Navratri 9 days nine devis puja mantra

Navratri Puja Mantra 2025: नवरात्रि के पहले दिन से नवमी के हवन तक करें इन विशेष मंत्रों का जाप

Navratri Havan Puja Mantra 2025: नवरात्रि के पवन पर्व पर नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा-आराधना की जाती हैं साथ ही, लोग नौ दिन तक माता नाम के व्रत भी रखते हैं. ये मान्यता है कि नवरात्रि के दिनों में माँ धरती पर आती है और भक्तों का सभी परेशनियों को खत्म कर देती है. वहीं इस खास मौके पर मां दुर्गा की पूजा के दौरान मंत्रों का जाप करने से माता रानी सभी दुःख हर लेती हैं और सभी इच्छाएं पूरी करती हैं।
Editorial
Updated:- 2025-09-18, 13:28 IST

Shardiya Navratri 2025 Puja Mantra: हिंदू धर्म में साल में दो बार आने वाली नवरात्रि का विशेष महत्व माना गया है। इस पावन पर्व पर भक्त माता रानी के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं। मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की आराधना और उनके चमत्कारी मंत्रों के जाप से जीवन की परेशानियां दूर होती हैं। 22 सितंबर से शारदिय नवरात्रि शुरू हो रही हैं। ऐसे में आप भी हर‍ दिन के हिसाब से मंत्रों का जाप कर सकती हैं। 

ऐसा कहा जाता है कि यदि प्रथम दिन से लेकर नवमी तक पूरे श्रद्धा और भक्ति भाव से व्रत, पूजन और मंत्रों का जाप किया जाए, तो व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। साथ ही, इन मंत्रों की शक्ति से हर मनोकामना पूरी हो सकती है। इसी क्रम में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स जी ने नौ दिनों के लिए संपूर्ण मंत्रों का विवरण साझा किया है।

मां शैलपुत्री पूजा मंत्र (Maa Shailputri Puja Mantra 2025)

navratri puja mantra in details

 

  • ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥
  • वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्। वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां शैलपुत्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिण्यै पूजा मंत्र(Maa Bramhacharini Puja Mantra 2025)

  • ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥
  • दधाना कर पद्माभ्यामक्षमाला कमण्डलू। देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

इसे भी पढ़ें- नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की ये आरती, बुद्धि कौशल में होगी वृद्धि

तीसरे दिन मां चंद्रघंटा पूजा मंत्र (Maa Chandraghanta Puja Mantra 2025)

यह विडियो भी देखें

  • ॐ एं ह्रीं क्लीं
  • पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
  • देवी सर्वभूतेषु मां चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नसस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

चौथे दिन मां कूष्माडा पूजा मंत्र (Maa Kushmanda Puja Mantra 2025)

maa durga puja mantra

  • ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः॥
  • सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

पांचवें दिन देवी स्कन्दमाता पूजा मंत्र (Maa Skandmata Puja Mantra 2025)

  • ॐ देवी स्कन्दमातायै नमः॥
  • सिंहासनगता नित्यं पद्माञ्चित करद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

छठे दिन मां कात्यायनी पूजा मंत्र (Maa Katyayani Puja Mantra 2025)

  • ॐ देवी कात्यायन्यै नमः॥
  • चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना। कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां कात्यायनी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

सातवें दिन मां कालरात्रि पूजा मंत्र (Maa Kalratri Puja Mantra 2025)

  • ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ऊं कालरात्रि दैव्ये नम:॥
  • एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्त शरीरिणी॥
  • वामपादोल्लसल्लोह लताकण्टकभूषणा। वर्धन मूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

इसे भी पढ़ें-  Navratri 2024: पहली बार रखने वाले हैं व्रत तो भूलकर भी न करें ये गलतियां, होंगे ये नुकसान

आठवें दिन मां महागौरी पूजा मंत्र (Maa Mahagauri Puja Mantra 2025)

  • ॐ देवी महागौर्यै नमः॥
  • श्वेते वृषेसमारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः। महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां महागौरी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

इसे भी पढ़ें-  नौ दिनों की तिथियों से लेकर माता के विभिन्न स्वरूपों की पूजा विधि तक, यहां लें पूरी जानकारी

नौवें दिन मां सिद्धिदात्री का मंत्र (Maa Siddhidatri Puja Mantra 2025)

Maa siddhidhatri Image

  • ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः॥
  • सिद्ध गन्धर्व यक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी॥
  • देवी सर्वभूतेषु मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image credit- Herzindagi

FAQ
नवरात्रि में कब करना चाहिए मंत्रों का जाप?
नवरात्रि में माता रानी के मंत्रों का जाप आप सुबह की पूजा आर शाम को पूजा करने के दौरान कर सकती हैं। साथ ही, आप मंत्रों का जाप कलश स्थापना, देवी के रूपों की हवन के दौरान भी कर सकती हैं।
नवरात्रि में कौन-सा मंत्र का जाप कब करना चाहिए?
नवरात्रि के पूजा के दौरान माता से नौ-स्वरूपों का अलग-अलग मंत्र है और इन मंत्र का जप आप जिस दिन जिस भी माता के स्वरुप का हो उस दिन उसी मंत्र का जप करें।
क्या नवरात्रि में मंत्र जाप करने के लिए व्रत रखना जरूरी है?
व्रत रखने से साधना अधिक फलदायी होती है, लेकिन श्रद्धा और भक्ति से किया गया मंत्र जाप बिना व्रत के भी फल देता है।
नवरात्रि मंत्र जाप कितनी बार करना चाहिए?
आम तौर पर मंत्रों का 108 बार जाप करना श्रेष्ठ माना गया है। अगर संभव न हो तो 11, 21 या 51 बार भी जाप किया जा सकता है।
Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।

;