Hanuman Ji Ke Peron Ke Niche Kaun Hai: हिन्दू धर्म में हनुमान जी को सर्वोच्च भक्त और उच्च भगवान माना गया है। वहीं, हनुमान जी अत्यंत रहस्यमयी भी हैं। धर्म-ग्रंथों में हनुमान जी से जुड़े कई रहस्यों का वर्णन मिलता है। इन्हीं में से एक है कि हनुमान जी के पैरों के नीचे कौन है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
पौराणिक कथा के अनुसार, जब शनिदेव को कर्मफलदाता के रूप में भगवान शिव ने नियुक्त किया था तब शुरुआत में सब सही और सुचारु रूप से चल रहा था लेकिन धीरे-धीरे शनि देव को अपनी शक्तियों पर अहंकार होने लगा जिसके फल स्वरूप देवताओं समेत पृथ्वी वासियों को उनके भयंकर क्रोध और अकारण दंड का कोप झेलना पड़ रहा था।
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इसी बीच हनुमान जी (हनुमान जी की पत्नी का नाम) पृथ्वी पर भ्रमण के लिए निकले जहां उन्होंने देखा कि ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है धरती पर जो शनि देव के कोप से अकारण ही बिना किसी अपराध के परेशान न हो। धरती पर मनुष्यों और स्वर्ग में देवताओं द्वारा शनिदेव के कोप से हाहाकार मचा हुआ था। यह देख हनुमान जी शनि देव से मिलने और उन्हें समझाने उनके लोक पहुंचे।
हनुमान जी ने शनि देव से भेंट की और उन्हें धरती एवं स्वर्ग का हाल बताया और शनि देव से प्रार्थना की कि वह अपना कोप शांत कर लें और अकारण किसी को भी दंड न दें। मात्र जो दंड के अधिकारी हैं उन्हें ही दुष्फल प्रदान करें लेकिन शनि देव अपनी शक्तियों के मत में इतने चूर थे कि उन्हें अपनी भूल का अंदाजा न था। उन्होंने हनुमान जी का अपमान किया।
हनुमान जी के समझाने के बाद भी उनसे विनम्रता की अपेक्षा क्रोध में आकर दुर्व्यवहार किया जिसके बाद हनुमान जी ने शनिदेव (शनिदेव को क्यों चढ़ाया जाता है तेल) को उनकी भूल का एहसास कराने और उन्हें पुनः सही मार्ग पर लाने का निर्णय किया जिसके बाद हनुमान जी और शनि देव के बीच भीषण युद्ध हुआ। मान्यता है कि यह युद्ध कई महीनों तक चला था। शनिदेव की शक्ति क्षीण होने लगी थी।
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जब शनि देव ने देखा कि हनुमान जी अत्यंत क्रोध में हैं तो शनिदेव वहां से भाग खड़े हुए और एक स्थान पर जाकर छुप गए। शनि देव को युक्ति सूझी कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी हैं और स्त्री पर बल का प्रयोग कतई नहीं करते तो उन्होंने स्त्री का भेष बनाया और हनुमान जी के चरणों में जाकर क्षमा याचना करने लगे जिसके बाद हनुमान जी ने उन्हें अभय दान दिया। मान्यता है कि तभी से हनुमान जी के चरणों में शनिदेव का वास माना जाता है।
तो ये हैं वो देवता जिनका स्थान हनुमान जी के पैरों में माना जाता है। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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