Difference between Raja Maharaja Samrat:कक्षा 5 से लेकर 10वीं तक हम सभी ने इतिहास में बहुत सारे राजा-महाराजा और सम्राट के बारे में पढ़ा होगा। अब ऐसे में जब कभी-भी हम इसका नाम सुनते और पढ़ते हैं, तो हमारे दिमाग में भव्य किले, विशाल सेनाएं और सोने के सिंहासन की तस्वीरें बनकर सामने आती हैं। और समझें भी क्यों न जब बात हिंदी भाषा के पर्यायवाची की आती है कि राजा के विभिन्न अर्थ नृप, भूप, भूपति, नरेश, नरेन्द्र, भूपाल, सम्राट, महाराजा, राव और नरपति के बारे में पढ़ते हैं। अब ऐसे में आमतौर पर हम सभी इन सभी पदों को एक ही समझते हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। बता दें कि इन तीनों के बीच छोटा नहीं बल्कि एक बहुत बड़ा अंतर है? यह अंतर सिर्फ पद का नहीं बल्कि अधिकार, शक्ति और शासन के विस्तार का भी है।
अगर आप भी तीनों पदों को एक ही हैं तो आप इतिहास के एक बहुत ही रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी से अनजान हैं। चलिए इस लेख में जानिए इन तीनों में कौन सबसे बड़ा था और क्यों।
राजा कौन होता है?
राजा किसी एक राज्य या क्षेत्र का शासक होता है। वह एक सीमित भू-भाग पर शासन करता है जिसे अक्सर उसके पिता से विरासत में मिलता है। राजा का मुख्य कर्तव्य अपने राज्य और प्रजा की रक्षा करना। उनके लिए नियम बनाना और शांति-व्यवस्था बनाए रखना होता है। वह अपने राज्य में सर्वोच्च होता है। लेकिन उसका अधिकार क्षेत्र केवल उसी राज्य तक सीमित होता है। एक राजा किसी अन्य राजा के अधीन नहीं होता। लेकिन वह उससे कमजोर या कम शक्तिशाली हो सकता है। आसान भाषा में कहे तो 1000 गांव की शासन व्यवस्था को संभालने वाला व्यक्ति राजा कहलाता है।
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महाराजा कौन होता है?
महाराजा वह शासक होता है जिसका अधिकार क्षेत्र एक सामान्य राजा से कहीं ज्यादा बड़ा होता है। उसके अधीन कई छोटे-छोटे राज्य और उनके राजा भी होते हैं। ये छोटे राजा, महाराजा की अधीनता स्वीकार करते हैं और उन्हें कर या सैन्य सहायता प्रदान करते हैं। सरल भाषा में समझें तो 10000 गांव की शासन व्यवस्था को चलाने वाला व्यक्ति महाराजा कहलाता है।
सम्राट कौन होता है?
सम्राट, राजा और महाराजा पद से सबसे ऊंचा होता है। यह शब्द उस शासक के लिए इस्तेमाल होता है जिसका अधिकार क्षेत्र किसी राजा या महाराजा से बहुत बड़ा हो। सम्राट वह होता है जो कई राज्यों और उनके राजाओं को अपने अधीन कर लेता है।
सम्राट की सत्ता सर्वोच्च होती है और उसके फैसले पूरे साम्राज्य पर लागू होते हैं। भारतीय इतिहास में सम्राट अशोक और सम्राट अकबर जैसे शासक इसके प्रमुख उदाहरण हैं जिन्होंने अपने शासनकाल में एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की। आसान शब्दों में समझें तो 1 लाख गांव की शासन व्यवस्था को संभालने वाला व्यक्ति सम्राट कहलाता है।
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Image Credit- freepik, jagran josh
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