दिवाली के दिन शाम के समय ही क्यों की जाती है माता लक्ष्मी की पूजा?

दिवाली का त्योहार अब आने में कुछ ही दिन बाकी है। इस दौरान भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। अब ऐसे में लक्ष्मी जी की पूजा शाम में करने की मान्यता क्या है। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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सनातन धर्म में दिवाली का त्योहार सौभाग्य और उन्नति का प्रतीक माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है, तो दिवाली के दिन विशेष रूप से गणपति बप्पा और धन की देवी लक्ष्मी जी की पूजा करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि दिवाली के दिन अगर आप लक्ष्मी और गणेश पूजन कर रहे हैं, तो शाम का समय पूजा करना शुभ फलदायी माना जाता है। अब सवाल है कि दिवाली के दिन शाम में ही क्यों माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

शाम के समय ही क्यों की जाती है माता लक्ष्मी की पूजा?

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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान माता लक्ष्मी प्रकट हुईं थीं और तभी से उनकी पूजा-अर्चना दिवाली में करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि समुद्र मंथन की यह घटना रात में हुई थी।

जिसके कारण लक्ष्मी पूजा के लिए रात का समय बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि रात के समय लक्ष्मी जी की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को हमेशा सुख-समृद्धि का वरदान मिलता है और ऐसा भी कहते हैं कि रात्रि के समय माता लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं और सभी के घरों में वास करती हैं। इसलिए अपने घरों को साफ और स्वच्छ रखना चाहिए। जिससे माता लक्ष्मी का घर में आगमन हो।

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शाम के समय माता लक्ष्मी की पूजा का महत्व क्या है?

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ज्योतिष शास्त्र में पश्चिम दिशा को माता लक्ष्मी की दिशा माना जाता है और यह दिशा शाम के समय बेहद सक्रीय होती है। जिसके कारण इस दिशा में शाम के पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं शाम के समय घी का दीपक माता लक्ष्मी के पास जलाने सभी दोषों से भी छुटकारा मिल जाता है। माता लक्ष्मी की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा इस बात का खास ध्यान रखें कि माता लक्ष्मी की आरती बैठकर ही करनी चाहिए।

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Image Credit- HerZindagi

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