Why Children Like Their Friends More: पेरेंट्स के साथ बच्चों का रिश्ता उम्र के हर पड़ाव पर बदलता रहता है। खासतौर पर जब बच्चा किशोरावस्था में जाता है तो उसे अपने पेरेंट्स की बातें बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती और दोस्तों के साथ रिश्ता गहरा होता चला जाता है। इस बारे में हमने बात कि एनएमसीएच अस्पताल के साइकोलॉजिस्ट एक्सपर्ट योगेश से। आइए जानते हैं उन्हें क्या बताया।
गेप होता है मुख्य कारण
एक समय के बाद बच्चों को अपनी पेरेंट्स की बातें बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती है इसका मुख्य कारण है ऐज गेप। पेरेंट्स और बच्चों के विचार एक समय के बाद बहुत ज्यादा अलग हो जाते हैं जिस वजह से बच्चों को पेरेंट्स की बातें बुरी लगने लग जाती हैं। (बच्चों को खाना खाते वक्त नहीं करने चाहिए ये काम)
कम से कम करें रोक-टोक
पेरेंट्स हमेशा बच्चों का भला चाहते हैं लेकिन बच्चों को एक उम्र के बाद रोक-टोक सुनने की आदत अच्छी नहीं लगती। ऐसे में होता यह है कि पेरेंट्स जब भी बच्चों को किसी काम को करने के लिए मना करते हैं तो बच्चों को लगता है कि वो उनका भला नहीं चाहते हैं।
अपने विचार ना थोपे
आप अपने बच्चों से क्या चाहते हैं इसके लिए जरूरी है कि आप उन्हे समझाएं। ना कि उनपर अपने विचार थोपें। अगर आप उन्हे किसी भी बाद के लिए टोक रहे हैं या किसी बात को पसंद नहीं कर रहे तो उन्हें समझाएं और उनका बिंदु सभी समझें।
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दोस्त बने
अगर आपके बच्चों को दोस्त ज्यादा पसंद आ रहे हैं तो जरूरी है कि आप भी उनके दोस्त बने। दोस्त बनकर आप उन्हे आसानी से समझ पाएंगे और वो आपको। (बच्चों को कुछ इस तरह करें हैंडल)
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Photo Credit: Freepik
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