अस्पताल... यह एक ऐसा शब्द है जिसका नाम सुनते ही हमारे मन में चिंता, उम्मीद और कभी-कभी डर भी लगने लगता है। हम सभी ने कभी न कभी अस्पताल के चक्कर काटे होंगे। चाहे अपने किसी प्रियजन की बीमारी को लेकर या फिर खुद के इलाज के लिए हॉस्पिटल का चक्कर लगभग हर किसी ने काटा होता है। यहां पर अच्छी ट्रीटमेंट और मरीजों की देखभाल के लिए कई अलग-अलग विभाग होते हैं, जिनमें मरीजों को शिफ्ट किया जाता है। उन्हीं में से एक सबसे महत्वपूर्ण और अक्सर चर्चा में रहने वाला विभाग है- ICU। हम इसके बारे में अक्सर सुनते हैं, खबरों में देखते हैं और कई बार तो इसके दरवाजे पर खड़े होकर अपनों की सलामती की दुआ भी मांगते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस छोटे से, तीन अक्षरों वाले शब्द 'ICU' का पूरा नाम क्या है? आपको बता दें कि यह सिर्फ एक संक्षिप्त नाम नहीं है, बल्कि यह विभाग गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए जीवनरेखा का काम करता है।
आमतौर पर, लोग 'आईसीयू' शब्द को सुनकर इसकी गंभीरता को समझ जाते हैं, लेकिन इसके पूरे नाम से अवगत नहीं होते हैं। यह एक ऐसी सामान्य जानकारी है, जिसके बारे में शायद 80% लोग सही जवाब नहीं जानते होंगे। इस लेख में हम आपको ICU का पूरा नाम बताने के साथ-साथ यह भी बताएंगे कि यह विभाग क्यों इतना महत्वपूर्ण है और यहां मरीजों को किस तरह की विशेष देखभाल मिलती है।
ICU का फुल फॉर्म क्या है? (What Is The Full Form Of ICU)
ICU का पूरा नाम- इंटेंसिव केयर यूनिट (Intensive Care Unit) है। इसे हिंदी में गहन चिकित्सा इकाई भी कहा जाता है। यह अस्पताल का वह विशेष विभाग होता है, जहां ऐसे मरीजों को रखा जाता है जिनकी हालत बेहद गंभीर होती है और जिन्हें लगातार निगरानी और विशेष उपचार की आवश्यकता होती है। कुल मिलाकर आईसीयू अस्पताल का वह क्रिटिकल विभाग है, जहां जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे मरीजों को सर्वोत्तम और सबसे गहन चिकित्सा देखभाल प्रदान की जाती है।
ICU का महत्व और कार्यप्रणाली
निरंतर निगरानी- आईसीयू में भर्ती मरीजों को 24 घंटे लगातार अनुभवी डॉक्टर और नर्सों की टीम द्वारा मॉनिटर किया जाता है। उनके हृदय गति, रक्तचाप, ऑक्सीजन स्तर, श्वास दर और अन्य महत्वपूर्ण शारीरिक गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जाती है। इसके लिए विशेष मॉनिटरिंग उपकरणों का उपयोग किया जाता है जो किसी भी बदलाव का तुरंत संकेत देते हैं।
विशेषज्ञ उपचार- आईसीयू में गंभीर बीमारियों, बड़ी सर्जरी के बाद की जटिलताओं, गंभीर चोटों, अंग फेलियर या किसी गंभीर संक्रमण से जूझ रहे मरीजों का इलाज किया जाता है। यहां वेंटिलेटर, डायलिसिस मशीन, डिफिब्रिलेटर और अन्य जीवन रक्षक उपकरण उपलब्ध होते हैं।
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कुशल स्टाफ- आईसीयू में काम करने वाले डॉक्टर, नर्स और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ विशेष रूप से गंभीर मरीजों की देखभाल में प्रशिक्षित होते हैं। उनके पास उच्च स्तरीय चिकित्सा ज्ञान और कौशल होता है ताकि वे किसी भी आपात स्थिति से निपट सकें।
उच्च तकनीक उपकरण- यह विभाग नवीनतम चिकित्सा प्रौद्योगिकी से लैस होता है। वेंटिलेटर मरीजों को सांस लेने में मदद करते हैं, इन्फ्यूजन पंप दवाइयों को सटीक मात्रा में देते हैं और अन्य उपकरण विभिन्न अंगों के कार्यों को सहारा देते हैं।
संक्रमण नियंत्रण- आईसीयू में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, इसलिए यहां साफ-सफाई और संक्रमण नियंत्रण के सख्त प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। स्टाफ और आगंतुक दोनों को विशेष सावधानियां बरतनी पड़ती हैं।
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ICU में भर्ती होने के सामान्य कारण
- हृदय गति रुकना या दिल का दौरा
- गंभीर श्वसन संबंधी समस्याएं
- दिमाग में चोट या स्ट्रोक
- बड़ी दुर्घटनाओं के बाद मल्टीपल ऑर्गन फेलियर
- गंभीर संक्रमण
- बड़ी सर्जरी के बाद की जटिलताएं
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