story of karwa mata in hindi

Karwa Chauth 2023: कौन हैं करवा माता? जानें कैसे इनके नाम पर शुरू हुआ यह पर्व

Who Is Karwa Mata And How This Festival Started On Her Name: करवा चौथ का व्रत सुहागिनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं चंद्रमा की पूजा करती हैं और निर्जल व्रत रखती हैं। इस साल करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर को रखा जाएगा। 
Editorial
Updated:- 2023-10-27, 16:49 IST

Who Is Karwa Mata And How This Festival Started On Her Name: करवा चौथ का व्रत सुहागिनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

इस दिन शादीशुदा महिलाएं चंद्रमा की पूजा करती हैं, अर्घ्य देती हैं और निर्जल व्रत रखती हैं।

इस दिन व्रत रखने से सुहागिनों को अखंड सौभग्य प्राप्त होता है और पति की रक्षा होती है। 

इस पर्व से जुड़े कई रोचक तथ्य भी हैं जिनके अबरे में शायद ही आप में से किसी को पता हो।

इसी कड़ी में आज हम जानेंगे कि कौन हैं करवा माता और कैसे पड़ा इनके नाम पर यह पर्व।

ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें इस तथ्य से जुड़ी एक रोचक और भक्तिमाय कथा बताई।

  • पौराणिक कथा के अनुसार, करवा नाम की एक स्त्री हुआ करती थी जो बहुत पतिव्रता रूपा थीं। 
  • करवा का पति उनसे उम्र में काफी बड़ा था लेकिन करवा ने हमेशा सतीत्व का पालन किया। 

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  • एक दिन करवा का पति नदी (पवित्र नदी में स्नान के नियम) में स्नान के लिए गया तो वहां एक मगरमच्छ ने उसे पकड़ लिया।
  • करवा पति जोर-जोर से पुकार कर करवा को बुलाने लगा। करवा फौरन नदी किनारे पहुंचीं। 

karwa mata kaun hai

  • पतिव्रता स्त्री होने के कारण करवा में सतीत्व का बहुत बल था। उनके सतीत्व में दिव्यता थी। 
  • करवा ने सूती साड़ी से धागा निकालकर अपने तपोबल से पति को मगरमच्छ से छुड़ाया।
  • इसके बाद उन्होंने मगरमच्छ को बांधा और यमराज के पास यमलोक जीवित ले पहुंची। 
  • यमराज ने जब उनसे आने का कारण पूछा तो उन्होंने साड़ी घटना विस्तार से बताई।
  • इसके बाद यमराज करवा के सतीत्व के बल और पत्नी धर्म की निष्ठा से प्रभावित हुए। 
  • यमराज (कैसे बने यमराज मृत्यु के देवता) ने करवा को वरदान दिया कि उनका पति दीर्घायु और स्वस्थ्य हमेशा रहेगा।
  • यमराज ने करवा को सुहागिन महिलाओं द्वारा पूजे जाने का शक्तिशाली वरदान दिया।

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karwa mata ke bare mein

  • यमराज ने कहा कि कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि करवा के नाम से जानी जाएगी। 
  • यह दिन करवा चौथ कहलाएगा और इस दिन करवा की पूजा का महत्व माना जाएगा।

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  • इस दिन करवा की पूजा करने से पति की रक्षा होगी और शादीशुदा जीवन समृद्ध बनेगा। 
  • इस घटने के बाद से ही इस दिन को करवा चौथ के रूप में महिलाओं द्वारा मनाया जाने लगा। 

 

अगर आप भी करवा चौथ का व्रत रख रही हैं तो इस लेख में दी गई जानकारी के अनुसार यह जान लें कि कौन हैं करवा माता जिनके नाम पर इस पर्व का नाम पड़ा और क्या है इनकी महत्ता। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। 

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