हाइपोथायरॉइड में भी वजन मैनेज करना होगा आसान, एक्सपर्ट के बताए ये टिप्स आएंगे काम

अगर आप हाइपोथायरॉइड से गुजर रही हैं, जो आपको इससे होने वाली कई समस्याओं से गुजरना पड़ता होगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि आप अपने वजन को इस बीमारी के साथ कैसे मेंटेन कर सकती हैं। 

lose weight with hypothyroidism

हाइपोथायरॉइडिज्म की समस्या में अक्सर आपको थकान, वजन बढ़ने की समस्या, कब्ज और बहुत ठंड लगने जैसे लक्षणों से जूझना पड़ता होगा। आपका वजन हर बार बढ़ता रहता है और यह आपके कॉन्फिडेंस को भी कम करता है। हाइपोथायरॉइड जैसी बीमारी आपको तब होती है, जब आपका थायरॉइड कम एक्टिव होता है। इससे मेटबॉलिज्म रेट काफी कम हो जाता है और आपका वजन बढ़ता ही चला जाता है। उम्र के साथ यह समस्या और अधिक गंभीर हो सकती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में यह कहीं अधिक आम है।

संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और सही मेडिकेशन के साथ इस स्थिति में भी वजन को नियंत्रित करना आपके लिए आसान हो सकता है। गुरुग्राम स्थित आर्टेमिस हॉस्पिटल में एंडोक्रिनोलॉजी के चीफ डॉ. धीरज कपूर ने हाइपोथायरॉइड के दौरान वजन को मेंटेन करने के कुछ टिप्स बताएं। आइए इन टिप्स के बारे में जानें।

क्या होता है हाइपोथायरॉइडिज्म?

what do you mean by hypothyroidism

हाइपोथायरॉइडिज्म एक सामान्य स्थिति है जहां थायरॉयड आपकी ब्लड स्ट्रीम में पर्याप्त थायरॉइड हार्मोन न बनाता है और न ही रिलीज करता है। इससे आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। इसे अंडरएक्टिव थायरॉइड भी कहा जाता है। इस स्थिति में आप थका हुआ महसूस करते हैं। इससे आपका वजन बढ़ सकता है और आप ठंड बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं।

अगर आपके हाइपोथायरॉइडिज्म का इलाज सही समय पर न किया जाए, तो आपका वजन बढ़ता जाता है। इस कंडीशन का सही इलाज करने से वजन मैनेज किया जा सकता है। हालांकि, आपको वजन कम करने के लिए अपनी कैलोरी पर ध्यान देने और व्यायाम करने की आवश्यकता होती है। इन टिप्स की मदद से आप वजन को मैनेज कर सकते हैं।

1. संतुलित आहार का सेवन करें

हाइपोथायरॉइडिज्म वाले मरीजों के लिए संतुलित आहार का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है। फलों, सब्जियों, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज सहित होल फूड आइटम्स पर ध्यान दें। अपनी डाइट में सीवीड जैसे आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों और डेयरी के आइटम्स को शामिल करें। ये थायरॉइड के फंक्शन के लिए जरूरी होते हैं। साथ ही, प्रोसेस्ड फूड, रिफाइन्ड शुगर और अत्यधिक कैफीन को सीमित करें, क्योंकि वे थायरॉइड के फंक्शन को बाधित करते हैं।

2. माइंडफुल ईटिंग करें

mindful eating

अपने वजन को मैनेज करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप माइंडफुल ईटिंग पर ध्यान दें। दिन के किसी भी समय में कुछ भी और अधिक खाने से बचना जरूरी है। यह वजन को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाता है। आपको पता होना चाहिए कि भूख और क्रेविंग में क्या अंतर है। अपने खाने को धीरे-धीरे खाएं और हर निवाले का स्वाद लें। एक बात का ध्यान रखें कि जब भी आप भोजन करें, तो टीवी और स्मार्टफोन के आगे न बैठें। इससे आप बिना सोचे-समझे खाने लगते हैं।

3. नियमित व्यायायम करना है आवश्यक

हाइपोथायरॉइडिज्म के साथ वजन को नियंत्रित करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी करना महत्वपूर्ण है। एरोबिक एक्सरसाइज, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने वाले व्यायाम करना सही होगा। रोजाना एक घंटा वर्कआउट करने से आपका मेटाबॉलिज्म रेट भी बढ़ेगा। इससे वजन मैनेज करने में सहायता मिलेगी। हां, लेकिन बहुत ज्यादा हैवी ट्रेनिंग करने से बचें।

4. स्ट्रेस मैनेजमेंट करें

stress management

आपका थायरॉइड एड्रेनर ग्लैंड्स के साथ टैंडम में काम करता है। एड्रेनल ग्लैंड्स किडनी से ऊपर होती हैं और कम स्ट्रेस को हैंडल कर सकता है। जब आपको स्ट्रेस होता है, तो कॉर्टिसोल रिलीज होता है।

सबसे आम थायरॉइड डिसऑर्डर ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसमें शरीर अपने टिश्यू पर हमला करता है। इसके दो प्रकार हैं, ग्रेव्स डिजीज और हाशिमोटो थायरॉइडिटिस।

ग्रेव्स डिजीज के कारण थायरॉइड बहुत ज्यादा एक्टिव हो जाता है, जबकि हाशिमोटो के कारण यह कम सक्रिय हो जाता है। सिर्फ स्ट्रेस से थायरॉइड डिसऑर्डर नहीं होगा, लेकिन यह आपकी स्थिति को बदतर बना सकता है।इसके लिए जब भी स्ट्रेस हो, तो मेडिटेशन, योग, ब्रीदिंग एक्सरसाइज जैसी हैबिट्स अपनाएं।

5. पर्याप्त नींद लें

नींद पूरी होना सिर्फ इस स्थिति में नहीं, बल्कि हर वक्त जरूरी है। यह आपके पूरे दिन के मूड को सही रखती है। वजन को मैनेज करने के साथ ओवरऑल हेल्थ के लिए गुणवत्तापूर्ण नींद महत्वपूर्ण है। हाइपोथायरॉइडिज्म नींद के पैटर्न को बाधित कर सकता है, जिससे वजन बढ़ने में योगदान होता है। एक नियमित स्लीप साइकिल आपके लिए जरूरी है। कोशिश करें कि आप प्रतिदिन रात को 7-9 घंटे की नींद जरूर लें।

6. अपनी हेल्थ को मॉनिटर करें

अपने थायरॉइड के स्तर की निगरानी के लिए अपने डॉक्टर से लगातार परामर्श लेते रहें। समय के साथ दवा की खुराक लें और अपने वजन को भी मॉनिटर करते रहें। थायरॉइड हार्मोन की दवाई को सुबह खाली पेट खूब पानी के साथ लेना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें और एक भी दिन अपनी दवा खाना न भूलें। इसे किसी अन्य दवा के साथ न लें और नाश्ता करने से पहले कम से कम 30 से 60 मिनट तक प्रतीक्षा करें।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हाइपोथायरॉइडिज्म के साथ वजन मैनेज करने में समय लग सकता है। अपनी डाइट, वर्कआउट और दवा में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

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Image Credit: Freepik

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