Mahabharat Katha: श्री कृष्ण ने क्यों किया था अर्जुन के किन्नर पुत्र से विवाह?

महाभारत में कई ऐसे रहस्य छिपे हुए हैं जो आज भी एक पहेली हैं। इन्हीं में से एक है अर्जुन के पुत्र और श्री कृष्ण के विवाह का रहस्य। आखिर क्यों श्री कृष्ण ने अर्जुन के पुत्र से किया था विवाह।  

 
arjun kinnar son and shri krishna

Shri Krishna Aur Arjun Ke Kinnar Putra Ka Vivah: महाभारत ग्रंथ में आज भी कई पात्र और उनसे जुड़े रहस्य एक अबूझ पहेली बने हुए हैं।

ऐसा ही एक रहस्य है अर्जुन के किन्नर पुत्र और श्री कृष्ण से संबंधित। ग्रंथ में बताया गया है कि अर्जुन के किन्नर पुत्र ने श्री कृष्ण से विवाह किया था।

ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आइये जानते हैं कि आखिर क्यों श्री कृष्ण ने किया था किन्नर से विवाह।

  • महाभारत को महाकाव्य कहा गया है। हिन्दू धर्म के प्राचीन ग्रंथों में से एक महाभारत कई भाषाओं में लिखी गई अनुवादित कर लिखी गई है।
  • महाभारत के तमिल अनुवाद में ऐसा वर्णन मिलता है कि अर्जुन का पुत्र इरावन एक किन्नर थे और उन्हीं को किन्नरों का देवता माना जाता है।
  • इरावन न सिर्फ बेहद सुंदर थे बल्कि युद्ध कौशल में भी निपुण थे। इरावन एक कुशाग्र योद्धा थे और महाभारत (18 दिन ही क्यों हुआ महाभारत युद्ध) में उनकी अहम भूमिका थी।
  • इरावन अर्जुन और नाग कन्या उलूपी के पुत्र थे। इरावन ने पुरुष के रूप में जन्म लिया था लेकिन एक श्राप के कारण वह किन्नर बन गए थे।
shri krishna marry arjun son
  • तमिल महाभारत के अनुसार, युद्ध के समय विजय प्राप्त करने के लिए श्री कृष्ण ने पांडवों को मां काली की पूजा और बलि का मार्ग सुझाया।
  • तब सभी पांडव मां काली की पूजा के लिए तैयार हुए और बलि का कुंड सजाया गया लेकिन पूजा के बाद कोई भी बलि के लिए आगे नहीं आया।
  • तब इरावन ने नर बलि देने की युक्ति सुझाते हुए अपने प्राण मां काली के सामने त्याग ने का निश्चय किया जिसके लिए सभी पांडव मान गए।
  • हालांकि इरावन ने यह शर्त रखी थी कि वह प्राण त्यागने से पहले विवाह करना चाहते हैं। यह शर्त सुन पांडव (पांडवों ने क्यों बनवाया था केदारनाथ मंदिर?) बुरी तरह हैरान-परेशान हो गए।
shri krishna marry arjun kinnar son
  • समस्या यह थी कि जो व्यक्ति मरने जा रहा हो उस व्यक्ति को कौन सा पिता अपनी पुत्री देगा और खुद अपनी पुत्री को विधवा बनाएगा।
  • तब श्री कृष्ण ने स्त्री रूप धर इरावन से विवाह किया। इरावन की मृत्यु के बाद श्री कृष्ण ने अगले दिन विधवा की तरह विलाप भी किया।
  • इरावन के त्याग के कारण मां काली ने पांडवों को युद्ध में विजय होने का वरदान दिया और इरावन को भी एक विशेष आशीर्वाद दिया।
  • मां काली के वरदान के अनुसार, इरावन को किन्नरों का देवता माना गया। तभी से किन्नरों के इरावन से विवाह की परंपरा शुरू हुई।

तो इसलिए की थी श्री कृष्ण ने अर्जुन पुत्र इरावन से शादी। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: pinterest, wallpapercraft

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