वर्मी कम्पोस्ट एक जैविक खाद है, जो केंचुओं की मदद से तैयार की जाती है। यह मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने के साथ-साथ पौधों को प्राकृतिक पोषण प्रदान करती है। यह पौधों की सेहत सुधारने के लिए बेहतरीन मानी जाती है। रासायनिक उर्वरकों के बजाय वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने से पौधे ज्यादा स्वस्थ, हरे-भरे और फलों-फूलों से भरपूर होते हैं।
अच्छी बात यह है कि आप इसे घर पर ही आसानी से तैयार कर सकती हैं और इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ेगी। इस आर्टिकल में हम आपको वर्मी कम्पोस्ट बनाने की आसान विधि और इसके फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे, जिससे आपके गार्डन के पौधे हरे-भरे और सेहतमंद बने रहेंगे।
वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए जरूरी सामग्री
- केंचुए (रेड विगलर या इंडियन ब्लू वर्म्स)
- कचरा डिब्बा या कंटेनर (प्लास्टिक या मिट्टी का)
- रसोई का कचरा (फलों और सब्जियों के छिलके, बचा हुआ खाना, चायपत्ती, अंडे के छिलके)
- सूखी पत्तियां और अखबार के टुकड़े
- गोबर
- पानी और छायादार जगह
वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने की प्रक्रिया (How To Make Vermicompost At Home)
स्टेप 1- कंटेनर तैयार करें
किसी पुराने ड्रम, गमले या लकड़ी के बक्से में छोटे-छोटे छेद कर दें ताकि हवा का संचार बना रहे। कंटेनर के नीचे थोड़ी मिट्टी और सूखी पत्तियां बिछाएं, ताकि छिद्र से उसमें डाली सामग्री बाहर न आए।
स्टेप 2- केंचुओं के लिए सही वातावरण बनाएं
सूखे अखबार के टुकड़े और गोबर की हल्की परत डालें। इस पर रसोई का कचरा डालें। ध्यान रहे इसमें आपको चिकनी चीजें जैसे- तेल, नमक और दूध से संबंधित कचरे नहीं डालना है। इससे आप केंचुएं के लिए सही वातावरण तैयार कर सकते हैं।
स्टेप 3- केंचुओं को डालें
अब, इस बर्तन में केंचुएं डालें। खाद मिश्रण में इसे डालना जरूरी होता है, तभी आप सही तरीके से वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर सकते हैं। फिर, इन्हें सीधी धूप लगने से बचाएं और छायादार जगह पर रखें। कोशिश करें कि इन्हें गर्मी से थोड़ा दूर ही रखें।
स्टेप 4- नमी बनाए रखें
इस बर्तन में समय-समय पर पानी का हल्का छिड़काव करें, ताकि मिश्रण में नमी बरकरार रहे। हालांकि, आपको ध्यान रखना होगा कि इसे ज्यादा गीला नहीं करना है। हर 5-7 दिन में हल्का-सा हिला दें, ताकि उसे ऑक्सीजन मिलती रहे।
इसे भी पढ़ें-Gardening Hacks: गोबर से घर पर कैसे बनाएं पौधों के लिए खाद? सिर्फ 10 रुपये में हो जाएगा काम
स्टेप 5- इतने दिनों में खाद तैयार
लगभग 40-50 दिनों में वर्मी कम्पोस्ट बनकर तैयार हो जाएगी। जब खाद काले-भूरे रंग की हो जाए और उसमें कोई गंध न हो, तो समझें कि यह पूरी तरह से तैयार है। इसे छानकर पौधों में इस्तेमाल करें और बचा हुआ हिस्सा फिर से नए केंचुओं के साथ प्रोसेस करें। इस तरह आप घर में आसानी से वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें-गार्डन के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है वर्मीकंपोस्ट, जानें कैसे मिल सकता है लाभ
वर्मी कम्पोस्ट के फायदे
- पौधों की ग्रोथ को प्राकृतिक रूप से बढ़ाता है।
- मिट्टी की उर्वरता और जल धारण क्षमता में सुधार करता है।
- केमिकल फर्टिलाइजर की जरूरत को कम करता है।
- जैविक खेती के लिए बेहतरीन विकल्प है।
इसे भी पढ़ें-पौधों के लिए वर्मीकम्पोस्ट खरीदने से पहले माली के ये टिप्स जरूर फॉलो करें
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
Image credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों