधती हैं और वट सावित्री पूजा के दौरान कलावा बांधने के साथ पति की दीर्घायु की कामना करती हैं तो उनके जीवन में सौभाग्य बना रहता है। इस उपाय से पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन में भी सामंजस्य बना रहता है। बरगद पर कलावा बांधने से महिलाओं को सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है।
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बरगद पर कलावा बांधने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है
ज्योतिष में ऐसा माना जाता है कि बरगद के वृक्ष पर कलावा बांधने से गुरु की कृपा मिलती है, जिससे धन और धान्य में वृद्धि होती है। यदि आप अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहती हैं, तो बरगद के पेड़ पर 7 बार कलावा बांधने और इसकी 11 परिक्रमा करने से लाभ मिल सकता है। इस उपाय से न केवल आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, बल्कि जीवन में सुख-शांति और समृद्धि भी बनी रहती है। बरगद के पेड़ की पूजा और कलावा बांधने से गुरु ग्रह की शुभता में वृद्धि होती है, जिससे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता मिलती है।
बरगद पर कलावा बांधने से ग्रह दोषों का निवारण
बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से विभिन्न ग्रह दोषों से मुक्ति मिल सकती है। ऐसा माना जाता है कि यदि कुंडली में किसी भी ग्रह से संबंधित कोई भी दोष है, तो बरगद के पेड़ पर कलावा बांधने से उस दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इससे न केवल ग्रह दोषों का निवारण होता है, बल्कि जीवन में सुख-शांति और समृद्धि भी आती है।
यदि आप बरगद के वृक्ष पर कलावा बांधती हैं, तो इसके आपके जीवन में बहुत से लाभ हो सकते हैं। आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर भेजें।
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