स्वास्थ्य सुविधाओं की बढ़ती लागत आम आदमी की जेब पर भारी असर डालती है। जी हां, एक बीमारी पूरे परिवार की आर्थिक स्थिति को बिगाड़ने का दम रखती है। हालांकि, हमारे देश में गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए सरकार कई स्वास्थ्य बीमा योजनाएं चला रही है, जिसमें से एक आयुष्मान भारत भी है। आयुष्मान भारत में गरीब और जरूरतमंद लोगों को फ्री और सस्ता इलाज मुहैया कराया जाता है। लेकिन, आज हम यहां आयुष्मान भारत के बारे में नहीं, बल्कि उन मेडिकल स्कीम्स के बारे में बात करने जा रहे हैं जो आयुष्मान भारत की तरह ही जरूरतमंदों को मुफ्त या सस्ता इलाज मुहैया कराती हैं।
आयुष्मान भारत के अलावा देश में कई मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, सीजीएचएस (केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना), ईएसआईसी (कर्मचारी राज्य बीमा योजना), रेलवे और डिफेंस से जुड़े स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम और अन्य कई स्वास्थ्य योजनाएं चल रही हैं। ये योजनाएं अस्पताल में भर्ती होने से लेकर दवाओं और डायग्नोस्टिक्स की लागत तक को कवर करती हैं। ऐसे में अगर आप आयुष्मान भारत योजना के पात्र नहीं है, तो इन योजनाओं की जानकारी रखकर अपने या अपने परिवार के लिए किफायती इलाज प्राप्त कर सकते हैं। आइए, यहां जानते हैं कौन-कौन सी योजनाएं सस्ता और मुफ्त इलाज मुहैया कराती हैं।
इन मेडिकल स्कीम्स में भी मिल सकता है मुफ्त या सस्ता इलाज
CGHS
केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना यानी CGHS में भारत केंद्रीय सरकार के कार्यरत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए एक व्यापक स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम है। यह योजना साल 1954 में शुरू की गई थी। CGHS डिस्पेंसरी सेवाओं, विशेषज्ञ परामर्श और अस्पताल में भर्ती सहित कई तरह की मेडिकल सर्विसेज देता है।
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CGHS के पैनल में आने वाले लोगों को सैलरी के हिसाब से निजी अस्पताल में वार्ड मिलता है। आइए, यहां जानते हैं कितनी सैलरी वालों को कौन-सा वार्ड CGHS में मिलता है।
अगर आपकी सैलरी 36, 500 रुपये है तो सामान्य, सैलरी 36, 501 से लेकर 50 हजार रुपये तक है तो अर्ध-निजी और 50 हजार 500 रुपये से ज्यादा है तो निजी वार्ड की सुविधा मिलती है।
महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना
यह स्वास्थ्य बीमा योजना महाराष्ट्र सरकार ने शुरू की है। इस योजना को राज्य में रहने वाले कम आय वाले परिवारों के लिए बनाया गया है। महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना में सरकारी और निजी, दोनों अस्पतालों में चिकित्सा और शल्य चिकित्सा उपचार की सुविधा मुफ्त में मिलती है। इस सरकारी स्वास्थ्य योजना में हर साल प्रति पॉलिसी पर प्रति परिवार को 1.5 लाख रुपये तक का कवरेज मिलता है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना
RSBY यानी राष्ट्रीय बीमा योजना को देश में गरीबी रेखा से नीचे यानी BPL रहने वाले परिवारों के लिए शुरू किया गया था। इस योजना में 30 हजार रुपये तक का कवरेज मिलता है और यह परिवार के 5 लोगों को कवर करती है।
भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना
राजस्थान सरकार ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की है। यह एक बीमा यानी इंश्योरेंस स्कीम है और इसका उद्देश्य राज्य के निवासियों को सस्ती और क्वालिटी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में सामान्य बीमारियों के लिए 30 हजार रुपये तक और गंभीर बीमारियों के लिए 3 लाख रुपये तक का कवरेज मिलता है।
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कर्मचारी राज्य बीमा योजना
अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो ESI के बारे में अच्छी तरह से जानते होंगे। जी हां, ESI यानी कर्मचारी राज्य बीमा, यह कर्मचारियों के लिए एक सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसका मैनेजमेंट भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय के तहत कर्मचारी राज्य बीमा निगम यानी ESIC करता है।
कर्मचारी राज्य बीमा योजना उन कर्मचारियों को कवर नहीं करती है, जिनकी मासिक आय 21 हजार रुपये से ज्यादा है। अगर आप 21 हजार से कम कमाते हैं, तो ही ESIC के लाभ ले सकते हैं। इसमें अस्पताल में एडमिट होने से लेकर डिस्पेंसरी से मुफ्त की दवाइयों की सुविधा मिलती है।
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Image Credit: Freepik
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