herzindagi
does it take for Bathua seeds to germinate

Kitchen Gardening: किचन गार्डन में बथुआ की ज्यादा पैदावार के लिए डालें ये खाद, जानें कटाई का सही समय

बथुआ के साग में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। बथुआ न सिर्फ पाचन की प्रक्रिया को बढ़ाता है बल्कि कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
Editorial
Updated:- 2024-04-09, 16:43 IST

बथुआ एक पौष्टिक और स्वादिष्ट साग है, जो सर्दियों में उगाया जाता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिज पाए जाते हैं। ज्यादातर सर्दी के मौसम में बाजारों में हरी सब्जियां मिलनी शुरू हो जाती हैं। सर्दी के समय में ही पालक, चौराई,  मेथी, बथुआ और सरसों के साग मिलते हैं। वैसे तो हर सब्जी का अपना एक अलग स्वाद होता है, लेकिन बथुआ साग की बात ही अलग होती है। अगर आप अपने किचन गार्डन में बथुआ उगाना चाहते हैं, तो यहां कुछ टिप्पणियां दी गई हैं:

किचन गार्डन में बथुआ की ज्यादा पैदावार के लिए खाद और कटाई का समय

असल में बथुआ के साग में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। बथुआ न सिर्फ पाचन की प्रक्रिया को बढ़ाता है बल्कि कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाने में मदद करता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि बथुआ की अधिक पैदावार के लिए इन खादों का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही ये भी जान लें कि इसके कटाई का सही समय क्या होता है।

tips to apply fertilizer and harvesting for higher yield of bathua in kitchen garden

बथुआ साग के लिए खाद

बथुआ को अच्छी तरह से बढ़ाने के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम से भरपूर खाद की जरूरत होती है। इसके बाद उसे मिट्टी में अच्छे से मिला दें। ऐसा करने से आपको बथुआ की बेहतर पैदावार मिलेगी जिससे किसानों को फायदा होगा।

इसे भी पढ़ें: एक रूम का है घर तो ऐसे तैयार करें किचन गार्डन

आप इन खादों का इस्तेमाल कर सकते हैं

गोबर की खाद या कम्पोस्ट, यह सबसे अच्छी खाद है जो बथुआ को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है। यह एक उत्कृष्ट खाद है जो मिट्टी को पोषण प्रदान करती है और पौधों की जड़ों को मजबूत बनाती है। केंचुआ खाद, यह एक प्राकृतिक और जैविक खाद है जो मिट्टी की उर्वरता और जल धारण क्षमता को बढ़ाने में मदद करती है। खाद को मिट्टी में मिलाने से पहले उसे अच्छी तरह से गलना जरूरी है।

यह विडियो भी देखें

how grow bathua saag at home inside

बथुआ साग के लिए समय पर दें पानी

बथुआ को नियमित तौर पर पानी देने की जरूरत होती है, खासकर जब मौसम नम हो। मिट्टी को नम रखें, लेकिन गीली न करें। सुबह या शाम को पानी देना सबसे अच्छा होता है।

बथुआ साग की कब करें कटाई

बथुआ की कटाई बुवाई के 3 से 4 सप्ताह बाद की जा सकती है। पत्तियों को काटने के लिए एक तेज चाकू का इस्तेमाल करें। कटाई करते समय, पौधे के आधार से लगभग 5 सेंटीमीटर ऊपर से पत्तियों को काटें। आप नियमित तौर पर कटाई कर सकते हैं, इससे पौधे की नई वृद्धि होगी। 

इसे भी पढ़ें: Gardening Tips: इन टिप्स की मदद से करें पौधों की देखभाल, हो जाएंगे हरे-भरे

tips apply fertilizer and harvesting for higher yield of bathua in kitchen garden

बथुआ के साग में क्या होती है खास बात 

बथुआ की खेती रबी सीजन में की जाती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये होती है कि इसमें शीतलहर सहन करने की क्षमता होती है। साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में बथुआ की खेती अप्रैल महीने में की जाती है। इसके अलावा बथुआ की खेती किसी भी मिट्टी में आसानी से की जा सकती है। ध्यान रखें कि बथुआ को अच्छी धूप वाली जगह पर उगाएं। मिट्टी को अच्छी तरह से सूखा होना चाहिए। बथुआ को बीज या रोपाई से उगाया जा सकता है। बथुआ को कीटों और रोगों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशकों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-

अगर आपको हमारी स्टोरी से जुड़े सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिये गए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना न भूलें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए हर जिंदगी से जुड़े रहें।

Image credit: Freepik 

 

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।