15 अक्टूबर 2025 का दिन बुधवार है और यह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि रहेगी जो सुबह करीब 10:34 बजे तक ही है, इसके बाद दशमी तिथि शुरू हो जाएगी। इस दिन पुष्य नक्षत्र दोपहर 12:00 बजे तक रहेगा जिसे ज्योतिष में एक बहुत ही शुभ और कार्यों में सफलता दिलाने वाला माना जाता है। हालांकि एमपी, छिंदवाड़ा के ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ त्रिपाठी ने हमें बताया कि आज दोपहर 12:06 बजे से 01:32 बजे तक राहुकाल रहेगा, जिसमें कोई भी नया शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। इस पंचांग की मुख्य बात यह है कि शुभ पुष्य नक्षत्र केवल दोपहर तक ही है जिसका लाभ उठाया जा सकता है।
तिथि | नक्षत्र | दिन/वार | योग | करण |
कार्तिक कृष्ण नवमी (सुबह 10:34 बजे)/दशमी | पुष्य | बुधवार | साध्य | गर |
प्रहर | समय |
सूर्योदय | प्रातः 06:21 बजे |
सूर्यास्त | शाम 05:51 बजे |
चंद्रोदय | रात 01:28 बजे |
चंद्रास्त | दोपहर 02:28 बजे (अगले दिन) |
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04 बजकर 51 मिनट से सुबह 05 बजकर 39 मिनट |
अभिजीत मुहूर्त | नहीं है |
अमृत काल | सुबह 06 बजकर 05 मिनट से सुबह 07 बजकर 41 मिनट तक |
विजय मुहूर्त | दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से दोपहर 03 बजकर 03 मिनट तक |
गोधुली मुहूर्त | शाम 05 बजकर 51 मिनट से शाम 06 बजकर 16 मिनट तक |
मुहूर्त नाम | मुहूर्त समय |
राहु काल | दोपहर 12 बजकर 12 मिनट से दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक |
गुलिक काल | सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 12 मिनट तक |
यमगंड | सुबह 07 बजकर 53 मिनट से सुबह 09 बजकर 20 मिनट तक |
15 अक्टूबर 2025 को कोई प्रमुख त्यौहार या बड़ा व्रत नहीं है, बल्कि यह कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन धार्मिक रूप से पितृ तर्पण करने की परंपरा है जिसका अर्थ है पितरों (पूर्वजों) के लिए श्रद्धा से धार्मिक क्रियाएं करना शुभ माना जाता है। साथ ही, कुछ क्षेत्रों में इस तिथि को मां कालरात्रि की उपासना और भैरव उपासना के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है जिससे जीवन में भय और नकारात्मकता दूर होती है।
15 अक्टूबर 2025 को बुधवार के दिन पुष्य नक्षत्र का विशेष संयोग बन रहा है जो सुबह 12 बजे तक रहेगा, इसलिए इस शुभ मुहूर्त का लाभ उठाने के लिए सुबह के समय भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा करें, गणेश जी को गुड़, 5 इलायची और 5 हल्दी की गांठें अर्पित करने से धन और बुद्धि में वृद्धि होती है। इस दिन सोना, चांदी, हल्दी, घी या नए बहीखाते जैसी शुभ चीजों की खरीदारी करना बहुत अच्छा माना जाता है क्योंकि पुष्य नक्षत्र में किए गए कार्य और खरीदी गई वस्तुएं अक्षय फल देती हैं। इसके अलावा जरूरतमंद बच्चों को धार्मिक ग्रंथ या शिक्षा से जुड़ी चीजें दान करना भी अत्यंत शुभ रहेगा।
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