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Kharmas 2022: क्यों खरमास में रुक जाती हैं शादियां?

16 दिसंबर से खरमास शुरू होने वाला है। ऐसे में आइये जानते हैं कि खरमास के दौरान विवाह पर क्यों रोक लग जाती है।  
Editorial
Updated:- 2022-12-15, 11:54 IST

Kharmas 2022: हिन्दू धर्म में खरमास का अत्यंत महत्व है। खरमास को अशुभ माह के रूप में जाना जाता है। इसी कारण से इस माह में किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है। हिन्दू धर्म के अनुसार, मुख्यरूप से खरमास के दौरान विवाह करना अशुभ माना जाता है।

इस विषय पर जब हमने हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से पूछा तो उन्होंने हमें ग्रहों से जुड़े कुछ बेहद दिलचस्प तथ्य बताए जिनके कारण खरमास में विवाह पर रोक लग जाती है। तो चलिए बिना देरी किये आपको बताते हैं कि आखिर क्यों खरमास में विवाह जैसा शुभ कार्य माना करना माना जाता है अमंगलकारी।

  • खरमास का अर्थ है गधे का माह। ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य देव (सूर्य देव के मंत्र) इस माह में पृथ्वी की परिक्रमा अपने सात घोड़ों पर नहीं बल्कि दो गधों पर करते हैं जिसके कारण सूर्य की गति धीमी हो जाती है।

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  • चूंकि सूर्य की गति में अंतर आ जाता है इसी कारण से सूर्य का तेज भी निष्क्रिय हो जाता है। सूर्य को सनातन धर्म और ग्रहों में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में सूर्य की कमजोर स्थिति अशुभ मानी जाती है।

surya dev

  • यही वजह है कि खरमास में किसी भी तरह के मांगलिक कार्य को करना वर्जित माना गया है। इसके अलावा, एक अन्य कारण ये भी है कि इस माह में ग्रह नक्षत्रों की पृथ्वी से दूरी बढ़ जाती है।

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  • ग्रह-नक्षत्रों का शुभ कार्यों में आवाहन किया जाता है और उनके उपस्थित होने के कारण ही हर कार्य शुभता और सम्पन्नता के साथ पूरा होता है। ऐसे में जब ग्रह-नक्षत्र पृथ्वी से दूर हो जाते हैं तो शुभ कार्यों में उनकी उपस्थिति नहीं हो पाती है।

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  • बिना ग्रह नक्षत्रों की कृपा के कार्य में विघ्न उत्पन्न होते हैं और समस्त देवी-देवताओं (देवी-देवताओं की करें इस दिशा में पूजा) का आशीर्वाद पाना भी संभव नहीं हो पाता है। यही कारण है कि खरमास के दौरान या तो कोई शुभ कार्य किया नहीं जाता या फिर जबरन किया गया कोई भी कार्य सफल नहीं होता है।

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  • बहराल बता दें कि, खरमास 16 दिसंबर 2022, दिन शुक्रवार से शुरू हो रहा है। वहीं, इसका समापन 14 जनवरी 2023, दिन शनिवार को होगा।

तो ये था खरमास के दौरान शादियों पर रोक लगने के पीछे का कारण। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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