घूमने के शौकीन हमेशा कुछ नया करने की तलाश में रहते हैं। अगर आप भी इसी लिस्ट में शुमार हैं, तो दक्षिण भारत घूमने का प्लान बनाता सकते हैं। वैसे तो दक्षिण भारत में बहुत सारी जगह हैं, लेकिन यहां बसा कन्याकुमारी शहर को एक्सप्लोर किया जा सकता है। यह जगह बहुत ही खूबसूरत है, जहां प्रकृति, संस्कृति और अध्यात्म का अनोखा संगम देखने को मिलता है।
सूरज की पहली और आखिरी किरण का खूबसूरत नजारा, शांत समुद्र तट, ऐतिहासिक मंदिर और वास्तुकला इसे खास बनाते हैं। हालांकि, यहां की यात्रा पर निकलने से पहले कुछ जरूरी चीजें समझ लेना जरूरी है, ताकि आपका एक्सपीरियंस यादगार और बिना किसी परेशानी के हो। तो देर किस बात की आइए जानें कन्याकुमारी जाने से पहले क्या-क्या ध्यान में रखना चाहिए।
कन्याकुमारी की पहचान बने विवेकानंद रॉक मेमोरियल का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व अद्वितीय है। यह मेमोरियल समुद्र के बीच स्थित एक विशाल चट्टान पर बना हुआ है, जहां तीनों समुद्र मिलते हैं।
इसे जरूर पढ़ें- Lohri 2025: पंजाब में कहां मनाया जाता है लोहड़ी का पर्व शानदार, जानें
यह स्थान स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके योगदान को समर्पित है, जिन्होंने 1892 में यहां ध्यान लगाया था। यहां पहुंचने के लिए आप नाव से जा सकते हैं और एक अलग ही एक्सपीरियंस ले सकते हैं।
कन्याकुमारी की यात्रा में तिरुवल्लुवर स्टैच्यू एक ऐसा स्थान है, जिसे देखना न भूलें। यह विशाल प्रतिमा तमिल साहित्य के महान कवि और संत तिरुवल्लुवर को समर्पित है, जिन्होंने तिरुक्कुरल नामक विश्व विख्यात ग्रंथ की रचना की।
यह प्रतिमा कन्याकुमारी तट के समीप समुद्र के बीच स्थित है और अपनी अद्भुत वास्तुकला और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। तिरुवल्लुवर स्टैच्यू तक पहुंचने के लिए कन्याकुमारी तट से नाव की सवारी करनी पड़ती है।
कन्याकुमारी की ट्रिप के दौरान पद्मनाभपुरम पैलेस जरूर जाएं। यह महल त्रावणकोर साम्राज्य की शाही विरासत को दर्शाता है और अपनी भव्य वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। तिरुवनंतपुरम से लगभग 60 किलोमीटर और कन्याकुमारी से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह महल इतिहास, कला और संस्कृति प्रेमियों के लिए एक अद्भुत स्थल है।
आपको यहां जाने के लिए टैक्सी या बस करनी होगी, क्योंकि यह कन्याकुमारी से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह ऐसी है कि आपको यहां बहुत ही अच्छा लगेगा और आपकी ट्रिप यादगार भी बन जाएगी।
कन्याकुमारी न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां के स्थानीय व्यंजन भी आपकी ट्रिप को खास बना देते हैं। दक्षिण भारतीय मसालों, नारियल और समुद्री यहां का खाना अपने अनोखे स्वाद के लिए जाना जाता है।
कन्याकुमारी के बाजारों और रेस्तरां में आपको पारंपरिक व्यंजनों का अनुभव मिलेगा, जो फ्रेश और सादगी से भरपूर होते हैं। अगर आप कुछ डिफरेंट ट्राई करना चाहते हैं, तो नारियल पानी और केले के चिप्स का स्वाद जरूर लें।
कन्याकुमारी की पहचान का प्रतीक, कन्याकुमारी देवी मंदिर, भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर हिंदू धर्म की आस्था का केंद्र है और देवी कन्याकुमारी को समर्पित है, जिन्हें शक्ति और सादगी का प्रतीक माना जाता है।
इसे जरूर पढ़ें- Gangasagar Mela 2025: गंगासागर मेला देखने का बना रहे हैं प्लान, तो जानें सागरद्वीप पहुंचने का सही तरीका और भक्तों के लिए क्या है तैयारी
मंदिर का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व, साथ ही इसकी खूबसूरत वास्तुकला, इसे हर श्रद्धालु और पर्यटक के लिए खास बनाती है। अगर आप यहां जाने का प्लान बना रहे हैं, तो सुबह 4:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम 4:00 बजे से रात 8:00 बजे तक यहां जाने का प्लान बना सकते हैं।
इस तरह आप अपनी ट्रिप को यादगार बना सकते हैं। अगर आपको कोई और जगह मालूम है, तो हमारे साथ जरूर साझा करें। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- (@Freepik and shutterstock)
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।