वास्तु को एक एकीकृत विज्ञान माना जाता है जो ब्रह्मांड की ऊर्जा को विज्ञान के ज्ञान से जोड़ता है। हम सभी के लिए ऊर्जा काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें इस ग्रह पर उद्देश्यपूर्ण जीवन के साथ रहने की प्रेरणा देती है।
हमारे आस-पास कुछ सकारात्मक और कुछ नकारात्मक ऊर्जाएं होती हैं और उनका कुशलता पूर्वक इस्तेमाल करने के लिए वास्तु से जुड़ी कुछ चीजें और नियम बनाए गए हैं। ऐसी ही वास्तु की चीजों में से एक है वास्तु पिरामिड।
ऐसा माना जाता है कि यदि आप वास्तु पिरामिड को घर की सही दिशा में रखते हैं तो ये घर के सभी वास्तु दोषों को दूर करने में मदद करता है। लेकिन इसे रखने के लिए सही वास्तु की जानकारी होनी भी जरूरी है। आइए ज्योतिर्विद पं रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें क्या होता है वास्तु पिरामिड और इसे किस स्थान पर रखना उचित माना जाता है।
वास्तु पिरामिड क्या है?
अपने आस-पास से नकारात्मकता को दूर करने के लिए घर या वर्कप्लेस को वास्तु शास्त्र की आवश्यकता होती है। किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों को अपने घर से दूर करना बहुत जरूरी माना जाता है। वास्तु पिरामिड को ऊर्जावान यंत्र माना जाता है जो सर्वोच्च शक्तियों को समेटे हुए होता है।
वास्तु के अनुसार ऐसा माना जाता है कि यदि हमारे पास घर में वास्तु पिरामिड हैं तो ये सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा को बेअसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये एक ऐसा यंत्र होता है जो सभी शक्तियों के बीच सामंजस्य बनाने में मदद करता है।
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घर में वास्तु पिरामिड कहां रखें
वास्तु पिरामिड आपके ऑफिस घर या फिर आपके आस-पास मौजूद हर वास्तु दोष को दूर करता है। हालांकि आपको इन पिरामिडों को एक आदर्श स्थान पर ही रखने की सलाह दी जाती है। इन स्थानों में आपके घर का केंद्रीय बिंदु, कोई विशिष्ट कमरा या आपके वर्क प्लेस या घर का कोई ऊर्जावान बिंदु शामिल हो सकता है। वास्तु पिरामिड को आप ऐसी जगह लगाएं जहां घर के सदस्य सबसे ज्यादा समय बिताते हों।
वास्तु पिरामिड की सही दिशा
अगर हम वास्तु की दिशा की बात करें तो वास्तु पिरामिड को घर में हमेशा ईशान कोण में रखना चाहिए। यह एक ऐसा स्थान है जो सबसे ज्यादा ऊर्जा का केंद्र माना जाता है और इस दिशा में रखा हुआ वास्तु पिरामिड आपके घर की ऊर्जा को संतुलित करने में मदद करता है।
इसी दिशा में आपको घर का मंदिर रखने की सलाह भी दी जाती है और ऐसा माना जाता है कि मंदिर की दिशा के आस-पास रखा वास्तु पिरामिड सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।
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अच्छी नींद के लिए इस दिशा में रखें वास्तु पिरामिड
यदि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा तो घर के लोग भी सेहतमंद बने रहेंगे। इसलिए वास्तु पिरामिड को आप अच्छी नींद के लिए (अच्छी नींद के लिए वास्तु टिप्स) घर के दक्षिण -पश्चिम कोने में रखें। इस दिशा में रखा वास्तु पिरामिड आपको अच्छी नींद के साथ अच्छी सेहत प्रदान करने में भी मदद करता है। यदि कोई बीमार है तो उसके अच्छे स्वास्थ्य के लिए आप उसके बेड के पास वास्तु पिरामिड रख सकती हैं।
पढ़ाई और करियर के लिए वास्तु पिरामिड कहां रखें
अगर आप अपने बच्चों का पढ़ाई में मन लगाना चाहती हैं और उनके करियर को सही दिशा देना चाहती हैं तो वास्तु पिरामिड को अपने बच्चों के स्टडी रूम में उत्तर दिशा में रखें। इस दिशा में रखा वास्तु पिरामिड बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने में मदद करता है। अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से चलाने के लिए वास्तु पिरामिड को दक्षिण-पश्चिम कोने में ऑफिस केबिन में रखें।
किस दिशा में न रखें वास्तु पिरामिड
वास्तु पिरामिड को दक्षिण दिशा में और किसी ऐसे स्थान पर रखने से बचना चाहिए जहां हमेशा अंधेरा बना रहता है। इसे आप किचन में भी रखने से बचें और ऐसे स्थान पर न रखें जो बाथरूम के आस-पास हो। इसे हमेशा साफ़ स्थान पर रखने की ही सलाह दी जाती है।
अगर आप वास्तु के नियमों को ध्यान में रखते हुए वास्तु पिरामिड रखती हैं तो ये आपके घर में समृद्धि लाने में मदद करता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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