Vaishakh Purnima 2023 Puja Vidhi & Shubh Muhurat: कब है वैशाख पूर्णिमा? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Vaishakh Purnima 2023 Puja Vidhi & Shubh Muhurat: हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि को अत्यंत शुभ माना गया है। इसी कड़ी में आज हम आपको वैशाख पूर्णिमा की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में बताने जा रहे हैं।  

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Vaishakh Purnima 2023 Ke Bare Mein: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि महत्वपूर्ण स्थान रखती है। पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा हिंदी माह की आखिरी तारीख होती है। इसी कड़ी में आज हम आपको वैशाख माह की पूर्णिमा के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।

वैशाख पूर्णिमा का हिन्दू धर्म के साथ-साथ बौद्ध धर्म में भी बहुत महत्व माना जाता है. यही कारण है कि वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। बौद्ध धर्म के अनुयायियों के अनुसार, वैशाख पूर्णिमा के दिन ही गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था।

जहां एक ओर इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधना है तो वहीं, गौतम बुद्ध की 2585 वीं जयंती मनाई जाएगी। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत से आइये जानते हैं वैशाख पूर्णिमा की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में विस्तार से।

कब है वैशाख पूर्णिमा 2023? (Kab Hai Vaishakh Purnima 2023)

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  • हिन्दू पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि का शुभारंभ 4 मई, दिन गुरुवार को रात 11 बजकर 44 मिनट से हो रहा है।
  • वहीं, पूर्णिमा तिथि का समापन 5 मई, दिन शुक्रवार (शुक्रवार के उपाय) को रात 11 बजकर 03 मिनट पर होगा।
  • ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, इस साल वैशाख पूर्णिमा 5 मई को मनाई जाएगी।

वैशाख पूर्णिमा 2023 का शुभ मुहूर्त (Vaishakh Purnima 2023 Shubh Muhurat)

  • वैशाख पूर्णिमा के दिन यानी कि 5 मई को लाभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 18 मिनट से सुबह 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगा।
  • वहीं, शुभ मुहूर्त 5 मई को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट से दोपहर 1 बजकर 58 मिनट तक की अवधि में रहेगा।
  • ऐसे में वैशाख पूर्णिमा पर भगवान विष्णु की पूजा के लिए यह दो मुहूर्त शुभ और फलदायी साबित होंगे।

वैशाख पूर्णिमा 2023 की पूजा विधि (Vaishakh Purnima 2023 Puja Vidhi)

  • वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करें।
  • घर के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करना भी शुभ रहेगा।
  • स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें और उनके मंत्रों का जाप करें।
  • इसके बाद भगवान विष्णु (भगवान विष्णु के छल) का ध्यान करें और उन्हें पुष्प एवं अक्षत चढ़ाएं।
  • भगवान विष्णु को पीले वस्त्र या पीले मिष्ठान का भोग लगाएं।
  • भगवान विष्णु की आरती करें और प्रसाद वितरित करें।
  • भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करने के बाद व्रत का संकल्प लें।
  • इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा कराना अति पुण्यकर माना गया है।
  • इस दिन शाम के वक्त चंद्रमा को अर्घ्य दें और चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें।
  • ध्यान रहे ग्रहण लगने के कारण इस बार वैशाख पूर्णिमा पर चंद्र दर्शन न करें।

वैशाख पूर्णिमा का महत्व (Vaishakh Purnima Significance In Hindi)

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  • वैशाख पूर्णिमा का विशेष महत्व है।
  • इस दिन विधि विधान के साथ पूजा-पाठ करना चाहिए।
  • इस दिन दान दक्षिणा देने से अक्षत फलों की प्राप्ति होती है।
  • वैशाख पूर्णिमा के दिन व्रत रखने से शारीरिक व आत्मिक दोषों काअंत होता है।
  • भगवान विष्णु की उपासना करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ती होती है।
  • घर में सुख शांति के साथ-साथ धन और वैभव का आगमन होता है।

तो ये थी वैशाख पूर्णिमा से जुड़ी समस्त जानकारी। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: pinterest, shutterstock

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