गंगासागर मेला की शुरुआत आज से हो गई है। यह मेला 17 जनवरी 2025 तक चलने वाला है। इस बार मेले में हर बार से ज्यादा भीड़ इकट्टठा होने की बात कही जा रही है। इसलिए गंगासागर मेले के मौके पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रयागराज महाकुंभ मेला के साथ साथ गंगासागर मेला में जाने का प्लान भी लोग बना रहे हैं। यह मेला पश्चिम बंगाल राज्य के दक्षिण 24 परगना जिला के सागरद्वीप आयोजित हो गया है। आप मेला देखने के लिए कपिल मुनि आश्रम परिसर में जा सकते हैं। अगर आप पहली बार पंश्चिम बंगाल जा रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके काम आएगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको गंगासागर मेला से जुड़ी खास जानकारी विस्तार से देंगे।
गंगासागर मेला में स्नान करने से क्या होता है?
मकर संक्रांति के दिन गंगासागर में स्नान करना शुभ माना जाता है। 14 जनवरी की दोपहर 2.58 बजे के बाद से पुण्य स्नान का समय बताया जा रहा है। माना जाता है कि इसमें स्नान करने से केवल पाप ही नहीं धुलते हैं बल्कि वह सेहत से भी स्वस्थ बने रहते हैं। भले ही स्नान का समय 14 जनवरी को है, लेकिन गंगासागर मेला की शुरुआत पहले ही हो जाती है।यहकोलकाता में जनवरी में घूमने के लिए अच्छी जगहमें से एक है।
भक्तों की सुरक्षा के लिए खास सुविधा
- मेले में ड्रोन उड़ाकर लोगों पर नजर रखी जाने वाली है, ताकी कोई भी अप्रिय घटना होने से रोका जा सके।
- इस बार यात्रियों के लिए मेले में हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस की सुविधा भी मिल रही है। भक्तों के लिए गंगासागर हेलीकॉप्टर सेवा भी किफायती दरों पर उपलब्ध है। कोई भी एंमरजेंसी होने पर कॉप्टर एम्बुलेंस से सेवा पहुंचाई जाएगी।
- 1200 के करीब CC टीवी कैमरा लगाए गए हैं, जो सब पर नजर रखेंगे।
- भक्तों को यात्रा में परेशानी न हो इसलिए 2250 सरकारी बसें और 250 निजी बसों की सुविधा दी गई है।
- किसी भी घटना से निपटने के लिए 2,500 सिविल डिफेंस और अन्य स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है।
- अस्पतालों में भी बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई है। कुल 515 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।
- गंगासागर के पास डॉक्टर और नर्स की सुविधा भी गई है, साथी ही लगभग 100 एंबुलेंस भी रखी गई है।
- इस साल हरित गंगासागर मेला को लक्ष्य बनाया गया है। प्लास्टिक मुक्त गंगासागर मेला करने के लिए, सुविधा की गई है और लोगों को भी साथ देने की अपील की गई है।
- इसके साथ लोगों को काकद्वीप और सागरद्वीप पर यात्रा करने में परेशानी होती है, इसे जोड़ने वाली मुरीगंगा नदी को पार करने में हर साल लोगों को परेशानी होती है, इसका कारण है पानी का बहाव कम होना।
- ऐसे में अगर यात्रियों को दिक्कत होती है, यहां जहाज पानी में फंस जाता है, तो तीर्थयात्रियों को पानी, भोजन व आपातकालिन सामग्रियां पहुंचने के लिए इस बार ड्रोन की सुविधा दी गई है।
इसे भी पढ़ें:स्वर्ग से कम नहीं है भारत की ये जगहें, फोटोग्राफी का शौक रखने वाले तुरंत बनाएं ट्रैवल का प्लान
मेले में भक्तों को मिलेगी ये सुविधाएं
- मेले में भक्तों को बाथरूम के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि 36 जगहों पर बायोटॉयलेट की व्यवस्था की गई है।
- साफ पानी पीने के लिए 0 लाख से ज्यादा पाउच और 48 वाटर वेंडिंग मशीन भी लगाई गई है।
- अगर आपका फोन चार्ज नहीं है, तो परेशान न हो, क्योंकि 150 मोबाइल चार्जिंग यूनिट भी लगाया गया है।
- रात गुजारने के लिए अस्थायी 1559 टेंट की सुविधा भी गई है।
कैसे पहुंचे गंगासागर मेला?
- गंगासागर मेला को लेकर 12 स्पेशल ट्रेनों का संचालन 17 जनवरी तक होने वाला है। ऐसे में यात्रियों को ट्रेन से यात्रा करने में परेशानी नहीं होने वाली है।
- आउट्राम घाट तक पहुंचने के लिए बसों की सुविधा भी अच्छी है, इसलिए यहां आप कभी भी आ सकते हैं। भक्तों को घाट तक पहुंचाने के लिए सेवा संस्थाओं को कार्य सौंपा गया है।
- अगर आप दूसरे शहरों से मेला देखने आ रहे हैं, तो ट्रेन से आ सकेत हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको काकद्वीप रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन लेना है। रेलवे स्टेशन पर आपको ऑटो या ई-रिक्शा मिल जाएगी। आपको ई -रिक्शा से पहले डायमंड हार्बर होकर लॉट 8 घाट मोड़ तक जाना है। आप रिक्शा चालक से बस लॉट 8 घाट मोड़ का रास्ता बोलकर बैठ सकते हैं। इसके बाद कचुबेरिया पहुंचें, यहां से आपको गंगासागर के लिए बस मिल जाएगी।
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
image credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों