January Kalashtami 2025: कालाष्टमी के दिन कालभैरव बाबा के इस स्तोत्र का करें पाठ, जीवन में कभी नहीं आएगी परेशानी

जनवरी माह में कालाष्टमी का व्रत कालभैरव बाबा को समर्पित है। इस दिन इनके स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को भय के साथ-साथ नजरदोष से मिल सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
january kalashtami 2025 recite kaal bhairav stotra for prosperity and happiness

हिंदू पंचांग के हिसाब से हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि मासिक कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन कालभैरव बाबा की पूजा विधिवत रूप से करने का विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि कालाष्टमी के दिन व्रत रखने से व्यक्ति की सभी भय से छुटकारा मिल सकता है और नजरदोष से भी मुक्ति मिल सकती है। अगर आप भई कालभैरव बाबा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो कालाष्टमी के दिन कालभैरव बाबा के स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति को लाभ हो सकता है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी के विस्तार से इस चमत्कारी स्तोत्र के बारे में जानते हैं।

कालाष्टमी के दिन करें कालभैरव स्तोत्र का पाठ

january-kalashtami-2025-offer-these-4-things-to-kaal-bhairav-to-get-rid-of-problems-1737015238358

भगवान भैरव के स्मरण मात्र से ही व्यक्ति को उत्तम परिणाम मिलने लग जाते हैं।
सुबह उठकर सबसे पहले नहा लें और फिर शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाएं। इसके बाद भगवान शिव की पूजा करें और अंत में काल भैरव अष्टक का पाठ करें।

देवराजसेव्यमानपावनांघ्रिपङ्कजं व्यालयज्ञसूत्रमिन्दुशेखरं कृपाकरम् ।
नारदादियोगिवृन्दवन्दितं दिगंबरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ १॥

भानुकोटिभास्वरं भवाब्धितारकं परं नीलकण्ठमीप्सितार्थदायकं त्रिलोचनम् ।
कालकालमंबुजाक्षमक्षशूलमक्षरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ २॥

शूलटंकपाशदण्डपाणिमादिकारणं श्यामकायमादिदेवमक्षरं निरामयम् ।
भीमविक्रमं प्रभुं विचित्रताण्डवप्रियं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ३॥

भुक्तिमुक्तिदायकं प्रशस्तचारुविग्रहं भक्तवत्सलं स्थितं समस्तलोकविग्रहम् ।
विनिक्वणन्मनोज्ञहेमकिङ्किणीलसत्कटिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे॥ ४॥
धर्मसेतुपालकं त्वधर्ममार्गनाशनं कर्मपाशमोचकं सुशर्मधायकं विभुम् ।
स्वर्णवर्णशेषपाशशोभितांगमण्डलं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ५॥

रत्नपादुकाप्रभाभिरामपादयुग्मकं नित्यमद्वितीयमिष्टदैवतं निरंजनम् ।
मृत्युदर्पनाशनं करालदंष्ट्रमोक्षणं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ६॥

अट्टहासभिन्नपद्मजाण्डकोशसंततिं दृष्टिपात्तनष्टपापजालमुग्रशासनम् ।
अष्टसिद्धिदायकं कपालमालिकाधरं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ७॥

भूतसंघनायकं विशालकीर्तिदायकं काशिवासलोकपुण्यपापशोधकं विभुम् ।
नीतिमार्गकोविदं पुरातनं जगत्पतिं काशिकापुराधिनाथकालभैरवं भजे ॥ ८॥

॥ फल श्रुति॥
कालभैरवाष्टकं पठंति ये मनोहरं ज्ञानमुक्तिसाधनं विचित्रपुण्यवर्धनम् ।
शोकमोहदैन्यलोभकोपतापनाशनं प्रयान्ति कालभैरवांघ्रिसन्निधिं नरा ध्रुवम् ॥
॥इति कालभैरवाष्टकम् संपूर्णम् ॥

इसे जरूर पढ़ें - January Kalashtami 2025: जनवरी महीने की पहली कालाष्टमी कब है, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

कालभैरव बाबा की पूजा का महत्व

kalashtami-2023-upay-1691465365

कालभैरव को संकट मोचन माना जाता है। उनकी पूजा करने से जीवन में आने वाली सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलती है। कालभैरव की पूजा करने से व्यक्ति में साहस और शक्ति का संचार होता है। कालभैरव की सच्चे मन से पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। कालभैरवाष्टकम् का नियमित जाप करने से व्यक्ति को जीवन का गहरा ज्ञान प्राप्त होता है। यह उसे मोक्ष के मार्ग पर अग्रसर करता है। इसके पाठ से न केवल व्यक्ति मन की शांति पाता है बल्कि लालच, क्रोध, चिड़चिड़ापन और दुःख जैसी नकारात्मक भावनाओं से भी मुक्ति मिलती है।

इसे जरूर पढ़ें - January Kalashtami 2025: जनवरी माह में कालाष्टमी के दिन जरूर करें इन मंत्रों का जाप, शनि दोष से मिल सकता है छुटकारा

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit- HerZindagi

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP