क्या आप जानती हैं 'निरमा' डिटर्जेंट के पैकेट पर मुस्कुराती लड़की की दर्दनाक कहानी, स्कूल से लौटते हुए हो गई थी हादसे का शिकार

What is The Story Behind the Nirma Girl: निरमा के पैकेट पर आपने मुस्कुराती हुई लड़की का चेहरा तो जरूर देखा होगा, लेकिन क्या आप उसकी असली कहानी जानते हैं? निरमा के पैकेट पर दिखने वाली लड़की की कहानी बहुत ही दर्दनाक है। आइए जानें, निरमा के पैकेट वाली लड़की की असली कहानी क्या है? 
  • Nikki Rai
  • Editorial
  • Updated - 2025-06-02, 09:26 IST
What is The Story Behind the Nirma Girl

What Happened to Nirma Washing Powder Girl: 'सबकी पसंद निरमा' आपने कभी ना कभी ये जिंगल जरूरी सुनी होगी। इस जिंगल ने ही इस विज्ञापन को भारतीय टीवी की दुनिया में एक अलग पहचान दिलाई थी। इस एड में आपने एक फ्रॉक पहनी हुई लड़की तो जरूर देखी होगी। ये लड़की ही इस डिटर्जेंट पाउडर की असली पहचान है। आज भी निरमा डिटर्जेंट के पैकेट पर इसी लड़की की तस्वीर मौजूद है। क्या आप पोस्टर पर दिखने वाली मुस्कुराती हुई लड़की की असली कहानी जानते हैं? इस मुस्कुराते हुए चेहरे के पीछे की दर्दनाक कहानी आपको भी रुला देगी। आइए जानें, 'निरमा' डिटर्जेंट के पैकेट पर मुस्कुराती लड़की की दर्दनाक कहानी। 'निरमा' डिटर्जेंट के पैकेट वाली लड़की की मौत कैसे हुई थी?

निरमा के पैकेट वाली लड़की कौन है?

Who is the girl with the Nirma packet

निरमा के पैकेट पर नजर आने वाली लड़की का नाम निरूपमा है। इसी लड़की के नाम पर वॉशिंग पाउर का नाम ‘निरमा’ रखा गया था। 1969 में गुजरात के करसनभाई ने निरमा नाम के डिटर्जेंट पाउडर कंपनी की शुरुआत की थी। करसनभाई की बेटी की नाम ही निरूपमा था। वह अपनी बेटी को प्यार से निरमा बुलाया करते थे।

हादसे में गई थी निरूपमा की जान

निरूपमा की जान एक सड़क हादसे में चली गई थी। एक दिन निरूपमा स्कूल से घर लौट रही थी, तभी एक हादसे में उसकी मौत हो गई थी। यही वो वक्त था, जब करसनभाई अपना खुद का डिटर्जेंट ब्रांड बनाने के बारे में सोच रहे थे। ऐसे में बेटी की याद में उन्होंने अपनी कंपनी को निरमा नाम दिया।

निरमा के पैकेट पर एक ही तस्वीर क्यों दिखती है?

करसनभाई ने जब निरमा वॉशिंग पाउडर की कंपनी शुरू की, तब उन्होंने पैकेट्स पर बेटी निरूपमा की ही तस्वीर लगवाई। उस दौर में लोगों के पास फोटो बहुत कम ही हुआ करती थी। तब करसनभाई ने बेटी निरूपमा की झूमती हुई तस्वीर पैकेट पर लगवाई। उस वक्त बाजार में बहुत कंपीटिशन था। ऐसे में उन्होंने बहुत नुकसान भी हुआ।

ऐसे बनाया निरमा को बाजार में पहली पसंद

This is how Nirma became the first choice in the market

उस दौर में जहां 1 किलो तक डिटर्जेंट पाउडर का पैकेट 15 रुपये प्रति किलो मिलता था, वहां करसनभाई ने निरमा के 1 किलों का पैकेट 3 रुपये में बेचना शुरू किया। इस तरह से धीरे-धीरे अहमदाबाद में निरमा डिटर्जेंट को एक अलग पहचान मिली।

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Image Credit: Her Zindagi

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