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Urad Dal Khichdi on Ganga Snan 2024 : गंगा स्नान के दिन क्यों खाई जाती है काली उड़द दाल की खिचड़ी, जानें इसका महत्व

सनातन धर्म में गंगा स्नान खास महत्व रखता है। इसलिए लोग इसमें स्नान करना शुभ मानते हैं। गंगा स्नान के दिन भी लोग इसमें डुबकी लगाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये बहुत फलदायी होता है। वहीं इस दिन खिचड़ी खाने का भी खास महत्व होता है। 
Editorial
Updated:- 2024-11-13, 15:08 IST

Ganga Snan 2024: गंगा ये सिर्फ नदी नहीं है बल्कि लोगों के आस्था का प्रतीक मानी जाती है। सनातन धर्म में गंगा स्नान पवित्र माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इसमें एक बार डुबकी लगाने से व्यक्ति अपने सारे पापों से मुक्त हो जाता है। इसलिए हर साल लोग कार्तिक पूर्णिमा जिसे गंगा स्नान भी कहते हैं। इस दिन गंगा में स्नान करने जरूर आते हैं। इस साल ये पर्व 15 नवंबर को पड़ रहा है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति नहीं जा पाता है, तो वो घर पर गंगा जल से स्नान कर लेता है। इसके बाद खाई जाती है काली उड़द दाल की खिचड़ी। ये खिचड़ी खाने का महत्व इस दिन बहुत बड़ा होता है। इसलिए लोग गंगा स्नान के बाद इसका सेवन जरूर करते हैं। चलिए आपको बताते हैं गंगा में स्नान करने के बाद क्यों खिचड़ी का सेवन किया जाता है।

गंगा स्नान का महत्व (Ganga Snan Benefits)

Ganga Snan

गंगा पावन नदी कही जाती है। इसका वर्णन हमारे पुराणों में भी किया गया है। इसमें स्नान करने से व्यक्ति को अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए हर कोई इसमें स्नान जरूर करता है। लेकिन कुछ दिन बेहद विशेष होते हैं, जिस दिन इसमें स्नान करना शुभ होता है। कार्तिक पूर्णिमा यानी गंगा स्नान का दिन भी खास होता है। इस दिन व्यक्ति गंगा में स्नान जरूर करता है।

गंगा स्नान पर क्यों खाई जाती है खिचड़ी

Ganga Snan khichdi

कई जगहों पर गंगा स्नान के मौके पर खास तौर से खिचड़ी बनाई जाती है। साथ ही, लोगों में इसे बांटा भी जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि गंगा स्नान से मौसम में बदलाव देखने को मिलता है। इस समय सर्दियां शुरू हो जाती है। ऐसे में जब गंगा में स्नान किया जाता है, तो शरीर को ठंड के बाद थोड़ी गर्मी की जरूरत पड़ती है। उड़द की दाल गर्म होती है। साथ ही, ये खिचड़ी आसानी से बन जाती है। इसलिए इस दिन लोग खिचड़ी जरूर खाते हैं। ऐसी मान्यता है कि कुछ लोग इसे गंगा के घाट पर ही बनाकर खाते हैं। इससे आपको गंगा स्नान का पुण्य मिलता है। इसमें काली उड़द दाल का इस्तेमाल होता है। इसके सेवन से शनि फलदायी हो जाता है।

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किस समय खाई जाती है खिचड़ी

जिस तरह से हम गंगा स्नान सुबह के समय करते हैं। वैसे ही इस खिचड़ी का सेवन भी सुबह के समय ही किया जाता है। लेकिन आप चाहें तो इसे दोपहर के समय भी खा सकते हैं। इसका स्वाद स्नान के बाद दोगुना हो जाता है। साथ ही, आपको गर्मी भी मिलती है। इसलिए भी लोग इस खिचड़ी को खाना पसंद करते हैं।

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कई घर ऐसे हैं जिनमें गंगा स्नान के दिन खिचड़ी का बायना भी निकलता है। ये खिचड़ी वो अपनी सास या किसी बड़े को देते हैं। साथ ही, उनका आशीर्वाद लेते हैं। खिचड़ी देने से आपको पुण्य मिलता है। आप भी इस बार गंगा स्नान के खास दिनपर अपने घर में खिचड़ी जरूर बनाएं और इसका सेवन करें। इससे आपको भी पुण्य मिलेगा।

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Image Credit-Freepik

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