सावन माह के दौरान घर के ईशान कोण में दीया जलाने से क्या होता है?

अगर सावन के दौरान घर के ईशान कोण में दीया जलाया जाए तो इससे न सिर्फ घर का वास्तु दोष दूर होता है बल्कि कई अन्य लाभ भी मिलते हैं। आइये जानते हैं इस बाए में विस्तार से।
benefits of lighting diya in ishan kon in sawan

सावन में शिवलिंग के समक्ष दीया जलाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, उनकी कृपा बरसती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। वहीं, अगर सावन के दौरान घर के ईशान कोण में दीया जलाया जाए तो इससे न सिर्फ घर का वास्तु दोष दूर होता है बल्कि कई अन्य लाभ भी मिलते हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि सावन में घर के ईशान कोण में कैसा दीया जलाना चाहिए और क्या हैं उससे मिलने वाले लाभ।

सावन में घर के ईशान कोण में दीया जलाने के लाभ

वास्तु शास्त्र के अनुसार, ईशान कोण घर की सबसे पवित्र और ऊर्जावान दिशा मानी जाती है। इसे देवताओं का वास स्थान माना जाता है विशेषकर भगवान शिव का स्थान इसी दिशा में होता है। यह दिशा जल तत्व से भी संबंधित है और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है।

sawan ke dauran ishan kon mein diya jalane ke labh

सावन का महीना भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। जब आप ईशान कोण में दीपक जलाते हैं तो यह सीधे भगवान शिव को समर्पित होता है। इससे भगवान शिव बहुत प्रसन्न होते हैं और अपनी विशेष कृपा बरसाते हैं। यह उनकी भक्ति, समर्पण और आस्था का प्रतीक बनता है। ईशान कोण को ऊर्जा का स्रोत माना जाता है।

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इस दिशा में दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर के वातावरण को शुद्ध करता है, जिससे शांति और सुख का अनुभव होता है। माना जाता है कि ईशान कोण में देवी-देवताओं का वास होता है जिसमें माता लक्ष्मी भी शामिल हैं। सावन में इस दिशा में दीपक जलाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य और समृद्धि का आगमन होता है। यह आर्थिक परेशानियों को दूर करने में सहायक होता है।

यदि घर में किसी प्रकार का वास्तु दोष है तो ईशान कोण में नियमित रूप से दीपक जलाने से उन दोषों को कम करने में मदद मिलती है। यह दिशा का संतुलन बनाए रखने में सहायक होता है जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है। दीपक की लौ प्रकाश और ऊर्जा का प्रतीक है। ईशान कोण में दीपक जलाने से मन को शांति मिलती है, तनाव कम होता है और एकाग्रता बढ़ती है। यह आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक होता है।

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कुछ मान्यताओं के अनुसार, इस दिशा में दीपक जलाने से पितर भी प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इससे घर-परिवार में खुशहाली और उन्नति आती है। सावन के महीने में प्रतिदिन सुबह या शाम को ईशान कोण में दीपक जलाना चाहिए। दीपक शुद्ध घी या तिल के तेल का होना चाहिए। दीपक जलाने से पहले उस स्थान को साफ कर लें। दीपक जलाते समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप कर सकते हैं।

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image credit: herzindagi

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FAQ

  • सावन में शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए?  

    सावन में शिवलिंग पर बेलपत्र के अलावा शहद, घी, अक्षत, तिल आदि चढ़ाने चाहिए। 
  • सावन में क्या दान करना चाहिए?  

    सावन में अनाज, वस्त्र, फल, चांदी का छत्र, धातु का नाग जोड़ा आदि दान करना चाहिए।