अहोई अष्टमी का व्रत संतान की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और सुरक्षा के लिए रखा जाता है। इस दिन माताएं अहोई माता की पूजा करती हैं और पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं जिसे शाम को तारों को देखकर खोला जाता है। इस साल अहोई अष्टमी का व्रत 13 अक्टूबर, सोमवार के दिन रखा जाएगा। अहोई अष्टमी का जितना धार्मिक महत्व है उतना ही इस दिन का ज्योतिष में भी खास स्थान माना जाता है। इसी कड़ी में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि अहोई अष्टमी के दिन कुछ सरल उपाय करने से संतान की सुख-समृद्धि बढ़ सकती है और संतान का भाग्य सौभाग्य में बदल सकता है। तो चलिए जानते हैं अहोई अष्टमी के अचूक उपायों के बारे में विस्तार से।
अहोई अष्टमी का व्रत संतान की लंबी आयु, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। इस दिन कुछ विशेष ज्योतिषीय उपाय करने से संतान को शुभ फल मिलते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
अहोई माता को दूध-भात का भोग लगाएं: पूजा के समय अहोई माता को दूध और चावल से बनी खीर या भात का भोग लगाएं। पूजा के बाद यह प्रसाद बच्चों को खिलाएं। इससे उनकी उन्नति होती है।
बच्चों को पास बैठाकर पूजा करें: शुभ मुहूर्त में अहोई माता की पूजा करते समय अपने बच्चों को अपने पास बैठाएं और पूजा पूरी होने के बाद सबसे पहले उन्हें ही प्रसाद दें। बच्चों से भी पूजा करवाएं।
संतान सुख के लिए करें यह मंत्र जाप: जो माताएं संतान प्राप्ति की इच्छा रखती हैं, वे 45 दिनों तक लगातार भगवान गणेश की मूर्ति पर बेलपत्र अर्पित करें और रोज 'ॐ पार्वतीप्रियनंदनाय नमः' मंत्र का 11 माला जाप करें।
पीपल के नीचे जलाएं दीपक: अहोई अष्टमी के दिन शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे तेल के 5 दीपक जलाएं और अपनी संतान की मंगल कामना करते हुए पेड़ की परिक्रमा करें।
गाय को खिलाएं भोजन: इस दिन जो भी भोजन या पकवान बनाएं उसका एक हिस्सा गाय के लिए निकाल दें और उसे खिलाएं। गाय को भोजन कराना शुभ माना जाता है। इससे संतान को देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
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लाल फूल और गुड़ का उपाय: अहोई माता को लाल फूल अर्पित करें। पूजा के बाद इस फूल को अपनी संतान के हाथों में दे दें और उसे सुरक्षित रखने को कहें। साथ ही गुड़ का भोग लगाकर बच्चों को खिलाएं, इससे उनके जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।
ब्राह्मण या जरूरतमंद को दान: व्रत और पूजा पूर्ण होने के बाद किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें। इससे व्रत का शुभ फल मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
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